न्यूज़ रिपोर्टर का नाम-आशीष सिंह
जनपद- लहार
स्थान- भिंड
खिलभारतीय ग्राहक पंचायत भिण्ड इकाई ने कलेक्टर को दिया ज्ञापन
◼️प्राइवेट विद्यालय NCERT के अतिरिक्त निजी प्रकाशन की किताबें लेने के लिए बाध्य करें तो पालक मुझसे करें संपर्क – कलेक्टर
आज अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत की भिंड इकाई द्वारा प्राइवेट विद्यालय में शासन द्वारा निर्धारित की गई किताबों के अतिरिक्त निजी प्रकाशन की महँगी महँगी किताबों का इस्तेमाल करने और उन किताबों को लेने के लिए पलकों को बाध्य करने के विरुद्ध कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया। अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के ज़िलाध्यक्ष रवि शर्मा ने कहाँ कि निजी विद्यालयों द्वारा कक्षा 1-5 तक कि किताबों के साथ निजी प्रकाशन की 1000-1500 रूपये तक की अतिरिक्त किताबें और 6-8 तक की कक्षाओं में NCERT की किताबो के अतिरिक्त 2000-3000 की अतिरिक्त किताबों के लेने के पालकों को बाध्य किया जा रहा है। उन्होंने कहाँ कि यही नहीं इसके अतिरिक्त ड्रेस टाई बेल्ट में भी काफी महंगे दामों में चुनिंदा दुकाने से लेने को कहाँ जाता है। हमारे आस पास गाँव से जुड़े और मध्यम वर्गीय लोगो की संख्या ज्यादा है और उन्ही के बच्चों की संख्या स्कूलों में ज्यादा होती निजी विद्यालयों द्वारा उन पर अतिरिक्त 7000-10000 रूपये का भार डाला जाता है जिससे पलकों की अर्थव्यवस्था तो चरमरा जाती है साथ में मानसिक तनाव भी रहता है, इन निजी प्रकाशन की 20-20 पेज की किताबों का दाम 300-400 रूपये का है जबकि NCERT की 12वी कक्षाओं की NCERT की किताब का मूल्य 65-90 रूपये तक होता है,अतः ये निजी प्रकाशन की किताबें विद्यार्थियों के हित में न होकर सिर्फ और सिर्फ निजी विद्यालय के हित में जाती हुई प्रतीत होती है, इन किताबों पर निजी विद्यालय दुकानदारों से 40-50% तक कमीशन ले रहा है। ज्ञापन देते समय जिलाध्यक्ष रवि शर्मा के साथ जिला उपाध्यक्ष निक्कू शर्मा, कोषाध्यक्ष अनिल शिवहरे, आशु पचौरी, बृजेश भदौरिया आदि मौजूद रहें।