सफलता की कहानी
किराना दुकान, कियोस्क सेंटर, बकरी पालन और सिलाई से हर महीने सोना देवी कमा रहीं 12 से 15 हजार रुपए
हरिशंकर पाराशर सत्यार्थ न्यूज़ संवाददाता
कटनी – निर्धन परिवार में जन्मी विलायतकला निवासी सोना देवी स्व-सहायता समूह की आजीविका संवर्धन गतिविधि से जुड़कर किराना दुकान, कियोस्क सेंटर, बकरी पालन और सिलाई कर हर माह 12 से 15 हजार रुपए कमा रही हैं। जिससे वे अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत बन गई है।
सोना देवी जनपद पंचायत बड़वारा के ग्राम विलायतकलां की निवासी हैं। इनका विवाह सुरेंद्र कुमार मल्लाह से हुआ है। इनका जीवन उतार-चढ़ाव एवं संघर्षों से भरा रहा। परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी न होने के कारण दो वक्त के भोजन के लिए भी संघर्ष करना पड़ता था। कई बार तो अधपेट रहना पड़ता था या सूखी रोटी से ही पेट भरना पड़ता था। जीवन के इन्हीं संघर्षों के बीच उन्हें स्व-सहायता समूह के बारे में जानकारी मिली। जानकारी मिलने के बाद सोना नवंबर 2018 में राधिका स्व-सहायता समूह से जुड़ी जिससे उनके अंदर छोटी-छोटी बचत करने की भावना बढ़ी।
सोना देवी ने समूह से 45 हजार रुपए ऋण लेकर व 5 हजार रुपए स्वयं से मिलाकर एक किराना दुकान का संचालन शुरू किया। दुकान का संचालन करते हुए उन्होंने कियोस्क सेंटर के माध्यम से पैसों की निकासी का काम भी शुरू कर दिया। सोना देवी यहीं नहीं रुकी बल्कि वो अब बकरी पालन एवं सिलाई का कार्य भी कर रहीं है। इन सभी गतिविधियों से उनकी हर महीने 12 से 15 हजार रुपए तक आय हो जाती है।
सोना देवी ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को धन्यवाद देते हुए कहा कि पहले छोटी-छोटी जरूरतों के लिए भी सोचना पड़ता था, परंतु अब हम आत्मनिर्भर होकर आत्मसम्मान से जीवन जी रहे हैं।