पंचायत रोक के बाद भी नहीं रुका पेट्रोल पंप निर्माण जांच रिपोर्ट प्रस्तुत हुआ भ्रामक दे दी गई स्वीकृत बच्चों का जीवन खतरे में।
संवाददाता- बिद्या साहू
चितरंगी-खबर मध्य प्रदेश सिंगरौली जिले के चितरंगी खंड अंतर्गत ग्राम शेरवा से है जहां शासकीय माध्यमिक विद्यालय एवं आंगनबाड़ी भवन के सामने पेट्रोल पंप लगाया जा रहा है पेट्रोल पंप निर्मित स्थल के पास से ही 33 हजार केवी लाइट की भी सप्लाई गई है, जहां पेट्रोल पंप निर्मित होने के बाद पर्याप्त खतरा संभावित है जिससे बच्चों का जीवन खतरे में है कभी भी बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती है।
विद्यालय एवं आंगनबाड़ी भवन के पास पेट्रोल पंप लगाने की दी गई स्वीकृति।
भारत पेट्रोलियम विभाग के द्वारा पूजा पांडेय पति पुष्पेंद्र प्रसाद मिश्रा को विद्यालय एवं आंगनबाड़ी भवन के पास पेट्रोल पंप लगाने की स्वीकृति दी गई है जिसकी दूरी विद्यालय एवं आंगनबाड़ी भवन से महज 10 मीटर भी नहीं है और पास से ही 33 हजार केवी लाइट की भी सप्लाई निकली है। जानकारों की माने तो, इसके लिए नगरीय विकास विभाग ने बिल्डिंग बायलॉज में नया प्रावधान जोड़ा है जिसके तहत बनने वाले नए पेट्रोल पंप के लिए जगह का चयन करते वक्त यह देखना होगा स्कूल, हॉस्पिटल व आवासीय क्षेत्र से पेट्रोल पंप 50मीटर दूर होना चाहिए। जिसके लिए विभाग ने अधिसूचना जारी कर बिल्डिंग बायलाज 2020 के नियम 10,2, 2(घ) पांच के पश्चात बिंदु (छः) जोड़ा है जिसके अनुसार स्कूल, हॉस्पिटल (10 बेड एवं अधिक) और आवासीय क्षेत्र से पेट्रोल पंप (फिल पॉइंट/डिस्पेंसिंग यूनिट/वेंट पाइप जो भी नजदीक हो जिससे पेट्रोल पंप की दूरी 50 मीटर होना आवश्यक है। यदि 50 मीटर की दूरी रखा जाना संभव नहीं है तो निर्धारित अतिरिक्त मानदंडों की अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा किंतु स्कूल एवं हॉस्पिटल पास में बिल्कुल नहीं होनी चाहिए एवं आवासीय क्षेत्र से न्यूनतम 30 मीटर की दूरी होनी चाहिए। पेट्रोल पंप भूखंड के ऊपर से हाई टेंशन लाइन नहीं गुजरी होनी चाहिए इसका भी ध्यान रखना जरूरी है। लेकिन भारतीय पेट्रोलियम विभाग द्वारा इन नियमों में से किसी भी नियम का पालन न करते हुए विद्यालय एवं आंगनवाड़ी भवन के पास पेट्रोल पंप लगाने की अनुमति दे दी।
पंचायत के रोंक लगाने के बाद भी नहीं रुका पेट्रोल पंप का निर्माण।
बताया जा रहा है विद्यालय एवं आंगनवाड़ी भवन में आने वाले नन्हे मुन्ने बच्चों के जीवन एवं भविष्य को ध्यान में रखते हुए ग्राम पंचायत सरपंच द्वारा जिला कलेक्टर के नाम पत्र जारी कर विद्यालय एवं आंगनवाड़ी भवन पास हो रहे पेट्रोल पंप के निर्माण कार्य पर रोक लगाने मांग की गई थी कि कहीं सुरक्षित स्थान पर पेट्रोल पंप शिफ्ट किया जाय लेकीन जांच करता द्वारा जिला कलेक्टर को भ्रामक रिपोर्ट प्रेषित की गई जिस कारण पेट्रोल पंप में रुके हुए निर्माण कार्य को पुन प्रारंभ कर दिया गया है और आज तक पेट्रोल पंप के निर्माण कार्य में लगा प्रतिबंध हटा दिया गया है और लगातार निर्माण कार्य जारी है।
अब देखना यह होगा कि क्या खबर चलने के बाद शासन प्रशासन द्वारा उच्च स्तरीय जांच के बाद कुछ कार्यवाही होती है या फिर पेट्रोल पंप लगवा बच्चों के जीवन को खतरे में ढ़केल दिया जाएगा।