पाचन तंत्र मजबूती का सबसे उपयोगी आसन मयूरासन :योग एक्सपर्ट ओम कालवा
न्यूज रिपोर्टर मनोज मूंधड़ा बीकानेर श्रीडूंगरगढ़
श्री डूंगरगढ़। राजस्थान योग शिक्षक संघर्ष समिति के प्रदेश संरक्षक योगाचार्य ओम प्रकाश कालवा ने जानकारी देते हुए बताया। पाचन तंत्र मजबूती का सबसे उपयोगी आसन मयूरासन इस योगासन की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा।
अर्थ
-इस योगासन का नाम मयूरासन इसलिए रखा गया है कि इस आसन को करते समय साधक के शरीर की मुद्रा मोर के समान बनती है।
लाभ
-मयूरासन पाचन को बेहतर बनाने में मदद करता है और पाचन शक्ति को बढ़ाता है । यह अपच और पेट की अन्य बीमारियों से बचने में भी मदद कर सकता है मयूरासन अच्छे मल त्याग को सुविधाजनक बनाने और कब्ज (सामान्य/पुरानी/अभ्यस्त) से बचने में मदद कर सकता है।
विधि
-सबसे पहले जमीन पर घुटनों के बल बैठ जाएं। पंजों को एक साथ रखें और घुटनों को एक-दूसरे से अलग कर लें। फिर सामने की ओर झुकें और दोनों हथेलियों को घुटनों के बीच जमीन पर इस प्रकार रखें कि उंगलियां पंजों की और रहें। सुविधा और लचीलेपन को ध्यान में रख कर हाथों की स्थिति को व्यवस्थित कर लें।
समय
-यह मयूरासन का अंतिम चरण है। इस स्थिति में 10 सेकंड के लिए रुकें। अगर आप इसका नियमित अभ्यास करते हैं तो आप इसे 1 मिनट तक रोक कर रख सकते हैं।
सावधानी
-जिन लोगों को ब्लडप्रेशर, टीबी, हृदय रोग, अल्सर और हर्निया रोग की शिकायत हो, वे यह आसन योग चिकित्सक की सलाह के बाद ही करें।
आमतौर पर मयूरासन उन लोगों को करने के लिए मना किया जाता है जो उच्चे रक्तचाप की समस्या से पीडि़त हैं।
हृदय रोग या हार्ट की बीमारियों से ग्रसित लोगों को भी मयूरासन नहीं करना चाहिए।
मासिक धर्म या गर्भवती होने पर महिलाओं को मयूरासन से बचना चाहिए। चूंकि इस आसन में शरीर का पूरा भार मुख्य रूप से कलाई और कोहनियों पर होता है, इसलिए गलत तरीके से आसन करने पर इससे जुड़ी मांसपेशियों को चोट पहुंचने का खतरा रहता है।