जगन्नाथ पासवान हजारीबाग
हजारीबाग पुलिस एवं उत्तर प्रदेश के बाराबंकी की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स की संयुक्त कार्रवाई में नशे के खिलाफ बड़ी कामयाबी मिली है
हजारीबाग-नशे के सौदागरों के खिलाफ झारखंड पुलिस की कार्रवाई जारी है. इसी क्रम में सोमवार को हजारीबाग पुलिस ने छह करोड़ रुपए से अधिक के ब्राउन शुगर के साथ छह तस्करों को गिरफ्तार किया है. एनएच-33 हजारीबाग-बरही पथ स्थित नगवां के समीप लक्ष्मी लाइन होटल के पास से इन्हें पकड़ा गया है. उत्तर प्रदेश के बाराबंकी की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स एवं हजारीबाग पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में ये कामयाबी मिली है. सदर एसडीपीओ कुमार शिवाशीष ने पत्रकारों को ये जानकारी दी.
हजारीबाग के सदर एसडीपीओ कुमार शिवाशीष ने बताया कि गिरफ्तार तस्करों में चतरा जिले के पत्थलगड्डा थाना क्षेत्र के बरवाडीह निवासी मो खालिद (पिता मो युनूस), चतरा सदर थाना क्षेत्र के आजाद मुहल्ला के मो नुरूल्ला (पिता मो जसीमुद्दीन), सिमरिया थाना क्षेत्र के तपसागेडवा गांव के बलराम कुमार (पिता सिद्धार्थ शंकर दांगी), लोहागड्डा के सुरेश दांगी (पिता इंद्रदेव दांगी), बरवाडीह के विजय कुमार दांगी (पिता विशेश्वर दांगी) एवं मो सलाउद्दीन (पिता मो रउफ) शामिल हैं.
हजारीबाग पुलिस ने 4080 ग्राम ब्राउनशुगर, एक स्विफ्ट डिजायर कार (जेएच 01 एए-9194), होंडा स्पलेंडर मोटरसाइकिल (जेएच 24 ई 5918), होंडा साइन मोटरसाइकिल (जेएच 13 डी 0868) और छह मोबाइल बरामद किया है. बड़ी मात्रा में ब्राउन शुगर की खरीद-बिक्री होने सूचना पर कार्रवाई की गयी.
एसपी अरविंद कुमार सिंह और उत्तर प्रदेश के बाराबंकी की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स को सूचना मिली थी कि चतरा जिले से छह तस्कर भारी मात्रा में ब्राउन शुगर लेकर हजारीबाग पहुंचने वाले हैं. एसपी ने एसडीपीओ के नेतृत्व में एक छापामारी दल का गठन किया.
एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स और हजारीबाग की कोर्रा पुलिस खबर मिलते ही नगवां हवाई अड्डे के पास गुप्त रूप से निगरानी रखने लगी. इसी क्रम में एक कार में चार तस्कर और दो मोटरसाइकिल में दो तस्कर लक्ष्मी लाइन होटल के समीप पहुंचे. इसी बीच पुलिस और एंटी नारकोटिक्स टीम ने सभी तस्करों को दबोच लिया. एसडीपीओ कुमार शिवाशीष ने कहा कि मुंबई में प्रति किलोग्राम ब्राउन शुगर की कीमत एक करोड़ रुपए है, जबकि विदेशों में ब्राउन शुगर प्रति किलोग्राम डेढ़ करोड़ रुपए है.
एसपीडीपीओ ने बताया कि चतरा के जंगल में तस्कर अफीम में केमिकल्स मिलाकर ब्राउन शुगर बनाते हैं. वहां से वे झारखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मुंबई, गोवा समेत अन्य राज्यों में बेचते हैं. खूंटी जिले से भी तस्कर अफीम लाकर चतरा जंगल में ब्राउन शुगर बनाते हैं.