नेशनल हाईवे के सर्विस रोड पर लोगों ने अवैध कब्जा
प्रशासन की आंखों पर पट्टी बड़ी अनहोनी होने का है इंतजार
हाईवे के सर्विस रोड पर बड़े-बड़े हो रहे हैं पेड़ पौधे उनकी सफाई तक नहीं की जाती
सत्यार्थ न्यूज लाइफ ब्यूरो चीफ
मनोज कुमार माली सोयत कला से
सुसनेर नगर में पुराना पेट्रोल पंप डग रोड से नगर में होता हुआ मोडी चौराहा जीरापुर रोड तक लोगों ने अपने घर के बाहर अवैध रूप से सर्विसरोड पर अपना कब्जा जमा लिया इंदौर कोटा राष्ट्रीय राजमार्ग 552 जी के द्वारा सर्विस रोड बनाया गया परंतु लोगों के द्वारा अपने-अपने घरों के सामने लोगों ने अवैध रूप से पोस्टर बैनर एवं सामान रखकर आवेदन कब्जा कर रखा है जिससे सर्विस रोड पर आने जाने वालों को भी काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है एवं सामान रखने की वजह से आगे पीछे के वहान नहीं दिखेपाते और इस वजह से एक्सीडेंट होने का खतरा बरकरार बना रहता है एवं एक्सीडेंट भी होते रहते हैं कई बार तो यह बैनर पोस्टर एवं समान आड़ में आ जाने के कारण गाय के बछड़े एवं कुत्ते सामने आ जाने के कारण बाइक सवार एवं कार व बस ट्रक से मरते रहते हैं सुसनेर नगर में हर जगह अवैध अतिक्रमण देखा जा सकता है ऐसा नहीं है कि इस अतिक्रमण से शासन प्रशासन अनजान है यहां तो नेशनल हाईवे है या से बड़े-बड़े नेता जनप्रतिनिधि एवं प्रशासन की आल्हा अधिकारी निकालते रहते हैं परंतु इन लोगों की नजर अवैध कब्जा पर नहीं जाती जब तक कोई ना कोई जनहानि या बड़ी दुर्घटना नहीं होती तब तक प्रशासन कभी भी नहीं जगत हाल ही में सुसनेर नगर के डाक बंगला चौराहा पर लगभग 1 वर्ष पूर्ण ट्रैफिक के कारण आपस में गाड़ियां टकरा जाने से दो गाड़ियां जल गई थी जिसमें एक ट्रक में पशु आहार भरा हुआ था और एक ट्रक ड्राइवर ट्रक के अंदर ही जिंदा जल गया था उसे समय को भी सुसनेर नगर की फायर ब्रिगेड समय पर नहीं आई थी जबकि नलखेड़ा एवं सोयत कला से फायर ब्रिगेड ने आकर आग पर काबू पाया था परंतु प्रशासन आज दिनांक तक डाक बंगले से अतिक्रमण वी हाथ ठेला संचालकों का कब्जा नहीं जाता पाया हमेशा ही बता दिया जाता है कि बहुत जल्द कार्रवाई की जाएगी परंतु करवाई तो दूर की बात है उन्हें नोटिस तक नहीं दिया गया यह नगर की सबसे बड़ी दुर्भाग्य की बात है कि लोग मारे तो मार जले तो जले हमारा क्या इस अतिक्रमण से लोग हताश हो चुके हैं और प्रशासन बिल्कुल सुस्त बैठा हुआ है
“”इनका कहना””
हमारे द्वारा अतिक्रमण करने वाले दुकानदारों को पहले ही सूचित कर दिया गया था और अतिक्रमण हटा दिया गया था अगर इनके द्वारा फिर से अतिक्रमण कर लिया गया है तो हम आज से फिर हटाने की कोशिश करेंगे””
“हरि नारायण मेट”