RSS ने नरेंद्र मोदी के पाँव के नीचे से ज़मीन खींची, अब हवाबाज़ मोदी सिर्फ़ हवा के भरोसे
लोकसभा चुनाव 2024 का परिणाम आने के बाद से NDA के घटक दलों के बीच खींचतान और BJP के अंदर मोदी के नेतृत्व को लेकर असंतोष की चर्चा चल ही रही थी कि अचानक से मोदी और RSS के बीच लंबे समय से जारी अंतर्द्वंद्व सार्वजनिक हो गया।
नरेंद्र मोदी और RSS के बीच पिछले कुछ सालों से सब कुछ ठीक नहीं था, फिर भी यह विवाद सुगबुगाहट और सुर्ख़ियों से ज़्यादा आगे नहीं बढ़ सका, लेकिन चुनाव परिणाम आते ही RSS ने नरेंद्र मोदी नामक ग़ुब्बारे में काँटे चुभाना शुरू कर दिया।
आईये ! मामले को समझते हैं-
मोहन भागवत के चुभते तीर
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▪️ लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने मोदी पर सीधा हमला बोलते हुए मणिपुर को लेकर तीखा बयान दिया और सवाल किया कि मणिपुर एक साल से जल रहा है, उस पर ध्यान कौन देगा ?
▪️ मोहन भागवत ने नरेंद्र मोदी के खुद को प्रधान सेवक बताने के दावों की धज्जियाँ उड़ाते हुए कहा कि जो मर्यादाओं की सीमा का पालन करता है, और जो अहंकार रहित होता है वो ही सच्चा सेवक है।
▪️ मोहन भागवत ने लोकसभा चुनाव में मोदी के ओछे भाषणों और मांस, मछली और मुजरा जैसी निम्नस्तरीय बातों को भी निशाना बनाते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव प्रचार में मर्यादा टूटना दुखद है।
▪️ मोहन भागवत ने नरेंद्र मोदी के “एक अकेला” अभियान की पोल खोलते हुए कहाँ कि सरकार काम करे लेकिन “यह मैंने किया है” का अहंकार न पाले।
▪️ मोहन भागवत ने नरेंद्र मोदी की विपक्ष के नेताओं के प्रति वैमनस्यता को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि विपक्ष को विरोधी नहीं बल्कि प्रतिपक्ष कहना चाहिए।
RSS का मोदी पर सीधा हमला
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🔹 RSS के पदाधिकारी इंद्रेश कुमार ने नरेंद्र मोदी को अहंकारी बताते हुए कहा कि BJP को 240 सीटों पर रोक कर अहंकार का दंड सबक़ स्वयं प्रभु राम ने ही दिया है।
🔹 RSS का यह कहना कि भगवान राम ही नहीं चाहते थे कि BJP या नरेंद्र मोदी सत्ता में रहे। अयोध्या में BJP की हार RSS के इस बयान की पुष्टि भी करती है।
🔹 RSS ने लाखों करोड़ों हिन्दुओं और रामभक्तों के लिये भी साफ़ संदेश दिया है कि भगवान राम ने हाथ खींच लिया है, अब सच्चे राम भक्त और सच्चे हिन्दू भी मोदी और BJP से हाथ खींच ले।
🔹 RSS का मुख्यालय नागपुर है। नागपुर के सांसद नितिन गड़करी हैं। यदि आपने पिछले कुछ दिनों में नितिन गड़करी के हाव-भाव के कुछ वीडियो देखे होंगे तो आप समझ जायेंगे कि नितिन गड़करी ने तानाशाह मोदी के आगे झुकना बंद कर दिया है।
🔹 नितिन गड़करी का मोदी से रूखा व्यवहार भी RSS के इशारों पर ही हो रहा है। RSS अब नरेंद्र मोदी और अमित शाह से BJP को मुक्त कराने के अभियान पर निकल चुका है।
BJP खेमें में सन्नाटा क्यों
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🔸 RSS ने नरेंद्र मोदी पर अहंकारी होने के गंभीर आरोप लगाये, लेकिन BJP के किसी प्रवक्ता ने इसका जवाब नहीं दिया। ये चुप्पी क्यों ?
🔸 RSS ने नरेंद्र मोदी के ऊलजलूल भाषणों पर तल्ख़ टिप्पणी करते हुए इसे मर्यादाओं के विपरीत बताया, लेकिन BJP के किसी प्रवक्ता ने कोई जवाब नहीं दिया। ये मौन क्यों ?
🔸 RSS ने नरेंद्र मोदी और BJP की हार को भगवान राम का न्याय बताया, लेकिन BJP के किसी प्रवक्ता ने कोई जवाब नहीं दिया। ये सन्नाटा क्यों ?
🔸 RSS ने नरेंद्र मोदी को फ़र्ज़ी प्रधान सेवक करार दे दिया, अहंकारी बता दिया, अमर्यादित बता दिया, भगवान राम के प्रकोप का भागी बता दिया, फिर भी BJP के किसी प्रवक्ता ने कोई जवाब नहीं दिया। नरेंद्र मोदी पर लगे इन गंभीर आरोपों पर BJP नेताओं और प्रवक्ताओं की मौन सहमति क्यों ?
नरेंद्र मोदी को केवल NDA आँख नहीं दिखा रहा है, केवल RSS नरेंद्र मोदी के मुँह पर आकर बात नहीं कर रहा है, बल्कि BJP ने भी नरेंद्र मोदी से लगभग पल्ला झाड़ ही लिया है। नरेंद्र मोदी कुछ दिनों के लिये जबरन प्रधानमंत्री बन तो गये हैं, लेकिन लोकसभा चुनाव में जनता का जवाब अभी भी उनके चेहरे पर दिखाई दे रहा है। तानाशाह अब गठबंधन की बेड़ियों में जकड़ा है, तानाशाह का गिरेबान अब अपनों ने ही पकड़ा है। देखते जाइए ! ये भगवान राम का न्याय है, पूरा होकर रहेगा।