जगन्नाथ पासवान हजारीबाग
हजारीबाग में शांतिपूर्वक मनाई गई बकरीद
हजारीबाग में शांतिपूर्वक और सौहार्द साथ सभी मस्जिदों और ईदगाहों में लोक शांति पूर्वक नमाज अदा की है नमाज अदा करने के बाद लोग एक दूसरे से गले मिले और एक दूसरों के बधाइयां दी
बकरीद मनाने का मान्यता क्या है
इस्लामिक मान्यता के अनुसार ईद उल-अजहा यानि बकरीद पर कुर्बानी की शुरुआत हजरत इब्राहीम के समय हुई थी, जिन्हें अल्लाह का पला पैगंबर माना जाता है. मान्यता है कि एक बार फरिश्तों के कहने पर अल्लाह ने उनका इम्तिहान लेने का निर्णय किया. इसके बाद अल्लाह ने उनके सपने में जाकर उनसे उनकी सबसे प्यारी चीज को कुर्बान करने के लिए कहा