न्यूज़ मनोज मूंधड़ा श्री डूंगरगढ़ 21 अप्रैल वीर बिग्गाजी महाराज के धड़ देवली एव शीश देवली धाम पर उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब हजारों भक्तो ने लगाई धोक
गौ रक्षक व क्षेत्र में प्रसिद्ध लोकदेवता वीर बिग्गाजी महाराज की शीश देवली रीड़ी और धड़ देवली बिग्गा के चैत्र शुक्ल पक्ष की द्वादशी एवं त्रयोदशी को लगने वाला शौर्य पीठ धड़ देवली धाम में दो दिवसीय मेला परवान पर रहा। मेले में हजारों की तादाद में पहुंचे श्रृद्धालुओ ने कतार में खड़े होकर वीर बिग्गाजी महाराज के दर्शन कर मन्नत मांगी। श्रृद्धालुओ ने हवन कुंड में घी खोपरा की आहुति देकर पर्यावरण शुद्धि की कामना करते हुए सुख समृद्धि की कामना की। मेले के अवसर पर मंदिर को रंग बिरंगी दूधिया रोशनी से सजाया गया। मेले में पंजाब, गुजरात, बाड़मेर, महाराष्ट्र, दिल्ली, श्री गंगानगर, हनुमानगढ़, नागौर, जोधपुर, पाली, मारवाड़, सहित आसपास के गांवो कस्बों सहित हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने पहुंच कर धोक लगाकर सुखी जीवन की कामना की। नव विवाहित जोड़ों ने वीर बिग्गाजी महाराज के फेरी लगाकर आशीर्वाद लेते हुए सुखमय जीवन की कामना की। मंदिर पुजारी महावीर प्रसाद तावनिया ने अखंड ज्योत प्रज्वलित कर क्षेत्र की सुख समृद्धि एवं सुख शांति की कामना की। मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद यहां पहली बार पहुंचने वाले श्रद्धालुओं में मंदिर को निहारने में होड़ लगी रही। भक्तो में मंदिर के आगे खड़े होकर फोटो खिंचवाने सहित बारीक कला कृतियां उकेर कर बनाए गए मंदिर को देखने के लिए होड़ लगी रही। मेले के अवसर पर यहां सैंकड़ों की संख्या में प्रसाद, खिलौने, मनिहारी, कृषि ओजार, फल फ्रूट की अस्थाई दुकानें भी लगी। भक्तो के लिए वीर बिग्गाजी सेवा संस्थान द्वारा ठहरने, मेडिकल, लंगर की निशुल्क व्यवस्था की गई। वीर बिग्गाजी सेवादल के कार्यकर्ता मुस्तैदी के साथ व्यवस्था बनाने में जुटे रहे।
जागरण में झूमे श्रोता होती रही भजनों की अमृत वर्षा मेले के अवसर पर रात्रि धड़ देवली धाम पर विशाल रात्रि जागरण का आयोजन हुआ जिसमें अपनी सुरीली आवाज से भजनों की अमृत वर्षा करने वाली भजन गायिका अर्चना देवी एंड पार्टी द्वारा भजनों की एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियों ने जागरण में उपस्थित भक्तो को नाचने पर मजबूर कर दिया। भजन गायिका अर्चना देवी ने गणेश वंदना के साथ जागरण की शुरुवात कर छम छम बाजे ऐ घोड़ी थारा घुंघरा भजन की प्रस्तुति शुरू की तो जागरण में उपस्थित श्रोता नाचने लगे। जागरण में उपस्थित श्रोताओं ने वीर बिग्गाजी महाराज के जयकारों से धरती अम्बर को गुंजायमान बना दिया। जागरण में पूरी रात भक्ति रस की बरसात होती रही।