अवैध संबंधों के आरोप में पति ने उतारा पत्नी को मौत के घाट,
मौके से हत्या कर आरोपी पति हुआ फरार,
पुलिस ने घेरा बंदी कर 02 घंटे के भीतर नवागांव के जंगल से किया गिरफ्तार,
संवाददाता सूरज यादव
गौरेला पेंड्रा मरवाही: घटना में प्रयुक्त आरोपी की निशादेही में जप्त हुआ आला जरब
थाना पेंड्रा:
आरोपी
जमील खान पिता लतीफ खान उम्र 39 वर्ष निवासी गिरारी थाना पेंड्रा
मृतिका
जुबैदा खान पति जमील खान उम्र 35 वर्ष निवासी गिरारी थाना पेंड्रा।
कल रात थाना पेंड्रा में रात्रि लगभग 8:00 बजे थाने में सूचना प्राप्त हुई की गिरारी गांव का जमील खान अपनी पत्नी जुबैदा खान को धारदार हथियार से चोट पहुंचाकर हत्या कर दिया है और भाग गया है । सूचना मिलने पर थाना प्रभारी पेंड्रा निरीक्षक नवीन बोरकर के द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया जिस पर जीपीएम पुलिस अधीक्षक आईपीएस भावना गुप्ता के द्वारा थाने और साइबर सेल की टीम को फरार आरोपी जमील खान की पतासाजी हेतु लगाया गया और सम्पूर्ण कार्यवाही के सुपरविजन हेतु और नवीन कानून अनुरूप विवेचना हेतु अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम चंदेल और डीएसपी निकिता तिवारी को निर्देशित किया गया।थाना प्रभारी निरीक्षक नवीन बोरकर और टीम ने सबसे पहले घटना स्थल को सील कर आरोपी की पतासाजी की गई।नवागांव के जंगल में आरोपी के छिपे होने की जानकारी मिलने पर रात को ही घेराबंदी कर आरोपी को पकड़ लिया गया। जांच पर पाया गया कि आरोपी और उसकी पत्नी दोनों 15 वर्ष से विवाह उपरांत एक साथ रहते थे । विगत 1 वर्ष से मृतिका का प्रेम संबंध गांव के ही पड़ोसी से हो गया था जिस पर पति पत्नी में अक्सर विवाद होता था। घटना के दो दिन पूर्व से मृतिका अपने प्रेमी के निवास रहने चली गई थी जिससे आरोपी आक्रोशित होकर पड़ोसी के घर के पीछे तरफ दीवार फांदकर अपनी पत्नी को धारदार नुकीले हथियार से कई बार वार कर हत्या कर जंगल की ओर भाग गया।प्रकरण में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता के नवीन प्रावधान को दृष्टिगत रखते हुए घटनास्थल की फोरेंसिक टीम बिलासपुर से जांच कराई गई है साथ ही वैज्ञानिक दृष्टिकोण से साक्ष्य संकलन कराया गया है तथा विधिवत आरोपी की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त धारदार हथियार को जप्त कर लिया गया है व आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है।मामले में आरोपी की घेरा बंदी कर धर पकड़ में थाना प्रभारी पेंड्रा नवीन बोरकर साइबर सेल उप निरीक्षक सुरेश ध्रुव,एएसआई मनोज हनोतिया, प्रधान आरक्षक रवि त्रिपाठी, आरक्षक सुरेंद्र विश्वकर्मा,आरक्षक राजेश शर्मा और आरक्षक महेंद्र परस्ते की उल्लेखनीय भूमिका रही।