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मां वेत्रवती तट पर, बड वाले घाट पर, देर रात तक कवि रूपी बादलों के झुंड ने की कविताओं की बौछार

मां वेत्रवती तट पर, बड वाले घाट पर, देर रात तक कवि रूपी बादलों के झुंड ने की कविताओं की बौछार

प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी मां वेत्रवती घाट उद्धार सेवा समिति विदिशा के संस्थापक अध्यक्ष गोवर्धन साहू जी के नेतृत्व में उनके पुत्र ओम प्रकाश साहू की स्मृति में घाट उद्धार सेवा समिति द्वारा पांच दिवसीय मां वेत्रवती उत्सव मनाया जा रहा है। इसके तीसरे दिन आज कवि सम्मेलन के मुख्य संयोजक लायन अरुण कुमार सोनी राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अखिल भारतीय स्वर्णकार महासभा के संयोजन, चौधरी निसार मालवीय कई काव्य जगत की साहित्यिक संस्थाओं के जनक की अध्यक्षता में एवं आदरणीय गोविंद देवलिया राष्ट्रीय साहित्यकार एवं इतिहासकार, तथा भाई माधो सिंह जी साहित्य जगत की शान के विशेष आतिथ्य में, जिसका संचालन राष्ट्रीय कवि संतोष सागर ने अपने नाम के अनुरूप सभी को संतुष्ट करते हुए हास्य व्यंग्य के सागर में सभी को डुबकी लगवाते हुए सुंदर मंच संचालन करते हुए कवि सम्मेलन संपन्न कराया।

कवि सम्मेलन में सर्वप्रथम दीप प्रज्वलित कर मां सरस्वती का पूजा अर्चन वंदन किया गया। तत्पश्चात सेवा समिति के द्वारा टीका लगाकर एवं फूल माला पहनाकर सभी कवियों का स्वागत किया गया। इस अवसर पर विशेष अतिथि गोविंद देवलिया जी द्वारा विदिशा की विरासत को सवारने संभालने के लिए लोगों को प्रेरित किया। कामरेड भाई माधो सिंह जी ने सनातन धर्मके बारे में लोगों को महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे चौधरी निसार मालवीय ने अपनी कविता से नव जवानों को साहित्य के साथ कार्य करने की प्रेरणा प्रदान की। कार्यक्रम संयोजक लायन अरुण कुमार सोनी की कविता ” आंखों में चमक चेहरे पर दमक/ मुस्कान से सजा उनका चेहरा है” को काफी सराहना मिली। शाहिद अली शाहिद, चांद खां चांद एवं हामिद सिरोंजी साहब की पिचकारी से निकली कविताएं पुष्प वर्षा से सराबोर हो गई। उदय ढोली, संतोष शर्मा सागर, संजय चतुर्वेदी एवं सत्येंद्र सत्यज ने कविताओं के ऐसे गुब्बारे फोड़े कि उनकी गर्दनें मालाओं से भर गई। सोबरन सिंह,बद्री प्रसाद,दीपक रघुवंशी एवं अनुज भार्गव की रंग बिरंगी कविताओं ने किसी को बेरंगा नहीं छोड़ा। अशोक खरे, अमोली दास, खिलान दास, कोमल सिंह कोमल एवं शीतल कुमार जैन सलामतपुर की कविताओं ने भी गजब ढाया। अजीत खां , मोहम्मद हुसैन ‘अहसान’, रईस शेख एवं विष्णु दुबे नेभी जमकर कविताओं की बौछार की। सभी कवियों ने एक से बढ़कर एक कविताएं सुनाई। उन्होंने पुष्प वर्षा एवं फूलमालाओं का भरपूर आनंद लिया।

कार्यक्रम के अंत में संस्थापक अध्यक्ष भाई गोवर्धन सिंह साहू जी द्वारा सभी का आभार व्यक्त किया गया। भरपेट गरमा गरम भजिए एवं हलवा का सभी ने आनंद उठाया।

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