न्यूज रिपोर्टर मनोज मूंधड़ा बीकानेर श्रीडूंगरगढ़
ब्लड प्रेशर को साइलेंट किलर के नाम से भी जाना जाता है। हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित व्यक्ति के लिए जरूरी है कि वह अपनी लाइफस्टाइल और डाइट पर विशेष ध्यान दे। अक्सर ऐसा देखा जाता है कि हाई बीपी के पेशेंट में कोई लक्षण या संकेत देखने को नहीं मिलते हैं। आइए जानते हैं, रक्तचाप किसे कहते हैं। इसके कारण क्या होता है, ब्लड प्रेशर को कैसे नियंत्रित करें? इत्यादि।
उच्च रक्तचाप क्या है?
हाई ब्लड प्रेशर में ब्लड प्रेशर 90/140 या इसके उपर पहुँच जाता है। ऐसे में शरीर के धमनियों में रक्त का दबाव बहुत बढ़ जाता है। अक्सर दिनभर में रक्त चाप अनेक बार बढ़ता और कम होता है, लेकिन अगर यह लंबे अंतराल तक अधिक रहता है तो यह सेहत के लिए हानिकारक हो सकता हैं। इस समस्या के कारण हृदय रोग, हार्ट फेल्योर और स्ट्रोक जैसी अनेक बीमारियां हो सकती हैं। डॉक्टरों के अनुसार हाइपरटेंशन का मुख्य कारण लाइफस्टाइल से जुड़ी आदतें होती हैं, जिसके कारण और बीमारियाँ भी हो सकती हैं। अगर हाइ ब्लड प्रेशर जाने के बाद दवाइयां खानी पड़े उससे बेहतर हैं की इस बीमारी से बचने के लिए हम एहतियात बरतें। समय पर भोजन ना लेना, लंबे समय तक स्मर्टफ़ोने का प्रयोग करना और व्यायाम ना करना-इन सब आधुनिक जीवनशैली के कारण उच्च रक्तचाप का खतरा बढ़ जाता है। इनके अलावा और भी कुछ कारण हैं जिनके लिए आप ज़म्मेदार नहीं होते हैं जैसे लिंग,उम्र,जीवनशैली इत्यादि।
उच्च रक्तचाप के कारण
इस बीमारी का सबसे बड़ा कारण तनाव (स्ट्रेस) है:
आज के आधुनिक युग में हर कोई स्ट्रेस से ग्रस्त है। पहले यह बीमारी बुजुर्गों में पाई जाती थी लेकिन अब यह युवको और बच्चों को भी होने लगी है। नौकरीपेशा लौग दफ़्तर के काम से स्ट्रेस में रहते हैं वही ग्रहणी जिन्हें घर संभालने का स्ट्रेस होता है। स्ट्रेस के कारण ब्लड प्रेशर बढ़ाने वाले हॉर्मोन्स रिलीज होते हैं जिसके कारण रक्त वाहिकाओं पर दबाव पड़ने लगता है और ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। उच्च रक्तचाप के रोगी को तनाव से दूर रहना चाहिए। इसके अलावा इस बीमारी के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं:-
सिग्रेट और शराब का सेवन :
अगर आप कभी कभार सिग्रेट पीते हैं तब भी आपको
हाइपरटेंशन हो सकता है। सिग्रेट में निकोटिन कोशिकाओ को संकोचित कर देता है। ज़्यादा मात्रा में शराब का सेवन भी
आपको हाइपरटेंशन का शिकार बना सकता है।
ब्लड प्रेशर को जल्दी कैसे कम करें
क्या आप भी सोचते हैं ब्लड प्रेशर को जल्दी कंट्रोल करना, तोअपने लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव कर के आप अपने बीपी को नियंत्रित कर सकते हैं। देखें:-
नमक का सेवन सीमित करें।
संतुलित मात्रा में आहार का सेवन करें।
पोटैशियम भरपूर मात्रा में लें। शराब व धूम्रपान से बचें।
अपने तनाव को कम करें। ब्लड प्रेशर की जांच करते रहें।
मन को शांत रखने की कोशिश करें नियमित रूप से एक्सरसाइज,योगा करें।
ब्लड प्रेशर के बढ़ने से हो सकती हैं ये समस्याएं
एन्यूरिज्म :
ब्लड प्रेशर के बढ़ने से कोशिकायं कमज़ोर हो जाती हैं और ये एनेउरिजम का रूप ले लेती हैं। यह आपके लिए काफी ख़तरनाक हो सकता है।
हार्ट फेल्योरः
इस स्मास्या से कोशिकाओं पर ज़्यादा दबाव पड़ता है जिसके कारण हृदय की मांसपेशियां भारी हो जाती हैं। इस कारण शरीर की ज़रूरत के मुताबिक रक्तप्रवाह नहीं होता जिससे हार्ट फेल्योर हो जाता है।
शरीर का किसी भी अंग से पूरी तरह काम ना करनाः
अंगो का काम ना कर पाना किडनी में रक्त वाहीकाओं को कमज़ोर बना देता है जिसके कारण कई अंग काम करना बंद
कर देते है। व्यायाम करने से दिमाग को शांति मिलती है जिससे मानसिक तनाव कम हो जाता है। सिगरेट का सेवन हमारी रक्त वाहिकाओं के लिए हानिकारक होता है। इन सब आदों को छोड़ने से हाइपरटेंशन को कम किया जा सकता है। साथ ही, आप बीमारियों के मामले में वित्तीय रूप से सुरक्षित रहने के लिए सीनियर सिटीजन हेल्थ इंश्योरेंस प्लान (mediclaim for senior citizen) खरीद सकते हैं। जहां आप बड़े-बुजुर्गों का चिंता मुक्त हो कर इलाज करा सकते हैं। इसके अलावा होता है। आप फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस (best family health insurance plans) भी ले सकते हैं, जहां आपको एक ही पॉलिसी में परिवार में के सभी सदस्यों को स्वास्थ्य बीमा प्राप्त
डिस्क्लेमर:
👉हाइपरटेंशन या उच्च रक्तचाप से संबंधित किसी तरह की परेशानी होने पर डॉक्टर से तत्काल परमर्श करें। उच्च रक्तचाप के दावों की पूर्ति पॉलिसी के नियमों और शर्तों के अधीन है।