सहारनपुर फील्ड ऑफ आब्सटेट्रिक्स एंड गायनोकॉलोजी इन इंडिया(fogsi) के अंतर्गत साउथकोन के नाम से एक अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला व कांफ्रेंस का आयोजन
दक्षिण भारत के महाबलीपुरम में सम्पन्न हुआ। कॉन्फ्रेंस में सहारनपुर के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. अंकुर उपाध्याय व विख्यात गायनोकॉलोजी डॉ. नूतन उपाध्याय भी विशेष रूप से आमंत्रित रही
अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए डॉ नूतन उपाध्याय ने कहा कि स्तन गांठ सबसे आम समस्याओं में से एक है, जो भारत में बढ़ते स्तन कैंसर के वर्तमान परिदृश्य में सम्बोधित किये जाने वाले प्रमुख विषयो में से एक है। डॉ. नूतन ने महाबलीपुरम में स्तन गांठ प्रबंधन और सलाह को लेकर एक व्याख्यान देते हुए कहा कि वह इस अंतरराष्ट्रीय मंच से यह व्याख्यान देकर स्वयं को बहुत ही गौरवान्वित महसूस कर रही हैं। साउथकॉन अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला और कॉन्फ्रेंस 4 दिन तक चलने को लेकर डॉ नूतन उपाध्याय ने प्रोफेसर एके चक्रवर्ती के साथ सत्र साझा करने को भी बहुत गौरवशाली बताया, साथ ही कहा कि प्रोफेसर एके चक्रवर्ती एक अनुभवी व्यक्ति है तथा कॉन्फ्रेंस में दो व्याख्यान उनके नाम पर समर्पित भी किये गए। साउथकॉन कॉन्फ्रेंस में देश विदेश से 500 से अधिक डेलीगेट पहुंचे थे।कार्य शाला के दौरान नई चिकित्सा तकनीक पर भी विशेष ध्यान रखा गया, कॉन्फ्रेंस में मुख्य रूप से डॉ. जयदीप टांक, अध्यक्ष फॉगसी डॉ. माधुरी पटेल, सेक्रेटरी जनरल फॉगसी सुमिता तेन्दुलवादकर, पायनियर ऑफ लैप्रोस्कोपी एन स्टेमसेल थेरेपी इन इंडिया, डॉ चरमिला अय्यावोड, डॉ उमैयाल एम, डॉ भर्ती माहेश्वरी, डॉ अनिता राजोरिया, डॉ पी जी पॉल कोची, डॉ लीला व्यास जयपुर, डॉ चंद्र कला मारण कोयम्बटूर, डॉ अंकुर उपाध्याय सहारनपुर उपस्थित रहे।
प्रदीप शुक्ल