रोटी-बेटी के साथ अब माँ को भी बचाने जैसी स्थिति आने वाली है – मुनि सागर जी
शनिवार सत्यार्थ न्यूज लाइफ से मनोज कुमार माली सोयत कला
अमरकोट के नेमिधाम में हुआ जैन समाज का रथयात्रा एवं वेदी प्रतिष्ठा महोत्सव
सुसनेर। शुक्रवार को क्षेत्र के ग्राम अमरकोट स्थित अतिप्राचीन अतिशयकारी दिगम्बर जैन तीर्थ नेमिधाम में आयोजित तीन दिवसीय रथयात्रा एवं वेदी प्रतिष्ठा महोत्सव का समापन हो गया। आयोजन समाधिस्थ मुनि भूतबलि सागर जी महाराज के शिष्य मुनि मौन सागर जी महाराज ससंघ के सानिध्य में सकल दिगम्बर जैन समाज एवं पूर्णिमा महोत्सव समिति अमरकोट के द्वारा किया गया। इस अवसर पर मुनि सागर जी महाराज ने उपस्थित श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि समाज का समाज मे रहेगा तो संभल कर रहेगा। सभी समाज को आपस में जोड़ने का प्रयास करे। समाज मे अब रोटी बचाओ बेटी बचाओ के साथ माँ को बचाने की जरूरत जैसी स्थिति आने वाली है। इसलिए बेटी बचाओ और उसके साथ रोटी भी बचाओ। समाज की शादियां लाखो रुपये खर्च करके बड़े-बड़े गार्डनों में करने की बजाय तीर्थ क्षेत्रों पर आकर करे। विवाह के बाद तीर्थ यात्रा करने की जरूरत नही पड़ेगी। तीर्थ क्षेत्र पर विवाह आयोजन करने से पैसा फिजूल खर्च होने से बचेगा, तीर्थ क्षेत्रो का भी पोषण होगा और आपको भी कई तीर्थ क्षेत्रों की यात्रा का फल मिलेगा। मुनि मौन सागर जी ने भी सम्बोधित किया। संघस्थ मंजुला दीदी ने कहा कि आप लोगों को सामाजिक व्यवस्था बनानी होगी। गांव की बेटी गाँव में और समाज की बेटी समाज मे ही रहे। कार्य्रकम की शुरुआत सुबह भगवान का अभिषेक, शांतिधारा, नित्यनियम पूजन व मण्डल विधान का पूजन कर की गई। ब्रह्मचारी मंजुला दीदी के निर्देशन व संघस्थ विपुल भैया, पंडित फूलचंद जैन पुष्प उन्हेल, पंडित कल्याणमल जैन कोटा मार्गदर्शन में लाभार्थी अशोक जैन राणा परिवार उज्जैन द्वारा नवीन वेदी जी मे मुख्य प्रतिमा विराजमान की गई। उसके बाद बैंड बाजो एवं धूमधाम के साथ ग्राम में श्रीजी की रथयात्रा का चलसमारोह निकाला गया। रथ में सवार श्रीजी व बग्गियों में सवार इन्द्र इन्द्राणी के साथ नाचते झूमते श्रद्धालुओ से पूरे ग्राम का वातावरण धर्ममय हो गया। चलसमारोह में शामिल हुए। समापन पर पाण्डुक शिला पर श्रीजी का अभिषेक किया गया। नेमिधाम ग्रुप इंदौर के द्वारा आयोजितवात्सल्य भोज के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। संचालन अशोक जैन मामा ने किया तथा आभार समिति संयोजक मुकेश साँवला ने माना। इस अवसर पर सुसनेर, सोयत, मोड़ी, ताखला, धरोला, सेमलखेड़ी, नलखेडा, आगर, कानड़, उज्जैन, इंदौर, भोपाल, झालावाड़, कडोदिया, रटलाई, पाटन, पिड़ावा, जयपुर, उदयपुर, भवानीमंडी सहित मध्यप्रदेश व राजस्थान के विभिन्न शहरों से बड़ी संख्या में जैन धर्मावलंबी शामिल हुए।
कोशिश करूंगा…अगली बार डामर रोड़ पर मिलेंगे
कार्यक्रम में अतिथि के तौर पर पूर्व विधायक बद्रीलाल सोनी, पार्षद प्रदीप सोनी, सभी स्थानों के समाजाध्यक्ष सहित त्यागीगण उपस्थित रहे। मुनि श्री ने अपने सम्बोधन में ग्राम तक पहुँच मार्ग पर सड़क निर्माण का जिक्र करते हुए प्रयास करने की बात कही तो उपस्थित पूर्व विधायक सोनी ने आश्वस्त करते हुए कहा कि मैं कोशिश करूंगा कि अगली बार हम डामर रोड़ पर ही मिलेंगे।