रिपोर्ट अर्पित कुमार त्रिवेदी।
कांग्रेस देश की आजादी के पहले से अब तक डॉ भीमराव अम्बेडकर का अपमान ही करती आ रही है -पूर्व मंत्री कौशल किशोर
सीतापुर — भारतीय संविधान पर विगत दो दिन से लोकसभा व राज्यसभा में चल रही चर्चा में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में डॉ भीमराव अम्बेडकर के द्वारा देश के लिए किये गये योगदान को गिनाने के साथ साथ कांग्रेस द्वारा डॉ अम्बेडकर का देश की आजादी के पहले से अब तक किये गए अपमान को गिनाया। तो कांग्रेस सहित पूरे विपक्ष ने एक सोची समझी रणनीति के तहत देश को व सच्चे अम्बेडकर वादियों को गुमराह करने का प्रयास किया।यह बात भाजपा के मोहनलाल गंज के पूर्व सांसद एवं पूर्व मंत्री कौशल किशोर ने कहा कि उन्निस दिसम्बर 2024 को लोकसभा के अन्दर विपक्ष ने भारतीय जनता पार्टी के सांसदो पर हमला करते हुए मारपीट की। जिसमें भारतीय जनता पार्टी के सांसदो को चोट भी लगी।इस सम्बन्ध में मोहनलाल गंज के पूर्व सांसद एवं पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर ने कांग्रेस के द्वारा अब तक डॉ अम्बेडकर के किये गए अपमान को गिनाया।संविधान सभा में डॉ भीम राव अम्बेडकर को न जाने देने के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस ने पूरी ताकत लगाकर हराया। इसके बाद योगेन्द्र मंडल ने एक सीट खाली कराकर डॉ अम्बेडकर को चुनाव जितवाकर संविधान सभा में भेजा।डॉ अंबेडकर को कांग्रेस ने संविधान सभा की ड्राफ्ट कमेटी के अध्यक्ष बनने से भी रोकने का हर संभव प्रयास किया लेकिन संविधान सभा के दबाव में मजबूरन चेयरमैन डॉ अम्बेडकर को बनाया गया।डॉ अम्बेडकर को दो बार आजादी के बाद लोकसभा के चुनाव में कांग्रेस ने जबर दस्त विरोध करके हराया। डॉ अम्बेडकर के सेक्रेटरी को डॉ अम्बेडकर के खिलाफ चुनाव लड़वा कर अपमानित किया।डॉ अम्बेडकर की तस्वीर कांग्रेस ने लोकसभा के सेंट्रल हॉल में नहीं लगायी। रामविलास पासवान के प्रयास से गैर कांग्रेसी सरकार द्वारा डॉ अम्बेडकर की तस्वीर लोकसभा में लगावाई गई।कांग्रेस द्वारा एस सी एस टी और ओ बी सी सहित गरीबों के लिए डॉ अंबेडकर से किये गये वादो को न पूरा करने पर डॉ अंबेडकर को कानून मंत्री के पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया।बीसवीं सदी के विश्व के “ज्ञान के प्रतीक “ डॉ अम्बेडकर को कभी भी कांग्रेस ने बुद्धिजीवी न मानकर उन्हें सदैव अपमानित करती रही।1975 में भारत के संविधान को बर्खास्त कर लोकतंत्र की हत्या करके तत्कालीन कांग्रेस की अध्यक्ष एवं भारत की जबरन बनी प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी ने इमर्जेंसी लगाकर 1976 में भारत के संविधान की प्रस्तावना में अपनी मर्जी से फेरबदल करके संविधान के साथ साथ देश की जनता के साथ धोखा किया।भारत के संविधान निर्माता डॉ अंबेडकर की समाधि नई दिल्ली में राजघाट के पास बननी चाहिए थी। परन्तु कांग्रेस की तत्कालीन सरकार ने जातीय भेदभाव के कारण डॉ अंबेडकर को मरणोपरान्त भी सम्मान नहीं दिया।पूर्व केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने कहा कि कांग्रेस के द्वारा डाॅ अम्बेडकर के जीते जी व देहावसान के बाद भी डॉ अम्बेडकर का अपमान करती आ रही है। कांग्रेस व विपक्ष डॉ अम्बेडकर को एवं दलित व पिछड़े वर्ग तथा गरीब लोगो को घृणित नज़रों से देखते है। संविधान मे दिये गए भागीदारी की वजह से लोगो को लाभ मिल रहा है। वरना कांग्रेस सरकार स्वयं आरक्षण व संविधान को खत्म करना चाहती है। ऐसा बयान राहुल गांधी ने कुछ दिनों पहले अमेरिका में दिया था।पूर्व मंत्री कौशल किशोर ने खास तौर पर यह आरोप लगाये कि कांग्रेस व आम आदमी पार्टी व विपक्ष डॉ अम्बेडकर का केवल नाम लेता है ।उनकी विचार धारा व उनके मिशन को हमेशा अपमानित किया है।राज्य सभा के अंदर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भाषण को एडिट करके दुष्प्रचार करने का कार्य कांग्रेस व विपक्ष एक सोची समझी रणनीति के तहत कर रहा है। कांग्रेस व विपक्ष की यह घिनौनी हरकत किसी भी कीमत पर कामयाब नहीं होगी।डॉ अम्बेडकर के मिशन को भारतीय जनता पार्टी व नरेन्द्र मोदी की सरकार ने गरीबों को मुफ्त राशन देकर, गरीबों का मुफ्त ईलाज कराकर,किसान सम्मान निधि किसानो को देकर,महिलाओ को मुफ्त मे गैस सिलेंडर व चूल्हा देकर, बेघर व कच्चे घर में रहने वाले लोगो को प्रधानमंत्री आवास देकर,लोगो को मुफ्त बिजली का कनेक्शन देकर और बेरोजगारो को रोजगार देने के लिए कौशल विकास योजना के तहत रोजगार उपलब्ध कराकर डॉ अम्बेडकर के मिशन को नरेंद्र मोदी की सरकार पूरा कर रही है।कांग्रेस व विपक्ष ने इसलिए अमित शाह के बयान को एडिट करके तोड़ मरोड़कर लोगों को गुमराह करने की घिनौनी हरकत कर रहा है। जबकि गृह मंत्री अमित शाह का साफ़तौर पर यह कहना है कि डॉ अम्बेडकर की विचार धारा व उनके उदेश्य को कांग्रेस व विपक्ष नहीं मानता। वह केवल डॉ अम्बेडकर का नाम लेता है। डॉ अम्बेडकर की बात एक भी नही मानता।विपक्ष की इस घिनौनी हरकत की पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर ने घोर निंदा की है। पूर्व मंत्री कौशल किशोर ने आज अपने बयान में कहा कि कांग्रेस की इस घिनौनी हरकत के ख़िलाफ़ डॉ अंबेडकर की प्रतिमा के सामने लखनऊ में आगामी 22 दिसंबर को दोपहर बारह बजे से दोपहर बाद दो बजे तक धरना देकर भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु को सम्बोधित एक ज्ञापन ज़िलाधिकारी लखनऊ के माध्यम से दिया गया है।