रिपोर्टर रजनीश पाण्डेय गुजरात सत्यार्थ न्यूज जिला सूरत
पिता-पुत्र समेत पांच फाइनेंसर 8 से 20 फीसदी मासिक ब्याज दर पर पैसा देते पकड़े गए।
वह छोटे किराना दुकानदारों, सब्जी व्यापारियों और रिक्शा चालकों से दैनिक आधार पर ब्याज वसूल करता था: जो लोग उस दिन ब्याज नहीं देते थे वे राशि पर भारी ब्याज वसूलते थे।
कापोद्रा पुलिस ने फाइनेंसरों से हिसाब-किताब की डायरियां, नकदी और मोबाइल फोन बरामद कर 60 हजार रुपए का कीमती सामान जब्त कर कार्रवाई की।वह छोटे किराना दुकानदारों, सब्जी व्यापारियों और रिक्शा चालकों से दैनिक आधार पर ब्याज वसूलता था: जो लोग उस दिन का ब्याज नहीं देते थे, वे उस राशि पर भारी ब्याज भी वसूलते थे।
– कापोद्रा पुलिस को फाइनेंसरों के पास से हिसाब-किताब की डायरियां, नकदी और मोबाइल फोन मिले और 60 हजार रुपए का कीमती सामान जब्त कर कार्रवाई की सूरत।सूरत के कापोद्रा इलाके में छोटे किराना व्यापारियों, सब्जी व्यापारियों और रिक्शा चालकों से 8 से 20 प्रतिशत की मासिक ब्याज दर पर पैसे वसूलने वाले पांच फाइनेंसरों को कापोद्रा पुलिस ने गिरफ्तार किया, जिनके पास से खाते की डायरी, नकदी और मोबाइल फोन बरामद हुए उन पर कार्रवाई की गई और पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कापोद्रा क्षेत्र में कुछ सूदखोर फाइनेंसर, ऊंची ब्याज दरों पर छोटे किराना व्यापारी।पुलिस को सूचना मिली कि वे सब्जी व्यापारियों और रिक्शा चालकों को ब्याज पर पैसे देकर परेशान कर रहे थे और फिर दैनिक आधार पर ब्याज मांग रहे थे, इसलिए कापोद्रा पुलिस ने कल कापोद्रा रुक्षमणि सोसायटी गेट, कापोद्रा बालमुकुंद सोसायटी गेट और पिता- से तीन अलग-अलग टीमें बनाईं। इनके पास से नाना वराछा मोतीनगर सर्किल के पांच फाइनेंसर, 15 पॉकेट डायरियां, 40 हजार रुपए नकद और दो मोबाइल फोन बरामद हुए।पुलिस ने उनसे पूछताछ की तो पता चला कि वे ज्यादातर छोटे कारोबारियों को 8 से 20 फीसदी प्रति माह की ब्याज दर पर पैसा देते थे, लेकिन जो रकम देते थे, उसमें से 10 फीसदी रकम ब्याज के तौर पर काट लेते थे, बाकी रकम को 45 फीसदी में बांट लेते थे दिन और प्रतिदिन वसूला जाता था। यदि कोई एक दिन की रकम नहीं चुकाता था, तो उस पर 20 प्रतिशत ब्याज भी लगाया जाता था और जितने दिन की रकम नहीं चुकाता था, उसके हिसाब से पठानी पर ब्याज लगाया जाता था।कापोद्रा पुलिस ने इन सभी के खिलाफ गुजरात साहूकार अधिनियम के तहत पांच अपराध दर्ज किए और उन्हें गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई की।
कौन पकड़ा गया?
(1) ट्रैवल्स मैनेजर सुनीलभाई जिनाभाई वेकारिया (नंबर 47, निवास रमेशभाई का घर, सीतानगर सोसायटी, पुनागाम, सूरत) (2) महेशभाई सादुलभाई सांबद (नंबर 32, निवास नंबर 77, पहली मंजिल, विठ्ठलनगर सोसायटी, बापा) सीताराम चौक, कतारगाम दाभोली रोड, सूरत)(3) ऑटो रिक्शा मालिक अतुलभाई कनुभाई वासानी (यू.डब्ल्यू.39, असवारवाड सोसायटी, लस्काना, सरथाणा, सूरत))(4) पिता-पुत्र अवधेश (यू.डब्ल्यू. 21) -राधेश्यामभाई भीखाराम गोंदलिया (बी. 52) (दोनों आवास 33, प्रभुदर्शन सोसायटी, कापोद्रा,सूरत) पिता-पुत्र फाइनेंसर ने निजी फाइनेंस कंपनी से कम ब्याज पर पैसे लिए और ऊंचे ब्याज पर पैसे दिए। पुलिस जांच में पता चला कि वे पांचों फाइनेंसरों से 150 से ज्यादा लोगों से ऊंचे दाम पर पैसे ले चुके हैं पिछले डेढ़ साल में ब्याज दरें.सूरत, : पुलिस ने फाइनेंसर के पास से जब्त की गई डायरियों की जांच की तो पता चला कि उसने पिछले डेढ़ साल में 150 से ज्यादा लोगों को ऊंची ब्याज दरों पर पैसे देकर ठगा है।