उन्नाव ब्रेकिंग न्यूज़
दिनांक – 08.04.2024
ब्यूरो चीफ ,दीपक कुमार
शुक्लागंज उन्नाव
थाना गंगाघाट उन्नाव कोतवाली का मामला है
गंगाघाट कोतवाली में एक अजीब केस आया जहां दीपक गौतम नाम के युवक पर एससी एसटी एक्ट के तहत लगभग 10 गंभीर धाराओं में नामजद कर के मुकदमा पंजीकृत कराया गया
जब कि उक्त घटना के वक्त नामजद युवक उन्नाव में अपने करीबियों के साथ में था ऐसा कई बार देखा गया है। कि पीड़ित अपनी शिकायत लेकर कोतवाली, चौकी या थाने जाता है।और अपनी तहरीर पर जिन नामों को दर्शाता है।उन नामों को पुलिस द्वारा नामजद कर के अभियोग पंजीकृत कराया जाता है।
से पुलिसकर्मियों की सराहना करनी चाहिए जिनके द्वारा पीड़ितों को न्याय मिलता है।मगर क्या कही– कही पीड़ित जिन लोगों को नामजद कराते है।वो वाकई में घटना के वक्त मौजूद होते भी है।
ऐसा ही एक मामले में माननीय न्यायलय उन्नाव ने कुछ लोगों को दोषी करार दिया था और कुछ को निर्दोष करार देकर रिहा कर दिया था मगर जो निर्दोष साबित हुए थे उनके दिल से पूछो कि उन्होंने कितने वर्षों जेल काटी होगी उनका परिवार परेशान हुआ होगा और कितना रुपया बर्बाद हुआ होगा अंत में सब कुछ बर्बाद होने के पश्चात आखिर माननीय न्यायलय ने निर्दोष साबित करार दिया ये ऐसा इसलिए हुआ क्यों कि वो निर्दोष उस वक्त उस घटनाक्रम पर नही थे मगर वो मामला किसी की हत्या का था और ये मामला भी हत्या की कोशिश का है।
यहां जिस युवक पर गंगाघाट कोतवाली में पीड़ित की तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कराया गया है।असल में घटना के वक्त दीपक गौतम नाम का युवक घटनाक्रम पर था ही नही फिर भी युवक को नामजद कर दिया गया अब युवक अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए दर दर भटक रहा है।हाला कि ये पुलिस प्रशासन के लिए जांच का विषय है।
नामजद युवक दीपक गौतम कैसा भी हो अगर वह अपने आप को प्रशासन की नजर में निर्दोष साबित कर पाया तो गंगाघाट कोतवाली प्रभारी रामफल प्रजापति और माननीय पुलिस अधीक्षक महोदय का आभारी रहूंगा क्यों कि सुना है।दस गुनहगार बच जाएं मगर किसी बेगुनाह को सजा नही मिलनी चाहिए