सुनालिया रेल्वे क्रॉसिंग पर जल्द ही वाई शेप अंडरपास का होगा निर्माण, लोगों को जाम से मिलेगी राहत
अमन सोनी की रिपोर्ट
*कोरबा*शहर में प्रवेश के साथ ही रेल्वे स्टेशन आने-जाने वाले सुनालिया नहर पुल मुख्य मार्ग में रेल्वे क्रॉसिंग बंद होने की वजह से नहर पुल पर वाहनों के जाम में फंसने वाले आम लोगों को जल्दी ही राहत के साथ आराम मिलने लगेगा। आम लोगों को फाटक बंद होने से इस मार्ग पर आवागमन में जो परेशानी उठानी पड़ती है, वह आने वाले समय में दूर हो जाएगी। कोरबा के विधायक और छत्तीसगढ़ शासन के उद्योग, वाणिज्य एवं श्रम मंत्री श्री लखन लाल देवांगन की पहल, अनुशंसा और कलेक्टर श्री अजीत वसंत के प्रयासों से इस सुनालिया रेल्वे क्रॉसिंग पर शीघ्र ही वाई शेप अंडरपास का निर्माण होने वाला है। कलेक्टर द्वारा अंडरपास निर्माण के लिए 30 करोड़ 97 लाख रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। जल्द ही तकनीकी स्वीकृति उपरांत अंडरपास निर्माण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा। जिला प्रशासन की इस पहल से शहरवासियों की बहुप्रतीक्षित मांग पूरी होने वाली है और उन्हें बेहतर आवागमन उपलब्ध होने वाला है।
औद्योगिक नगरी वाले जिले के रूप में पहचान रखने वाले कोरबा जिले के हृदय स्थल पॉवर हाउस मुख्य मार्ग तथा सुनालिया नहर पुल मार्ग से शहरवासी नियमित आवागमन करते हैं। शहर से रेल्वे स्टेशन की ओर जाने और रेल्वे स्टेशन से शहर की ओर आने के लिए सुनालिया रेल्वे क्रॉसिंग का मार्ग महत्वपूर्ण स्थान है। विगत समय से सुनालिया नहर पुल वाले मुख्यमार्ग पर यातायात का दबाव भी तेजी से बढ़ रहा है। मुख्य मार्ग पर यातायात का दबाव बढ़ने से नहर पुल पर आये दिन ट्रैफिक जाम की स्थिति भी निर्मित होती है। यह समस्या और भी विकराल हो जाती है, जब कोई उत्सव का माहौल हो तथा रेल्वे फाटक बंद हों। रेल्वे फाटक के बंद होने व खुलने के दौरान दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग जाती है। शहर की इस बड़ी समस्या को संज्ञान में लेकर कलेक्टर श्री अजीत वसंत द्वारा जिले के एसपी तथा अन्य अधिकारियों के साथ जिले में यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने सुनालिया मार्ग सहित अन्य महत्वपूर्ण मार्गों का अवलोकन भी किया गया था। इस दौरान कलेक्टर ने लोक निर्माण विभाग (सेतु) के अधिकारियों को सुनालिया रेल्वे क्रॉसिंग में अंडरपास निर्माण के लिए स्टीमेट बनाने के निर्देश दिए थे। आखिरकार उद्योग मंत्री श्री देवांगन की अनुशंसा पर जिला खनिज न्यास मद से लगभग 30 करोड़ 97 लाख रूपए की लागत से अंडरपास निर्माण की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान कर दी गई है।