ग्राम फुलेन मे सात दिवसीय श्रीराम कथा एवं पंच कुण्डीय विष्णु महायज्ञ प्रारम्भ
झमाझम बारिश मे किया कथा का श्रवण
पापों से मुक्ति दिलाती है श्रीराम कथा : गोविन्द जाने
सुनील वर्मा ब्यूरो चीफ अकोदिया मध्य प्रदेश
अकोदिया। श्रीराम कथा के श्रवण मात्र से भक्तों को पापों से मुक्ति मिल जाती है। श्रीराम की भक्ति पाने के लिए उनकी कथा का श्रवण जरूर करें। उक्त उदगार ग्राम फुलेन मे श्रीराम दरबार प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य मे आयोजित श्रीराम कथा के प्रथम दिन कथा व्यास पंडित विनोद नागर गोविन्द जाने ने श्रोताओं को कथा का रसपान कराते हुए कहीं। श्रीराम दरबार की प्रतिष्ठा महोत्सव के उपलक्ष्य मे 5 मई सोमवार से 12 मई तक आयोजित पंच कुण्डीय श्री विष्णु महायज्ञ यज्ञाचार्य पंडित ओमप्रकाश शर्मा के मार्गदर्शन मे प्रारम्भ हुआ। प्रथम दिन हेमाद्री स्नान व प्रायश्चित कर्म के साथ धार्मिक अनुष्ठान प्रारम्भ हुआ।
कथा के दौरान कथावाचक गोविन्द जाने ने कहा की कर्म यदि पवित्र रहेंगे तो प्रेत भी साथ देगा तुलसीदास जी को प्रेत ने साथ देकर श्री हनुमान जी का दर्शन करवाया। हम घर, परिवार, समाज को सुधारने की बात करते हैं लेकिन श्री रामचरितमानस के अनुसार यदि व्यक्ति अपने कर्म सुधार ले तो शत्रु भी तारीफ करता है। श्री नागर ने कहा की प्रभु श्रीराम शत्रु पर भी दया भाव रखते हैं। शत्रु को भी सुधारने की कोशिश करते हैं। श्री गोविन्द ने कहा की भगवान राम की मर्यादा पुरषोत्तम श्री राम के रूप मे मंदिरो मे पूजन होती है वही विजयदशमी पर गलत कर्मो के कारण ही रावण का पुतला दहन होता है। जो व्यक्ति दूसरे के धन को बिना मेहनत के जो अपना बनाना चाहते हैं एवं माता,बहन,बेटियों को कुदृष्टि से देखते हैं वह व्यक्ति अपने कर्म को खराब कर लेता है।
झमाझम बारिश मे किया कथा का श्रवण
सोमवार से प्रारम्भ हुई सात दिवसीय श्रीराम कथा के प्रारम्भ मे श्री खेड़ापति हनुमान मंदिर से श्रीरामचरित मानस का चल समारोह निकाला गया जिसमे बड़ी संख्या मे ग्रामीणजन सम्मिलित हुए। यज्ञ व कथास्थल पर पहुंचते ही तेज हवा के साथ झमाझम बारिश शुरू हो गई। कथा श्रवण करने बड़ी संख्या मे पहुँचे श्रद्धालुओं ने झमाझम बारिश मे श्रीराम कथा का श्रवण कर संगीतमय भजनो पर नृत्य किया।