ब्यूरो चीफ तबरेज अंसारी
बाघमारा धनबाद झारखंड
जनशक्ति दल सुप्रीमो सूरज महतो का भावनात्मक संबोधन:जनता के लिए समर्पण का संकल्प
आसन्न विधानसभा चुनाव का जनादेश आ चुका है। चुनावी महासंग्राम में किसी ने जीत का स्वाद चखा तो किसी ने हार को स्वीकार किया। बाघमारा विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले जनशक्ति दल के केंद्रीय अध्यक्ष श्री सूरज महतो ने भी जनता के फैसले को सिर झुकाकर स्वीकार किया। रविवार, 24 नवंबर को आयोजित एक भावुक प्रेसवार्ता में उन्होंने न केवल बाघमारा की जनता का धन्यवाद किया, बल्कि अपने समर्पण और संघर्ष का संदेश भी दिया।
जनादेश को स्वीकारते हुए विशाल वृक्ष का संकल्प
प्रेसवार्ता में सूरज महतो ने कहा, “जनता ने मेरे प्रति जो निर्णय लिया है, उसे मैं फल के रूप में स्वीकार करता हूं। मुझे विश्वास है कि यही फल भविष्य में एक विशाल वृक्ष का रूप लेगा।” उन्होंने अपनी हार को हार न मानते हुए इसे एक मार्गदर्शक अनुभव के रूप में स्वीकार किया।
संघर्ष और सेवा का अटूट वादा
श्री महतो ने अपने संबोधन में कहा, “हम न थकेंगे, न रुकेंगे और न टूटेंगे। बल्कि लोहे की तरह मजबूत होकर जनता के बीच आएंगे।” उन्होंने बाघमारा की जनता के प्रति अपने जीवन का हर पल समर्पित करने का वादा किया। “मेरे शरीर का हर एक कतरा बाघमारा की जनता के लिए समर्पित है, और मैं अपनी अंतिम सांस तक उनकी सेवा करता रहूंगा,” उन्होंने भावुकता के साथ कहा।
25 वर्षों का संघर्ष और जनता के लिए समर्पण
अपने 25 साल के राजनीतिक करियर को याद करते हुए श्री महतो ने कहा कि उन्होंने हमेशा उन परिवारों और व्यक्तियों के साथ खड़े रहने का प्रयास किया, जिन्हें समाज ने हाशिए पर रखा। उन्होंने उन गरीब परिवारों की मदद की जिनके पास सिर पर छत नहीं थी, उन लोगों का साथ दिया जो पानी, बिजली और नाली जैसी बुनियादी समस्याओं से जूझ रहे थे। उन्होंने कहा, “हमने माता-बहनों की रक्षा के लिए कदम उठाए, उनके मान-सम्मान की लड़ाई लड़ी। हमने उन किसानों और मजदूरों के लिए आवाज उठाई, जिनकी जमीन छीनी गई या जिनके वेतन छीन लिए गए।”
जनता का मार्गदर्शन:भाई नहीं, एक मजबूत नेता चाहिए
श्री महतो ने कहा, “चुनाव परिणाम ने मुझे आईना दिखाया है। जनता को भाई, भतीजा या बेटा नहीं चाहिए, बल्कि एक मजबूत नेता चाहिए।” उन्होंने इसे एक सीख के रूप में लिया और कहा कि वह अपनी कमजोरियों को समझते हुए और मजबूत बनकर जनता के बीच लौटेंगे।
सहयोगियों और कार्यकर्ताओं का आभार
सूरज महतो ने अपनी दो वर्षों की पदयात्रा सह जनसंपर्क अभियान के दौरान मिले सहयोग को याद करते हुए अपने सभी कार्यकर्ताओं और बाघमारा की जनता का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा, “हमने 47 पंचायतों और 8 वार्डों के 65,000 परिवारों तक पहुंचने का काम किया। हमारे सहयोगियों ने भूख, प्यास, धूप, छांव और बरसात में भी मेरे साथ कदम से कदम मिलाकर काम किया।”
जनता के प्यार को हार नहीं, मार्गदर्शन मानते हैं
उन्होंने जनता के फैसले को नकारात्मक रूप में लेने के बजाय इसे एक मार्गदर्शक माना। “हमें जो आशीर्वाद, प्यार और सम्मान मिला, उसे हम हार नहीं मानते। यह हमें और मजबूती से आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।”
भविष्य की ओर सकारात्मक दृष्टिकोण
श्री महतो ने कहा कि वह जनता के बीच भाई, भतीजा और बेटा बनकर नहीं, बल्कि एक सशक्त और जनसमर्पित नेता के रूप में वापस आएंगे। उन्होंने बाघमारा की जनता से यह वादा किया कि उनकी समस्याओं को सुलझाने और उनके अधिकारों के लिए लड़ने में वह कभी पीछे नहीं हटेंगे।
यह प्रेसवार्ता न केवल सूरज महतो की हार के प्रति उनकी स्वीकार्यता का प्रतीक थी, बल्कि उनके अडिग संकल्प, संघर्ष और जनता के प्रति उनके समर्पण का एक शानदार उदाहरण भी थी। उनकी बातें यह दर्शाती हैं कि असली नेता वही है जो हार में भी जनता की भलाई के लिए काम करने का साहस रखता है।