समुचित विकास में बाधा बन गई कमीशन खोरी, जन -जन का बुरा हाल
जांच की लीपा पोती में सिमट जाता है पूरा मामला, कैसे दिखे डेवलपमेंट

जिला सतना सतना सड़क निर्माण में की गई धांधली से वार्ड वासी हो रहे परेशान,लगता है की सड़क खा गई नाली,अब सड़क की गुणवत्ता पर उठ रहे सवाल। केंद्र तथा राज्य की सरकार सड़क के माध्यम से विकास को गति देने के लिए करोड़ों रुपए की राशि खर्च कर रही है लेकिन भ्रष्टाचार व कमीशन खोरी के कारण बन रही सडके खस्ताहाल होने लगी है, ऐसे ही मामला सतना जिले के कई वार्ड मे देखा गया,नगर रहवासीयो की बड़ी मिन्नतों के बाद सड़क तो बन गई अब वार्डवासी खुशी मनाएं या रोड निर्माण के दौरान चली मशीनों से क्षतिग्रस्त हो चुकी नालिया का अवसोस,वैसे तो यहाँ कई नालियां करीब 35 वर्ष पुरानी है जिनमें मलवा भर जाने से बारिश के समय कई जगह तो उल्टा नाली का गंदा पानी घरों में घुसता है, फिर भी जैसे तैसे काम चल रहा था। पर कुछ दिन पहले जब यहां भरहुत नगर रोड का निर्माण कार्य चल रहा था तो मशीनों के दबाव से कई जगह नालियां धंस जाने से परेशानी और बढ़ गयी है, जिसके चलते रहवासियों द्वारा नाली निर्माण करने संबंधी आवेदन नगर पालिका को दे रखा है,वहीं रोड़ की गुणवत्ता व ठेकेदार के कार्य से भी रहवासी खुश नहीं है। स्थानीय रहवासी ने बताया कि ठेकेदार पहले बिना खुदाई किये ही गिट्टी बिछा कर डामरीकरण करने की फिराक में था पर रहवासियों के विरोध व शिकायतो के बाद स्थानीय पार्षद के हस्तक्षेप से ठेकेदार ने खुदाई की। वही के रहवासी ने कहा के 25 से 30 दिनों तक तो रोड पर गिट्टी बिछी रही फिर शिकायतों के बाद ठेकेदार ने काम शुरू किया, रोड पर डामर डालने के 2 दिन बाद ही कई जगह से रोड उखड़ने लगी थी सड़क ठेकेदार ने क्वालिटी में नहीं किया कोई सुधार रह वाशियों ने बोला की रोड निर्माण कार्य में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया उपयंत्री को अनुपस्थिति में ठेकेदार ने मनमर्जी का काम किया है ठेकेदार का भुगतान एकना चाहिए जिसकी शिकायत भी की है। इतना ही नहीं ठेकेदार ने पटिया निर्माण सामती से रोड तो बना कर
तैयार कर दिया अब स्थिति यह है कि रोड पर गाड़ी खड़ी करने जाओ तो सट्टे पड़ जाते हैं और गाड़ी मर जाती है जिससे रहवासियों
का नुकासान हो रहा है गाड़ियां अंदर की तरफ भस रही है खराब बायलिटी मा माल डष्ट से सड़क का डामरीकरण किया गया है,
रहवासियों ने बताया की रोड बनाने के दौरान नालियां धंस गयी है नाली का पानी रुकने से मच्छर हो रहे है, समस्या आ रही है,यदि निमर्माण के लिए रहवासियों के हस्ताक्षर करवा कर आवेदन दिया है,तो वही रहवासीयों का कहना है,की सड़क बनते समफ गति अवरोधक बनाने की मांग भी की थी पर किसी ने नहीं सुनी क्योंकि पास में मंदिर है,छोटे बच्चे भी कही खेलते हैं, अवरोधक न होने से बाहन चालक तेज गति से दोपहिया वाहन दौड़ाते रहते है,किसी दिन कोई दुर्घटना हो गयी तो कौन जिम्मेदार होगा क्योंकि अवरोधक तो कहीं कोई बन ही नहीं रहा। कमीशन खोरी और मिलीभगत से रोड के बन गई अब रोड कितनी टिक पाती है यह आने वाला समय ही बताएगा।
सतना से ऋषिकेश त्रिपाठी

















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