सत्यार्थ न्यूज/ मनीष माली
आज महाशिवरात्रि पर होंगा महारुद्रेभिषेक के साथ शिव पार्वती विवाह
सुसनेर। महाशिवरात्रि के दिन भगवान के 12 ज्योतिर्लिंगों का भी प्राकट्य हुआ था। वही पूरे क्षेत्र में महाशिवरात्रि आज शुक्रवार 8 मार्च को ही मनाई जाएगी। वही स्थानीय सिंचाई विभाग में स्थित श्री मनकामेश्वर मन्दिर में भी महारुद्रेभिषेक के साथ भगवान भोलेनाथ एवं माता पार्वती के विवाह के साथ ही अनेक कार्यक्रम आज महाशिवरात्रि के अवसर पर आयोजित होंगे। श्री मनकामेश्वर समिति के अध्यक्ष घनश्याम पुष्पद ने बताया कि महाशिवरात्रि के महापर्व पर आज शाम साढ़े चार बजे भगवान भोलेनाथ का महारुद्राभिषेक होगा। रात्रि 8 बजे स्थानीय डाक बंगला चौराहे से गाजे बाजे के साथ शिव बारात प्रारम्भ होगी। जो मनकामेश्वर मन्दिर पहुँचेगी जहाँ रात्रि पौने नो बजे वरमाला का आयोजन होगा। रात्रि 9 बजे श्रृंगार आरती एवं प्रसादी वितरण के बाद भजन, गीत, बधावा सांस्कृतिक नृत्य के साथ धार्मिक गतिविधियों का आयोजन रात्रि साढे नो बजे से देर रात्रि तक आयोजित किया जाएगा।
महाशिवरात्रि पर बन रहा है शिव व सिद्धि योग
आज 8 मार्च शुक्रवार को श्रद्धा व उल्लास से महाशिवरात्रि का त्यौहार पूरे क्षेत्र में शिवभक्तों द्वारा मनाया जाएगा। इस साल महाशिवरात्रि धनिष्ठा नक्षत्र मे शिव योग बन रहा है इसे महाशिवरात्रि की महत्ता काफी बढ़ गई है। महाशिवरात्रि शिव शक्ति सहित आध्यात्मिक रूप प्रकृति पुरुष के मिलन को जानी जाती हैं।
स्थानीय सोयत पर स्थित श्री चिंताहरण बालाजी मंदिर के पंडित विजय शर्मा के अनुसार धनिष्ठा नक्षत्र बन रहे हैं योग सुबह 10:41 बजे से शुरू होगा जो दूसरे दिन शनिवार सुबह 7:55 तक रहेगा फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि शुक्रवार रात 9:57 बजे से 9 मार्च शाम 6:18 बजे तक रहेगी। चंद्रमा कुंभ राशि में रात 9:20 तक रहेंगे
चंद्र मास का 14 दिन अथवा अमावस्या से पूर्व का दिन महाशिवरात्रि के नाम से जाना जाता है। महाशिवरात्रि पर मंदिरों में महादेव का जलाभिषेक किया जाएगा। चार पहर में देवाधी देव शिव की पूजा की जाएगी मान्यता है कि कुंवारी लड़की शिवरात्रि का व्रत करने से मनचाहा वर प्राप्ति होती है। यदि किसी कन्या का विवाह काफी समय से नहीं हो रहा है या किसी भी तरह की बड़ा आ रही है तो उसे महाशिवरात्रि व्रत करना चाहिए
व्रत करने से मिलता है आशीर्वाद
महाशिवरात्रि पर का व्रत बेहद फलदायनी माना गया है।
इस व्रत को करने से भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है हमेशा सुख शांति व समृद्धि बनी रहती हैं महाशिवरात्रि पर निश्चित कल रात 12: 25 से 1:13 तक है। महाशिवरात्रि पर चार प्रहर में चार बार रुद्राभिषेक करना चाहिए। पहले प्रहर मैं दूध से शिव के ईशान स्वरूप का।
दूसरे प्रहर में दही से अघोर स्वरूप का। तीसरे प्रहर में घी से वामदेव स्वरूप का। चौथे पहर में शहर से साघोजात स्वरूप का है।
अभिषेक कर पूजन करना चाहिए
किससे करना चाहिए
अभिषेक दूध सकरा मिश्रित जल से अभिषेक करने से समृद्धि प्राप्ति होती हैं। घी से अभिषेक करने से वंश विस्तार होता है।
सरसों के तेल से अभिषेक करने से रोग तथा शत्रु का नाश होता है।
गन्ने के रस से अभिषेक करने पर लक्ष्मी प्राप्ति होती हैं। गाय के दूध से अभिषेक करने पर संतान प्राप्ति होती हैं। शहद से अभिषेक करने से पाप से मुक्ति होती है।
महाशिवरात्रि के दिन भगवान के 12 ज्योतिर्लिंगों का भी प्राकट्य हुआ था। महाशिवरात्रि की चतुर्दशी की शुरुआत 8 मार्च को रात 9 बजकर 57 मिनट पर होगा और तिथि का समापन शाम 6 बजकर 18 मिनट पर होगा। उदया तिथि के अनुसार भी महाशिवरात्रि आज शुक्रवार 8 मार्च को ही मनाई जाएगी।
चित्र : शिव पार्वती