2005 में क्या हुआ: 19 साल में भी नहीं बन सकी पांच किमी लंबी सड़क, ग्रामीणों ने आंदोलन का किया एलान
बागेश्वर में बिनातोली मजकोट अगरकोट मोटर मार्ग के लिए 2005 में 15 किमी तक स्वीकृत हुआ, 2006 में इस मार्ग का निर्माण कार्य शुरू किया गया था। लेकिन 19 साल बीत जाने के बाद भी सड़क पूरी नहीं हो पाई है। जिससे लोगों में रोष है।पहाड़ के लोगों की समस्याएं तब और बड़ी हो जाती हैं, जब प्रकृति के साथ शासन-प्रशासन और सरकार के दावे खोखले साबित होते हैं। 2005 में 15 किमी तक स्वीकृत हुआ बिनातोली मजकोट अगरकोट मोटर मार्ग अब तक पूरा नहीं हो पाया। 2006 में इस मार्ग का निर्माण कार्य शुरू किया गया था।
सड़क निर्माण एजेंसी ने चार-पांच साल बाद ही मजकोट तक 10 किमी सड़क निर्माण के बाद कार्य रोक दिया। सड़क निर्माण के स्वीकृति के 19 साल बाद भी इस सड़क का निर्माण कार्य पूरा नहीं होने से ग्रामीण आक्रोशित हो गए हैं। ग्रामीणों ने मोटर मार्ग का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। अगरकोट के ग्रामीणों में सरकार के प्रति रोष है। ग्रामीणों ने मोटर मार्ग का निर्माण कार्य शुरू करने के संबंध में कई बार विधायक, सासंद, जिला पंचायत अध्यक्ष से कहा पर समाधान नहीं मिला।अगरकोट के ग्रामीणों का कहना है कि गोमती नदी पर पुलिया नहीं होने से बारिश में बच्चों को स्कूल जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। नदी के उफान भरने से अधिकांश बच्चे मानसून के दौरान तीन माह स्कूल नहीं जा पाते हैं। ग्रामीणों ने एसडीएम जितेंद्र वर्मा के माध्यम से डीएम को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गिरीश कोरंगा, शिव राम, अनिल राम आनंद पुरी, रघुवीर राम, मोहन पुरी, दलीप राम आदि थे।
न्यूज रिपोर्टर दीपक कुमार बागेश्वर उत्तराखंड