न्यूज रिपोर्टर नरसीराम शर्मा बीकानेर श्रीडूंगरगढ़
पंचांग का अति प्राचीन काल से ही बहुत महत्त्व माना गया है ज्योतिष शास्त्रों में भी पंचांग को बहुत महत्त्व दिया गया है और पंचाग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना गया है !पंचांग में सूर्योदय सूर्यास्त, चद्रोदय-चन्द्रास्त काल, तिथि, नक्षत्र, मुहूर्त, योगकाल, करण, सूर्य-चंद्र के राशि, चौघड़िया मुहूर्त दिए गए हैं!
🙏जय श्री कृष्णा🙏
अथ पंचांगम्
*दिनाँक:- 14/06/2024, शुक्रवार* अष्टमी, शुक्ल पक्ष, ज्येष्ठ “”””””””(समाप्ति काल)
तिथि—————अष्टमी 24:03:24 तक
पक्ष———————— शुक्ल
नक्षत्र—————- उo फाo 32:12:51
योग——————– सिद्वि 19:05:50
करण————— विष्टि भद्र 10:47:22
करण——————– बव 24:03:24
वार———————– शुक्रवार
माह———————— ज्येष्ठ
चन्द्र राशि————— सिंह 11:53:31
चन्द्र राशि—————– कन्या
सूर्य राशि————– वृषभ 24:25:35
सूर्य राशि—————— मिथुन
रितु————————- ग्रीष्म
आयन———————– उत्तरायण
संवत्सर——————— क्रोधी
संवत्सर (उत्तर)————— कालयुक्त
विक्रम संवत—————- 2081
गुजराती संवत————– 2080
शक संवत—————— 1946
कलि संवत—————– 5125
सूर्योदय——————— 05:24:44
सूर्यास्त———————- 19:14:32
दिन काल——————- 13:49:47
रात्री काल——————– 10:10:18
चंद्रोदय———————– 12:21:17
चंद्रास्त———————– 24:50:17
लग्न———– वृषभ 29°1′ , 59°15′
सूर्य नक्षत्र——————- मृगशिरा
चन्द्र नक्षत्र————– उत्तरा फाल्गुनी
नक्षत्र पाया——————- रजत
*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*
टे—- उत्तरा फाल्गुनी 11:53:31
टो—- उत्तरा फाल्गुनी 18:39:58
पा—- उत्तरा फाल्गुनी 25:26:29
*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= वृषभ 29:10, मृगशिरा 2 वो
चन्द्र=सिंह 26:30 , उ o फा़० 1 टे
बुध =वृषभ 28:53′ मृगशिरा 2 वो
शु क्र= मिथुन 01°05, मृगशिरा ‘ 3 का
मंगल=मेष 09°30 ‘ अश्विनी ‘ 3 चो
गुरु=वृषभ 10°30 रोहिणी , 1 ओ
शनि=कुम्भ 25°00 ‘ पू o भा o ,2 सो
राहू=(व) मीन 18°00 रेवती , 1 दे
केतु=(व) कन्या 18°00 हस्त , 3 ण
*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 💮🚩💮*
राहू काल 10:36 – 12:20 अशुभ
यम घंटा 15:47 – 17:31 अशुभ
गुली काल 07:08 – 08: 52अशुभ
अभिजित 11:52 – 12:47 शुभ
दूर मुहूर्त 08:11 – 09:06 अशुभ
दूर मुहूर्त 12:47 – 13:43 अशुभ
वर्ज्यम 13:15 – 15:03 अशुभ
प्रदोष 19:15 – 21:18 शुभ
💮चोघडिया, दिन
चर 05:25 – 07:08 शुभ
लाभ 07:08 – 08:52 शुभ
अमृत 08:52 – 10:36 शुभ
काल 10:36 – 12:20 अशुभ
शुभ 12:20 – 14:03 शुभ
रोग 14:03 – 15:47 अशुभ
उद्वेग 15:47 – 17:31 अशुभ
चर 17:31 – 19:15 शुभ
🚩चोघडिया, रात
रोग 19:15 – 20:31 अशुभ
काल 20:31 – 21:47 अशुभ
लाभ 21:47 – 23:03 शुभ
उद्वेग 23:03 – 24:20* अशुभ
शुभ 24:20* – 25:36* शुभ
अमृत 25:36* – 26:52* शुभ
चर 26:52* – 28:09* शुभ
रोग 28:09* – 29:25* अशुभ
💮होरा, दिन
शुक्र 05:25 – 06:34
बुध 06:34 – 07:43
चन्द्र 07:43 – 08:52
शनि 08:52 – 10:01
बृहस्पति 10:01 – 11:10
मंगल 11:10 – 12:20
सूर्य 12:20 – 13:29
शुक्र 13:29 – 14:38
बुध 14:38 – 15:47
चन्द्र 15:47 – 16:56
शनि 16:56 – 18:05
बृहस्पति 18:05 – 19:15
🚩होरा, रात
मंगल 19:15 – 20:05
सूर्य 20:05 – 20:56
शुक्र 20:56 – 21:47
बुध 21:47 – 22:38
चन्द्र 22:38 – 23:29
शनि 23:29 – 24:20
बृहस्पति 24:20* – 25:11
मंगल 25:11* – 26:01
सूर्य 26:01* – 26:52
शुक्र 26:52* – 27:43
बुध 27:43* – 28:34
चन्द्र 28:34* – 29:25
*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*
वृषभ > 02:50 से 04:28 तक
मिथुन > 04:28 से 07:08 तक
कर्क > 07:08 से 08:56 तक
सिंह > 08:56 से 11:36 तक
कन्या > 11:36 से 13:42 तक
तुला > 13:42 से 15: 44 तक
वृश्चिक > 15:44 से 18:16 तक
धनु > 18:16 से 20:06 तक
मकर > 20:06 से 22:18 तक
कुम्भ > 22:18 से 23:32 तक
मीन > 23:32 से 01:02 तक
मेष > 01:02 से 02:42 तक
*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*
(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट
*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें।
लाभ में व्यापार करें।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें।
*💮दिशा शूल ज्ञान—————-पश्चिम*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते हैl
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु चl*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय:ll*
*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं।।*
*महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत्।।*
8 + 6 + 1 = 15 ÷ 4 = 3 शेष
मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक हैl
*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*
सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है
शुक्र ग्रह मुखहुति
*💮 शिव वास एवं फल -:*
8 + 8 + 5 = 21 ÷ 7 = 0 शेष
शमशान वास = मृत्यु कारक
*🚩भद्रा वास एवं फल -:*
*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*
प्रातः 10:47 तक समाप्त
मृत्यु लोक = सर्वकार्य विनाशिनी
*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*
*मिथुन संक्रांति रात्रि 24:25 से
*धूमावती जयंती
*विश्व रक्त दान दिवस
*मेला क्षीर भवानी कश्मीर
*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*
ईप्सितं मनसः सर्वं कस्य सम्पद्यते सुखम्।
दैवायत्तं यतः सर्वं तस्मात् संतोषमाश्रयेत्।।
।। चा o नी o।।
किस को सब सुख प्राप्त हुए जिसकी कामना की. सब कुछ भगवान् के हाथ में है. इसलिए हमें संतोष में जीना होगा.
*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*
गीता -: आत्मसंयम योग अo-06
तत्र तं बुद्धिसंयोगं लभते पौर्वदेहिकम्।,
यतते च ततो भूयः संसिद्धौ कुरुनन्दन॥,
वहाँ उस पहले शरीर में संग्रह किए हुए बुद्धि-संयोग को अर्थात समबुद्धिरूप योग के संस्कारों को अनायास ही प्राप्त हो जाता है और हे कुरुनन्दन! उसके प्रभाव से वह फिर परमात्मा की प्राप्तिरूप सिद्धि के लिए पहले से भी बढ़कर प्रयत्न करता है॥,43॥,
💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत।।
आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐👉 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज आपकी दिनचार्य व्यवस्थित रहेगी अधिकांश कार्यो की योजना पूर्व में ही बना लेंगे फिर भी कुछ काम अकस्मात आने से फेरबदल करना पड़ेगा। नौकरी व्यवसाय में धन के साथ सम्मान की प्राप्ति भी होगी। अधिकारी वर्ग आपसे महत्त्वपूर्ण विषयों को लेकर परामर्श करेंगे। व्यापारी वर्ग को कुछ दिनों से अटके कार्य आज पूर्ण होने से तसल्ली मिलेगी। लेकिन परिवार में आर्थिक अथवा किसी अन्य वजह से खींच-तान होने की संभावना है। धन की अपेक्षा संबंधों को अधिक महत्त्व दे अन्यथा वैर-विरोध का सामना करना पड़ेगा। मध्यान के बाद का समय पूरे दिन की अपेक्षा ज्यादा सुखदायी रहेगा। धार्मिक कार्य एवं संतानो पर खर्च होगा।
वृष🐂👉 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज के दिन भी कई अशांति वाले प्रसंग बनेंगे। आज आप अन्य लोगो से मतलब का व्यवहार रखेंगे जिस कारण काम पड़ने पर मदद करने की जगह लोग अपना स्वार्थ साधेंगे। आर्थिक स्थिति भी गड़बड़ाने से क्रोध अधिक आएगा। संबंधों के प्रति लापरवाह रहेंगे जिससे घर मे अशांति के प्रसंग ज्यादा बढ़ेंगे। महिलाओ के अन्य पारिवारिक सदस्यों के साथ विचार मेल नही खाएंगे। व्यवसायी वर्ग मध्यान बाद तक व्यापार को लेकर परेशान रहेंगे इसके बाद स्थिति में सुधार आएगा परन्तु आपकी छोटि मानसिकता आज ओरो को परेशान करेगी। सेहत का भी ध्यान रखें असंयमित दिनचर्या हानि पहुचायेगी।
मिथुन👫👉 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन लाभदायक है लेकिन मानसिक रूप से गंभीर होने भी आवश्यक है निर्णय लेने में आज भी दुविधा होगी दिमाग पर ज्यादा दबाव न डालें निसंकोच होकर फैसले ले विजय आज आपकी ही होगी। अधिकांश कार्यो में सहज सफलता मिल जाएगी। फिर भी धन संबंधित कार्य देखभाल कर ही करें। प्रतिस्पर्धा कम रहेगी जिससे लाभ के अवसर बढ़ेंगे। सेहत भी अनुकूल रहने से हर प्रकार की परिस्थितियों में काम कर लेंगे। जो लोग अबतक आपके विपरीत चल रहे थे वो भी आपका सहयोग एवं प्रशंशा करेंगे फिर भी आकस्मिक वाद-विवाद के प्रसंग बनेंगे इससे बच कर रहें। घर मे थोड़ी उग्रता रहने पर भी प्रेम बना रहेगा।
कर्क🦀👉 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन परिश्रम को छोड़ अन्य सभी विषयों में उत्तम रहेगा। मेहनत आज अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक करनी पड़ेगी लेकिन इसका फल आशानुकूल मिलने से संतोष होगा। आपको आस-पास का वातावरण भी उत्साह बढ़ाने वाला मिलेगा। कार्य व्यवसाय में आरंभिक उदासीनता के बाद मध्यान पश्चात लाभजनक स्थिति बनेगी। निवेश भी निसंकोच होकर कर सकते है लाभ ही होगा। कुछ दिनों से जिस वस्तु की कामना कर रहे थे आज उसकी प्राप्ति होने से मन प्रफुल्लित रहेगा। धन लाभ के साथ साथ खर्च में भी बढ़ोतरी होगी फिर भी आर्थिक संतुलन बना रहेगा। आज कोई निकटस्थ व्यक्ति घर अथवा कार्य क्षेत्र पर आपके भेदों को सार्वजनिक कर सकता है सतर्क रहें।
सिंह🦁👉 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज के दिन आपकी मानसिकता कम समय एवं परिश्रम से अधिक लाभ पाने की रहेगी पर आज आपके कार्यो में सफाई कम रहेगी विफलता मिलने पर क्रोध भी आएगा फिर भी कार्यो के प्रति एकाग्र रहे शीघ्र ही परिस्थितियां आपके अनुकूल बनने वाली है। सहकर्मी सहयोग करने में आनाकानी करेंगे जिससे कुछ समय के लिए कार्यो में अवरोध रहेगा लेकिन शीघ्र ही अन्य विकल्प भी मिल जायेंगे। मध्यान के बाद जिस भी काम मे निवेश करेंगे भविष्य में उससे दुगना धन मिलने की संभावना रहेगी लेकिन आज धन की आमद कम रहेगी। पारिवारिक वातावरण में थोड़ा विरोधाभास रहेगा परन्तु महत्त्वपूर्ण विषयो में सभी एकजुट हो जाएंगे। सेहत में सुधार आएगा।
कन्या👩👉 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आपका आज का दिन थोड़ा उतार चढ़ाव वाला रहेगा लेकिन आज की मेहनत संध्या बाद से रंग लाने लगेगी आलस्य भी बने रहने से जल्दी से किसी कार्य के लिये हाँ नही करेंगे अपनी इस प्रवृत्ति को बदले अन्यथा भविष्य में आर्थिक परेशानी खड़ी होगी। मनमानी रवैये के चलते भी हानि हो सकती है। कार्य व्यवसाय में आज कुछ विशेष सफलता नही मिलेगी। परिवार में आज किसी सदस्य की इच्छा पूर्ति ना होने पर वातावरण खराब होगा। नए कार्य की योजना बना रहे है तो आज अवश्य आरम्भ करें। नौकरी पेशा जातक काम मे ऊबन अनुभव करेंगे। मनोरंजन के अवसर नही मिलने से निराशा बढ़ेगी।
तुला⚖️👉 (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज का दिन भी आपकी आशाओ के विपरीत रहेगा। दिन के आरंभ से ही कुछ गड़बड़ होने की आशंका रहेगी कार्य क्षेत्र अथवा परिवार में कोई छोटी-बड़ी दुर्घटना होने की संभावना है अकस्मात होने से सतर्क होने का समय मुश्किल ही मिलेगा। किसी से बंधी आशा टूटने से मन दुखी होगा। आर्थिक कारणों से मध्यान तक का समय संघर्ष वाला रहेगा कार्य क्षेत्र पर प्रतिस्पर्धा अधिक रहने से लाभ में कमी आएगी इसके बाद कही से थोड़ा धन लाभ होने से राहत मिलेगी। घर मे धार्मिक कार्य होने से मन हल्का होगा। महिलाये आज परिजनों के ऊपर अधिक आश्रित रहेंगी। संतानो के विषय मे नई चिंता बनेगी। वाहन अथवा उपकरणों से सावधानी बरतें दुर्घटना का भय है।
वृश्चिक🦂👉 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन कार्य सफलता वाला रहेगा। सेहत ठीक रहने पर भी कार्यो के प्रति आलस्य दिखाएंगे लेकिन जिस भी कार्य को हाथ मे लेंगे उसमे हानि लाभ की परवाह नही करेंगे। आपकी आर्थिक स्थिति स्थिर रहेगी मौज शौक की प्रवृति के पीछे खर्च अधिक होगा। घर मे सुख सुविधा के सामान की बढ़ोतरी होगी। धन संबंधित योजनाओ को गति देने के लिए आज किसी अन्य की सहायता की आवश्यकता पड़ेगी। मध्यान तक किये परिश्रम का फल संध्या तक मिल जाएगा। जोड़-तोड़ कर धन कोष में वृद्धि होगी लेकिन दैनिक से अतिरिक्त खर्च आने से बचत नही हो पाएगी। आज किसी की सहायता मजबूरी में करेंगे। बाहर घूमने का आयोजन होगा धार्मिक कार्यो पर खर्च बढेगा।
धनु🏹👉 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन आपके उच्च प्रतिष्ठित लोगो से संबंध बनेंगे सरकारी कार्यो के लिए दिन उत्तम है सरकार की तरफ से शुभ समाचार मिलने से व्यवसाय एवं अन्य महत्त्वपूर्ण कार्यो की उलझन दूर होगी। धन लाभ की कामना लगी रहेगी इसके लिए कुछ ना कुछ तिकड़म लगाते रहेंगे आमद मध्यान पश्चात ही संभव हो सकेगी। प्रयास करने पर पुराने धन की वापसी हो सकती है। महिलाये खरीदारी पर धन खर्च करेंगी अज्ञानता में हानि होने की संभावना है सतर्क रहें। आपकी जरूरत लोगो को अधिक होने से सम्मान के साथ धन लाभ के अवसर भी मिलते रहेंगे। गृहस्थ में पूर्ण ध्यान नही देने से किसी की नाराजगी देखनी पड़ेगी लेकिन कुछ समय के लिए ही।
मकर🐊👉(भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज भी मध्यान तक सेहत में उतार-चढ़ाव लगा रहेगा मध्यान बाद ही इसमे स्थिरता आएगी फिर भी ज्यादा परिश्रम वाले कार्यो से बचें। बनी बनाई योजनाए अधर में लटकी रहेंगी। परिवार अथवा रिश्तेदारी में दुखद घटना होने की संभावना है। जोखिम वाले कार्यो से दूर रहना ही हितकर रहेगा। नौकरी पेशा जातको पर आकस्मिक कोई संकट आ सकता है अधिकारियों से बच कर रहें। कार्य व्यवसाय में उदासीनता दिखाने से होने वाले लाभ में कमी आएगी। आपके स्वभाव में रूखापन रहने से स्नेहीजनों को तकलीफ होगी। परिवार अथवा अन्य से किये वादे पूरे नही कर सकेंगे। आय की अपेक्षा खर्च अधिक होगा। महिलाओ को शारीरिक कमजोरी अनुभव होगी।
कुंभ🍯 👉(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन आध्यात्मिक उन्नति वाला रहेगा। दिन के आरंभ से ही घर मे धार्मिक कार्य को लेकर चहल-पहल रहेगी इसके लिए दैनिक कार्यो में बदलाव भी करना पड़ेगा। आध्यात्मिक एवं परोपकारी स्वभाव का लाभ किसी ना किसी रूप में अवश्य मिलेगा। नौकरी पेशा जातको को नई जगह से प्रस्ताव मिलेंगे। बेरोजगारों के भी नए रोजगार से जुड़ने की संभावना है प्रयासरत रहें। धन लाभ रुक-रुक कर परन्तु प्रचुर मात्रा में होगा जिससे अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति आसानी से कर सकेंगे। फिजूल के खर्च भी मध्यान के बाद अकस्मात ही बढ़ेंगे इनकी परवाह आज नही करेंगे। पति-पत्नि में मामूली नोक-झोंक हो सकती है। संध्या के समय थकान ज्यादा रहेगी।
मीन🐳👉 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज के दिन लाभ-हानि बराबर रहेगी। दिन के आरंभ से ही लाभदायक प्रसंग बनेंगे। आज आप व्यवसाय के साथ सामाजिक कार्य भी आने से अधिक व्यस्त रहेंगे कमाई संतोषजनक रहेगी लेकिन खर्च भी आज कम नही रहेंगे। आध्यात्म के प्रति आस्था बढ़ने पर भी धन कमाने को ज्यादा महत्त्व देंगे। आपकी मनोवृति सुखोपभोग की अधिक रहेगी। जिस भी कार्य को करने का मन बनाएंगे उनके निर्णय आरंभिक व्यवधान के बाद आपके ही पक्ष में रहेंगे। सरकारी कार्यो भी आज किसी के सहयोग मिलने से आगे बढ़ेंगे। महिलाये आज जो भी विचारेंगी फल उसके विपरीत ही मिलेगा। धार्मिक स्थानों की यात्रा के प्रसंग बन सकते है।
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🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
मां संतोषी का स्वरूप
संतोषी माता को दुर्गा का स्वरूप माना जाता है. उन्हें आनंद और संतुष्टि की देवी माना जाता है. वह देवी दुर्गा का एक दयालु, शुद्ध और कोमल रूप हैं.कमल पुष्प पर विराजमान मां संतोषी जीवन में संतोष प्रदान करने वाली देवी हैं. शुक्रवार को माता संतोषी की पूजा किए जाने का विशेष विधान है .
शुभ लाभ ने की बहन प्राप्ति की इच्छा
हिंदू धर्म की पौराणिक कथा के अनुसार गणेश जी का विवाह रिद्धि-सिद्धि के साथ हुआ था और शुभ-लाभ उनके दो पुत्र हुए. एक बार भगवान गणपति अपनी बहन से रक्षा सूत्र बंधवा रहे थे. तभी गणेश जी से उनके पुत्रों ने इस रस्म के बारे में पूछा तो तब गणेश जी ने कहा कि यह धागा नहीं, रक्षासूत्र आशीर्वाद और भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है. यह बात सुनकर शुभ-लाभ बड़े उत्साहित हुए और उन्होंने गणेश जी से कहा कि उन्हें भी एक बहन चाहिए, जिससे वो भी इस रक्षा सूत्र को बंधवा सकें.
भगवान गणेश की शक्तियों से उत्पन्न हुई मां संतोषी शुभ-लाभ की इस मनोकामना को पूरा करने के लिए भगवान गणेश ने अपनी शक्तियों से एक ज्योति उत्पन्न की और दोनों पत्नियों रिद्धि-सिद्धि की आत्मशक्ति के साथ उसे सम्मिलित कर लिया।.इस ज्योति ने कुछ देर बाद एक कन्या का रूप ले लिया, जिसका नाम संतोषी रखा गया. तब से उस कन्या को संतोषी माता के नाम से जाना जाने लगा.