सवांददाता ब्यूरो चीफ रमाकांत झंवर बीकानेर श्रीडूंगरगढ
सत्यार्थ न्यूज श्रीडूंगरगढ:- स्थानीय साध्वी सेवा केंद्र में सेवा केंद्र व्यवस्थापिका शासनश्री साध्वी कुंथुश्री के सान्निध्य में दिवंगत तेजकरण डागा की स्मृति सभा का आयोजन हुआ जिसमें साध्वी कुंथुश्री ने मृत्यु के बाद दिवंगत के सद्गुणों को आत्मसात करने की प्रेरणा और परिजनों को सम्बल देते हुए कहा कि सृष्टि का नियम है कि जो जीव जन्म लेगा उसकी मृत्यु अवश्यम्भावी है। तेजकरण डागा सभी संस्थाओं से जुड़े हुए व्यक्तित्व रहे हैं। उनके पास स्वयं का गंभीर चिंतन था। वो एक धीर,गंभीर,सेवाभावी और समझदार श्रावक थे। साध्वी ने कहा कि दिवंगत श्रावक तेजकरण डागा अपने कार्यों से संघ और समाज में एक सौरभ छोड़कर गए है। परिजन मृतक के पीछे आर्त्तध्यान करने के बजाय उनके गुणों की स्मृति करते हुए संघ और समाज में अपने समय व श्रम का नियोजन करते रहे। उनकी धर्मपत्नी दीपमाला डागा और उनकी माँ काफी विवेकशील और चिंतनशील महिला है। परिवार में धर्मध्यान का वातावरण बनाए रखे। दिवंगत तेजकरण डागा की स्मृति सभा में साध्वी प्रमुखा विश्रुतविभा के संदेश का वाचन हरीश डागा,साध्वी संगीतश्री और साध्वी कनकरेखा के संदेश का वाचन विनीता डोसी और साध्वी सुप्रभा के संदेश का वाचन अजय चौरड़िया (सुजानगढ़) ने किया। साध्वियों द्वारा दिवंगत तेजकरण डागा की स्मृति में गीतिका का संगान किया गया। साध्वी सुमंगला,साध्वी सम्पतप्रभा,साध्वी ऋजुप्रज्ञा,साध्वी सुलेखा,साध्वी जीतयशा और साध्वी पुनीतप्रभा ने विचार व्यक्त करते हुए दिवंगत की सेवाओं का उल्लेख किया। श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा की ओर से महेंद्र मालू,तेयुप से अक्षत पुगलिया महिला मंडल से मधु झाबक,अणुव्रत समिति से मंत्री एडवोकेट रणवीरसिंह खीची,श्री ओसवाल पंचायत से अध्यक्ष विनोद भादानी ज्ञानशाला से मंजू झाबक ने विचार व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। परिजनों की ओर से पुत्रवधु नेहा डागा और अम्बिका डागा ने भावों की अभिव्यक्ति दी। महाप्रज्ञ जन कल्याण केंद्र (तेरापन्थ भवन ऊपरला) के मुख्य न्यासी रिद्धकरण लूणिया ने स्मृति पत्र परिजनों को सौंपा। महिला मंडल की अध्यक्षा सुनीता डागा ने आभार ज्ञापन किया। कार्यक्रम का संचालन राजू हिरावत ने किया।