सत्यार्थ न्यूज/मनीष माली
अभिभावक ने की थी शिकायत सत्यार्थ न्यूज़ में उठाया था मुद्दा
14 मार्च को निर्धारित समय पर नियत परीक्षा केंद्र पर होगी परीक्षा, मामला 6 मार्च को अंग्रेजी प्रश्न पत्र के लीक होने का! जाने क्या है पूरी खबर
परीक्षा में लापरवाही का जिम्मेदार कौन?
सुसनेर शिक्षा विभाग की लापरवाही के चलते पांचवी कक्षा के एक छात्रा को अंग्रेजी प्रथम भाषा की जगह अंग्रेजी द्वितीय भाषा का प्रश्न पत्र दिए जाने के मामले में शिक्षा विभाग छात्र की पुनः परीक्षा आयोजित करेगा।
इस संबंध में सत्यार्थ न्यूज़ द्वारा प्रमुखता से समाचार प्रकाशित कर मामले का खुलासा किया गया था। इसके बाद शिक्षा विभाग छात्र की पुनः परीक्षा आयोजित कर रहा है। शिक्षा विभाग में छात्र के अभिभावक को पत्र भेजकर पुनः परीक्षा करने की जानकारी दी है, विकासखंड स्त्रोत समन्वयक कार्यालय जनपद शिक्षा केंद्र ने 9 मार्च को छात्र आराध्या जैन के अभीभावक देवेंद्र कटारिया को पत्र क्रमांक ज.शी.के./परीक्षा/2024/489 भेज कर सूचित किया है, की कक्षा पांचवी में अध्यनरत आपके पुत्र आराध्या जैन का 6 मार्च को अंग्रेजी प्रथम भाषा का पेपर होना था जो त्रुटि वह उसे अंग्रेजी द्वितीय भाषा का पेपर दे दिया गया था। वरिष्ठ कार्यालय के निर्देश पर आराध्या के अंग्रेजी प्रथम भाषा का पेपर अब 14 मार्च 2024 को निर्धारित समय पर नियत परीक्षा केंद्र पर होगा।
अभीभावक ने कितनी शिकायत सत्यार्थ न्यूज़ में उठाया था मुद्दा –
उल्लेखनीय है कि शिक्षा विभाग की इस लापरवाही की छात्रा के अभिभावक देवेंद्र कटारिया ने प्रशासन व शिक्षा विभाग के जिम्मेदारों को लिखित आवेदन देकर शिकायत की थी। जिसको सत्यार्थ न्यूज़ द्वारा शिक्षा विभाग की लापरवाही से 11 मार्च को होने वाला कक्षा 5 का पेपर लीक के नामक शीर्षक से खबर प्रकाशित कर मुद्दा उठाया गया था। इसके बाद शिक्षा विभाग के जिम्मेदार जागे। और जिले के चारों विकास खंड के बीएससी को नोटिस जारी किया था। साथ ही अभिभावक श्री कटारिया को मामले की जांच कर कार्यवाही का आश्वासन भी दिया था। अब शिक्षा विभाग द्वारा छात्र की परीक्षा भी पुणे आयोजित की जा रही है। हालांकि हिंदी माध्यम के विद्यार्थियों की परीक्षा निर्धारित समय पर नए प्रश्न पत्रों से होगी।
परीक्षा की लापरवाही का जिम्मेदार कौन?
शिक्षा विभाग छात्र की पुन परीक्षा आयोजित करवा रहा है। परंतु परीक्षा में इतनी बड़ी लापरवाही करने का जिम्मेदार कौन है और उसे पर क्या कार्यवाही होगी?
कार्यवाही होनी भी या नहीं? यह अभी बस एक सवाल बना हुआ है। राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा आयोजित इस परीक्षा में शिक्षा विभाग के जिम्मेदारों की इतनी बड़ी गलती सामने आने के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मामले को दबाने में जुट गए हैं। इस लापरवाही में अभी तक किसी की जिम्मेदारी तय नहीं हो सकती है। विभाग के जिम्मेदारों की इस लापरवाही से छात्र व उसके परिजन तो मानसिक रूप से परेशान हुए ही है। साथ ही जिले के लगभग 12 000 छात्रों के लिए नए पेपर प्रिंट कराए गए हैं। वही अपने सहपाठियों से अलग एक अकेला छात्र नया प्रश्न पत्र हल करेगा।