सवांददाता मीडिया प्रभारी मनोज मूंधड़ा बीकानेर श्रीडूंगरगढ
मानसिक तनाव दूर करने के लिए योग में धारणा मददगार साबित होगी : कालवा
श्रीडूंगरगढ़ कस्बे की ओम योग सेवा संस्था के निदेशक योग एक्सपर्ट ओम प्रकाश कालवा ने सत्यार्थ न्यूज चैनल पर 61 वां अंक प्रकाशित करते हुए धारणा के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया। चित्त को किसी एक विचार में बांध लेने की क्रिया को धारणा कहा जाता है।
धारणा का अर्थ
-यह एक-बिंदु एकाग्रता है,जिसमें एक समय में एक ही स्थान,वस्तु या विचार पर अपना पूरा ध्यान केंद्रित किया जाता है। जैसा कि ऋषि पतंजलि द्वारा योग सूत्रों में बताया गया है। यह पूर्ण आत्म-साक्षात्कार प्राप्त करने के लिए छठा अंग या आवश्यकता है। धारणा विभिन्न अवधारणात्मक फिल्टर या पांच इंद्रियों के माध्यम से उत्तेजनाओं को संसाधित करने में मदद करती है यह किसी व्यक्ति को पर्यावरण में जानकारी की पहचान करने और सबसे प्रभावी ढंग से उस पर प्रतिक्रिया करने में सक्षम बनाता है। धारणा एक मौलिक मनोवैज्ञानिक प्रक्रिया है जिसके माध्यम से व्यक्ति पर्यावरण से प्राप्त संवेदी जानकारी की व्याख्या और अर्थ निकालते हैं। यह इस बात को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है कि व्यक्ति अपने आस-पास की दुनिया को कैसे देखता है और उनके विचारों, दृष्टिकोणों और व्यवहारों को प्रभावित करता है।
निवेदन
-ओम योग सेवा संस्था श्री डूंगरगढ़ द्वारा जनहित में जारी।