ग्राम पंचायत मोडी के युवाओं को बर्बादी के दलदल में धकेलना वाले नशीले पदार्थ का अड्डा तेजी से फैलता जा रहा है
प्रशासन की अनदेखी से स्थिति गंभीर होती जा रही है
सत्यार्थ न्यूज ब्यूरो चीफ
मनोज कुमार माली सुसनेर सोयत कला
सुसनेर नगर के समीप ग्राम पंचायत मोड़ी, सुसनेर विधानसभा क्षेत्र का एक छोटा सा गाँव, आज नशे के संकट में डूबता जा रहा है। इस गाँव में नशीले पदार्थों का सेवन तेजी से बढ़ रहा है और आसपास के गाँवों के युवा यहां आकर नशे की गिरफ्त में फंस रहे हैं
गांव के युवाओं के बीच इस्मेक, चरस, और गांजा जैसी खतरनाक नशीली चीजों का बढ़ता चलन सिर्फ उनके स्वास्थ्य को ही नहीं, बल्कि उनके भविष्य को भी खोखला कर रहा है। जो युवा एक बार इस लत का शिकार हो जाते हैं, उनका इससे बाहर निकलना लगभग असंभव सा हो जाता है
*लत की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि नशे के आदी युवाओं में अपराध की प्रवृत्ति भी बढ़ रही है। नशे की पूर्ति के लिए वे चोरी, डकैती जैसी गतिविधियों में भी लिप्त हो रहे हैं।
ग्राम पंचायत मोड़ी में हैं, जहाँ पर युवाओं का नशे का यह अड्डा किसी सार्वजनिक स्थान – यहां तक कि स्कूल के पास भी बना हुआ है। क्या यह प्रशासन की बड़ी चूक नहीं है*
*स्थानीय निवासियों और सूत्रों का कहना है कि पुलिस प्रशासन इस स्थिति से अच्छी तरह वाकिफ है, परंतु अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
स्कूल के पास की एक सुनसान जगह, जहाँ युवा इकट्ठा होते हैं स्कूल, जो बच्चों के भविष्य निर्माण का स्थान है, आज नशे का अड्डा बन चुका है। यहां युवाओं के लिए एक सुरक्षित वातावरण बनाना अत्यंत आवश्यक है, लेकिन प्रशासन की उदासीनता से नशे का यह प्रकोप गांव में फैलता जा रहा है*
अब समय है कि प्रशासन इस गंभीर समस्या पर ध्यान दे और युवा पीढ़ी को इस नशे के दलदल से बाहर निकालने के लिए ठोस कदम उठाए