आकांक्षी भारत योजना: नीति आयोग की रैंकिंग में कपकोट ब्लॉक को देश में 34वां स्थान, पिछली बार 422वीं रैंक थी
बागेश्वर- के कपकोट में स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, कृषि, मूलभूत सुविधा, सामाजिक विकास के मूल्यांकन में बागेश्वर के कपकोट ब्लॉक ने ऊंची छलांग लगाई है।
आकांक्षी भारत योजना के तहत किए गए सर्वे में इस विकासखंड को देश के 471 ब्लॉकों में 34वां स्थान मिला है।कपकोट में स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, कृषि, मूलभूत सुविधा, सामाजिक विकास के मूल्यांकन में बागेश्वर के कपकोट ब्लॉक ने ऊंची छलांग लगाई है। आकांक्षी भारत योजना के तहत किए गए सर्वे में इस विकासखंड को देश के 471 ब्लॉकों में 34वां स्थान मिला है। यह रैंकिंग नीति आयोग की ओर से जारी की गई है। उत्तराखंड से चौथे स्थान पर पौड़ी जिले का दुगड्डा ब्लॉक भी आया है।
नीति आयोग ने अपनी वेबसाइट पर यह जानकारी सार्वजनिक की है। पिछली बार कपकोट की रैंकिंग 422 थी। कम समय में ही ब्लॉक ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। बता दें कि आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम आकांक्षी जिला कार्यक्रम पर आधारित है जिसमें देश भर के 500 ब्लॉक शामिल किए गए हैं। ये ब्लॉक खराब सामाजिक-आर्थिक संकेतकों से प्रभावित हैं। यह कार्यक्रम 2023 में शुरू किया गया था। सर्वेक्षण की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी। बीडीओ ख्यालीराम ने कहा कि जिन मानदंडों में हम पीछे रहे उनमें और बेहतर करने का प्रयास जारी रहेगा।इसका होता है मूल्यांकन:
आकांक्षी भारत योजना के तहत विकासखंडों में स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, कृषि, मूलभूत सुविधा, सामाजिक विकास का मूल्यांकन किया जाता है।
इसलिए सुधरी कपकोट की रैंकिंग
शिक्षा में ड्रॉपआउट बहुत कम हुआ है।
मातृ व शिशु कल्याण, टीकाकरण एवं संस्थागत प्रसव में बहुत सुधार हुआ है
बीमारियों की स्क्रीनिंग की प्रक्रिया बेहतर है।
ये ब्लॉक हैं आकांक्षी योजना में शामिल:
पौड़ी का दुगड्डा, हरिद्वार का बहदराबाद, ऊधमसिंह नगर का गदरपुर, अल्मोड़ा का स्याल्दे, बागेश्वर का कपकोट और उत्तरकाशी का मोरी
कपकोट विकासखंड ने हाल के वर्षों में शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, कृषि, सामाजिक विकास के क्षेत्र में काफी तरक्की की है। इसी का परिणाम है कि पूरे देश में कपकोट को 34वां स्थान प्राप्त हुआ है। -सुरेश गढ़िया, विधायक कपकोट।
कपकोट विकासखंड में योजनाएं धरातल पर उतरी हैं। विकासखंड को पिछले तीन साल में 700 आवास मिले थे। अब कपकोट में एक भी परिवार आवासविहीन नहीं है। -गोविंद सिंह दानू, क्षेत्र प्रमुख कपकोट।
न्यूज रिपोर्टर दीपक कुमार बागेश्वर उत्तराखंड