विश्व क्षय दिवस पर अंधियार खोह में विशाल स्वास्थ्य शिविर आयोजित,
शिविर में टीबी सहित सभी तरह की बीमारियों की जांच, उपचार एवं दवाई वितरीत किया गया,
टीबी मुक्त 34 ग्राम पंचायतों के सरपंचों को किया गया सम्मानित,
कलेक्टर, जिला पंचायत अध्यक्ष, नगरपालिका अध्यक्ष सहित अनेक जनप्रतिनिधि हुए शामिल…
सूरज यादव, गौरेला पेंड्रा मरवाही। विश्व क्षय दिवस के अवसर पर आज गौरेला विकासखण्ड के बैगा बहुल सुदूर क्षेत्र के ग्राम पंचायत अंधियार खोह में मिडिल स्कूल प्रांगण में जिला प्रशासन के सहयोग से स्वास्थ्य विभाग द्वारा विशाल स्वास्थ्य शिविर (मेगा हेल्थ कैम्प) का आयोजन किया गया। शिविर में टीबी मरीजों के साथ ही सभी तरह की बीमारियों की विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा जांच, उपचार एवं दवाई वितरण किया गया। इस अवसर पर टीबी मुक्त 34 ग्राम पंचायतों के सरपंचों को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मूर्ति एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इनमें आमागांव, लमना, पुटा, पिपलामार, लटकोनी, बदरोड़ी, बगरार, चनाडोंगरी, गुदुमदेवरी, कटरा, खुरपा, मड़ई, नाका, रूमगा, सिवनी, आमगांव, आमाडोब, चुकतीपानी, झगराखांड़, केंवची, कोटमीखुर्द, लमना, टीकरखुर्द, उमरखोही, लटकोनी, देवरीखुर्द, घाटबहरा, मुरमुर, पीथमपुर, मेंढुका, निमधा, पीपरडोल, पीपरिया एवं टीकठी शामिल हैं। कलेक्टर श्रीमती लीना कमलेश मंडावी ने कहा कि सभी को स्वस्थ रहना चाहिए, स्वस्थ रहने का सभी को अधिकार है। इसी को लेकर विश्व स्वास्थ्य दिवस पर सुदूर क्षेत्र के बैगा बहुल ग्राम अंधियार खोह में मेगा स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया गया है। उन्होंने कहा कि टीबी लाइलाज बीमारी नहीं है। भारत सरकार द्वारा टीबी मुक्त देश बनाने के लिए स्वास्थ्य अमले एवं जनप्रतिनिधियों के सहयोग से जिले को टीबी मुक्त जिला बनाना है।
उन्होंने जनप्रतिनिधियों से निक्षय मित्र बनकर टीबी मरीजों को गोद लेने का आग्रह भी किया। जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री समीरा पैकरा ने कहा कि बड़े सौभाग्य की बात है कि अंधियार खोह में आयोजित मेगा स्वास्थ्य शिविर में विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा टीबी रोग के साथ ही हड्डी, शिशु, नेत्र, कुष्ठ, स्त्री रोग की जांच एवं उपचार किया गया। साथ ही शुगर, बीपी, एचआईवी, ईसीजी आदि का भी जांच कर आवश्यकतानुसार परामर्श एवं दवा दी गई। उन्होंने शिविर के लिए जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया। नगरपालिका परिषद गौरेला के अध्यक्ष मुकेश दुबे ने कहा कि जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में विस्तार हो रहा है। जिला बनने से पहले वनांचल क्षेत्रों में दवाईयों के अभाव में मरीजों की मृत्यु हो जाती थी। अब समय के साथ स्वास्थ्य सेवाओं का दायरा बढ़ा है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों तक स्वास्थ्य योजनाओं की जानकारी होनी चाहिए और उसका लाभ भी मिलना चाहिए। जिला पंचायत उपाध्यक्ष राजा उपेन्द्र बहादुर सिंह एवं किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष बृजलाल सिंह राठौर ने भी शिविर को संबोधित किया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रामेश्वर शर्मा और टीबी उन्मूलन के जिला नोडल अधिकारी डॉ. जोहन सिंह कंवर ने टीबी मुक्त जिला बनाने के लिए स्वास्थ्य एवं अन्य विभागों के समन्वय से किए जा रहे कार्यों का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
शिविर में टीबी मरीजों को पोषण किट एवं वृद्धजनों को वॉक स्टीक प्रदान किया गया। शिविर में नगरपालिका परिषद गौरेला की उपाध्यक्ष रोशनी तापस शर्मा, जिला पंचायत सदस्य पवन पैकरा, श्याममणि राठोर, पूर्णिमा पैकरा, गणमान्य नागरिक राजकुमार रोहिणी, संतोष तिवारी, ज्ञानेन्द्र उपाध्याय, विभिन्न ग्राम पंचायतों के सरपंच, स्वास्थ्य अमला एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे। सिविल सर्जन डॉ. देवन्द्र पैकरा ने जनप्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया।