बहराइच
संवाददाता पंकज कुमार शुक्ला
जेल प्रशासन ने रोजा रखने वाले कैदियों के लिए सहरी और इफ्तार की विशेष व्यवस्था की
जेल प्रशासन ने रोजा रखने वाले कैदियों के लिए विशेष व्यवस्था की है। सुबह सहरी के समय रोजा खोलने के लिए उन्हें खजूर, शर्बत, बिस्किट, केला, दूध, दही आदि दिया जाता है तो वहीं शाम को इफ्तार के समय खजूर के बाद व्यवस्थाओं के हिसाब से उस दिन बनी दाल, सब्जी, चावल और चपाती दी जाती है। कैदी बैरकों में ही पांच वक्त की नमाज पढ़ कर अमन और शांति की दुआ करते है।
वहीं ईद के मौके पर जेल प्रशासन ने रोजेदारों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए सिवईं बनवाकर बंटवाने की भी विशेष व्यवस्था कर रखी है। जेल में बंद 1130 कैदियों में से जहां एक ओर मुस्लिम बंदी रोजा रखे हुए हैं। वहीं कारागार में एनडीपीएस के मामले में बंद एक हिंदू कैदी भी रोजा रखकर खुदा की इबादत कर रहा है।
जेल के सभी कैदियों के लिए एक समान नियम हैं। यदि कोई अन्य धर्म का कैदी भी पूजा-पाठ या उपवास रखता है तो उसके लिए भी निर्धारित बजट में उपवास सामग्री देने का नियम है। मुस्लिम कैदी रोजा रखता है तो उसे भी निर्धारित बजट में ही खाद्य सामग्री सूखे मेवे, दूध आदि दिया जा रहा है।