• गायत्री शक्तिपीठ साकेत नगर व गायत्री प्रज्ञापीठ विजय नगर पर गुरु पूर्णिमा के उपलक्ष्य में 12 व 13 जुलाई को विभिन्न कार्यक्रम संपन्न हुए।
सुसनेर नगर से मात्र कुछ ही दूरी पर स्थित गायत्री शक्तिपीठ साकेत नगर व गायत्री प्रज्ञापीठ विजय नगर पर गुरु पूर्णिमा के उपलक्ष्य में 12 व 13 जुलाई को विभिन्न कार्यक्रम संपन्न हुए। मीडिया प्रभारी विक्रमङ्क्षसह चौधरी ने बताया 12 जुलाई को प्रात: 6 बजे से शाम 6 बजे तक अखंड जप व शाम 7 बजे दीपयज्ञ हुआ। बुधवार को प्रात: 8.30 बजे से श्रीवेदमाता गायत्री, परम पूज्य गुरुदेव पं. श्रीराम शर्मा आचार्यजी, वंदनीया माता भगवती देवी शर्मा एवं देवोहवान व देवपूजन कर पंचकुंडीय गायत्री महायज्ञ प्रारंभ हुआ। साथ ही दीक्षा, यज्ञोपवित, विद्यारंभ सहित विभिन्न संस्कार नि:शुल्क संपन्न हुए।
दोपहर 12: 30 बजे गायत्री महायज्ञ की पूर्णाहुति के बाद आरती संपन्न हुई। दोपहर एक बजे अपनों से अपनी बात में वृक्ष गंगा अभियान पर विशेष चर्चा हुई।
इसमें जिला युवा समन्वयक प्रमोद निहाले ने पौधारोपण पर विशेष बात रखी। इस अभियान पर विशेष सहयोग की बात कही और कहा कि अपनी सांसों के कर्ज मुक्ति के लिए तीन पौधे जरूर लगाएं। मानव जीवन में जितनी ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ती है उसे तीन पौधे मिलकर तैयार करते हैं।
इसलिए कम से कम तीन पौधे जरूर लगाएं और जिस व्यक्ति ने अपने जीवन काल में एक पौधा भी नहीं लगाया उसे अपने अंतिम संस्कार में लकड़ी के उपयोग का नैतिक अधिकार भी नहीं है।
गायत्री शक्तिपीठ के सहप्रबंधक कन्हैयालाल मोहरी ने बताया कि गायत्री शक्तिपीठ पर पौधे उपलब्ध हैं। आसानी से कोई भी परिजन प्राप्त कर सकते हैं। आयोजन में आमजन ने भी शक्तिपीठ से पौधे लेकर अपने अपने घरों में लगाने का संकल्प लिया। अंत में महाप्रसाद का उपस्थित परिजनों ने लाभ लिया। इसी प्रकार गायत्री प्रज्ञापीठ विजयनगर पर भी पंचकुंडीय गायत्री महायज्ञ हुआ। प्रज्ञापीठ संरक्षिका दुर्गा दीदी के सानिध्य में दीक्षा, यज्ञोपवित, पुंसवन सहित विभिन्न संस्कार हुए। कार्यक्रम में राष्ट्रीय कवि शशिकांत यादव, सुभाष जैन, विजय जाधव, हीरालाल निहाले, विक्रमङ्क्षसह राजपूत, प्रदीप दुबे, भारतङ्क्षसह झाला, राजेंद्र गुप्ता, चारुप्रभा बाबर, सरिता पाटीदार, रमेशचंद्र नागर सहित परिजन उपस्थित थे। कर्मकांड का संचालन रामनिवास कुशवाह, चन्द्रिका शर्मा, महेश आचार्य, नितिन बोडखे, गौरव बर्डे, प्रखर पोरवाल सहित गायत्री शक्तिपीठ की संगीत टोली ने किया। मुख्य प्रबंध ट्रस्टी महेश पंडया व गायत्री प्रज्ञापीठ विजयनगर के मुख्य प्रबंध ट्रस्टी राजेंद्र पोरवाल ने सभी का आभार माना।