सुधान्शू गोस्वामी
दतिया। शहर में गंदे पानी की सप्लाई होने पर अचानक फिल्टर प्लांट पहुँच गया उपाध्यक्ष प्रतिनिधि मंडल तकनीशियन को लगाई फटकार
दतिया शहर में नगर पालिका द्वारा गंदा पानी सप्लाई करने को लेकर गुरुवार की शाम दतिया नगर पालिका परिषद उपाध्यक्ष प्रतिनिधि योगेश सक्सैना के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल अचानक नए फिल्टर प्लांट पर पहुंच गया और औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मौके पर मौजूद टेक्नीशियन मौजूद पार्षदों को देखकर हड़बड़ा गया और वह को देखकर कुछ कहने सुनने की स्थिति में नहीं रहा और इधर-उधर की बातें कर वह संतोषजनक जवाब प्रतिनिधियों के सामने नहीं दे सका। प्रतिनिधियों ने मौजूद पानी टेस्टिंग एवं फिल्टर करने की विधि एवं नियम के बारे में जानकारी एवं पूछताछ की तो वह कुछ भी नहीं बता सका और उसने एक माह से पानी टेस्टिंग नहीं होने की बात भी स्वीकार की। यानी कि इसका मतलब है कि नगर पालिका और इसके प्रशासनिक अधिकारी दतिया शहर की जनता को बिना टेस्टिंग पानी उपलब्ध करा रहे हैं, जो नालों के माध्यम से गंदे पानी के रूप में घरों तक पहुंच रहा है। यह मामला कई दिनों से लोगों के सामने आ रहा था और बुधवार को भी गंदा पानी के रूप में पानी की सप्लाई की गई थी। जिसके फल स्वरुप गुरुवार को योगेश सक्सेना के साथ अनूप तिवारी, बृजेश दुबे आदि पार्षद प्रतिनिधि नए फिल्टर प्लांट पहुंचे और उन्होंने गंदा पानी सप्लाई होने की जानकारी की। लेकिन उन्हें टेक्नीशियन द्वारा कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं दिया जा सका। वहीं उन्होंने फिल्टर प्लांट पर जानकारी एवं मौका मुआयना किया तो मौके पर वर्ष 2016 के कई केमिकल जो पानी को साफ एवं पीने योग्य बनाते वह एक्सपायरी डेट का निकला। जिसे देखकर सभी प्रतिनिधि इस बात से नाराज हुए और टेक्नीशियन को जमकर फटकार लगाई। ऐसा नहीं है कि नगर पालिका द्वारा गंदे पानी की सप्लाई नहीं की जा रही है। यह सिलसिला काफी दिनों से चला रहा था लेकिन औचक निरीक्षण की जरूरत काफी समय पश्चात जनप्रतिनिधियों को लगी तो उन्होंने इसको जरूरत समझा और नगर पालिका के नए फिल्टर प्लांट पर निरीक्षण कर नगर पालिका की पानी टेस्टिंग लैब की पोल खोल कर रख दी। जो एक करीब एक माह से पानी की टेस्टिंग एवं फिल्टर करना वन्द है।