• रामनगरी में दिखेगा अध्यात्म, परंपरा व संस्कृति का संगम।
दीपोत्सव-2024
• पहली बार ‘रामलला की मौजूदगी’ में होंगे समूचे आयोजन।
• रामकथा पार्क के मुख्य मंच पर होगी छह देशों व उत्तराखंड की रामलीला का मंचन।
• नृत्यमयी रामायण, हनुमान चालीसा नृत्य नाटिका व रामचरितमानस नारी शक्ति की भी प्रस्तुति मुख्य मंच पर।
• 10 अन्य स्थानों पर भी तीन दिन (28 से 30 अक्टूबर) तक प्रस्तुति देंगे उत्तर प्रदेश व अन्य राज्यों के लोक कलाकार।
• छह देशों, उत्तर प्रदेश की 11 व अन्य राज्यों की मंडली करेगी रामलीला, 30 अक्टूबर को सुबह 9 बजे से ही सांस्कृतिक प्रस्तुति देंगे लोक कलाकार।
लखनऊ/अयोध्या : दीपोत्सव-2024 अत्यंत खास होगा, क्योंकि सीएम योगी के नेतृत्व में होने वाला दीपोत्सव पहली बार ‘रामलला की मौजूदगी’ में होगा। इस बार 25 लाख दीप प्रज्ज्वलित कर नया रिकॉर्ड बनाया जाएगा। योगी सरकार के मार्गदर्शन में इस दीपोत्सव में रामनगरी में अध्यात्म, परंपरा व संस्कृति का संगम दिखेगा। 30 अक्टूबर को रामकथा पार्क स्थित मुख्य मंच पर छह देशों के साथ ही उत्तराखंड की रामलीला का भी मंचन होगा। हनुमान चालीसा नृत्य नाटिका से आध्यात्मिक बयार भी मुख्य मंच पर ही बहेगी।
मुख्य मंच पर छह देशों व उत्तराखंड की होगी रामलीला
30 अक्टूबर को दीपोत्सव के मुख्य मंच रामकथा पार्क में छह देशों की रामलीला होगी। इसमें म्यामार, नेपाल, थाईलैंड, मलेशिया, कंबोडिया व इंडोनेशिया के कलाकार रामलीला का मंचन करेंगे। वहीं उत्तराखंड के कलाकारों की तरफ से रामलीला की प्रस्तुति भी मुख्य मंच पर ही होगी। सहारनपुर की रंजना नेव नृत्यमयी रामायण के जरिए आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार करेंगी। आगरा की प्रीति सिंह (प्रीति के परिंदे) हनुमान चालीसा नृत्य नाटिका से संकटमोचन के चरणों में हाजिरी लगाएंगी। दिल्ली की मैत्रेय पहाड़ी व उनकी टीम श्रीरामचरितमाानस नारी शक्ति पर प्रस्तुति देंगी। लखनऊ की अपर्णा यादव का भजन गायन भी मुख्य मंच पर ही होगा। दीपोत्सव के मुख्य मंच पर यह सांस्कृतिक कार्यक्रम शाम सात बजे से होंगे।
दीपोत्सव पर अन्य राज्यों के कलाकारों की भी होगी प्रस्तुति।
30 अक्टूबर को दीपोत्सव पर अन्य राज्यों के कलाकारों की भी प्रस्तुति होगी। इसमें मध्य प्रदेश की निधि चौरसिया टीम बधावा, असम की सनहल देवी बीहू, महाराष्ट्र की श्रद्धा लावनी, तेलंगाना के श्रीधर विश्वकर्मा गुसादी, झारखंड के सृष्टिधर महतो व टीम छाऊ, बिहार की महिमा झिझिंया, राजस्थान की ममता देवी कालवेलिया/घूमर लोकनृत्य, जम्मू के मो. यसीन व टीम रउफ लोकनृत्य पर प्रस्तुति देंगे। हरियाणा के संदीप यादव व टीम घूमर, पंजबा के हरदीप सिंह व टीम भांगड़ा, नागपुर की शिवमुद्रा बहुद्देशीय संस्था की तरफ से ढोलताशा नृत्य होगा। गुजरात के नितिन दवे व टीम डांडिया-गरबा, हिमाचल प्रदेश के देवदत्त व टीम शिरमौर नाटी नृत्य, छत्तीसगढ़ के मिलाप दास बनजारे पंथी, सिक्किम के शरद चंद्र सिंह सिघी छम नृत्य, चंडीगढ़ के गुरपेंदर सिंह लुडी नृत्य, गोवा के महेश समयी लैंप नृत्य व ओडिशा के चित्रसेन व टीम गोटीपुआ नृत्य पर प्रस्तुति देंगे। यह कार्यक्रम सुबह 9 बजे से ही प्रारंभ हो जाएंगे।
शोभायात्रा प्रस्तुति में भी यूपी के कलाकारों की रहेगी रामलीला मंडली, लोक कलाकारों का दल भी देगा अनेक प्रस्तुति।
संस्कृति विभाग के निर्देशन में 28 से 30 अक्टूबर तक रामलीला दलों के कलाकारों द्वारा शोभायात्रा की प्रस्तुति होगी। इसमें अयोध्या की श्री मारुति नंदन हनुमन आदर्श रामलीला मंडल, श्रीबालाजी सांस्कृतिक विकास सेवा संस्थान, जय हनुमान मानस उत्थान आदर्श रामलीला मंडल, श्रीअवध आदर्श रामलीला समिति, श्रीजनक दुलारी संस्थान समेत 11 दल रहेंगे। लोककलाकार दल भी विजयवीर विक्रम बहादुर, माता प्रसाद वर्मा की तरफ से फरुआही, अयोध्या के पुष्पेंद्र कुमार (बहुरूपिया), सुमिष्ठा मित्रा व टीम बधावा, रमा प्रजापति व टीम अवधी, झांसी के निशांत भदौरिया राई, गोरखपुर की सुगम सिंह शेखावत वनटांगिया नृत्य, मथुरा के माधव आचार्य मयूर नृत्य पर प्रस्तुति देंगे।
10 बड़े मंचों पर भी लोक कलाओं का प्रदर्शन करेंगे कलाकार।
योगी सरकार द्वारा रामनगरी अयोध्या में सांस्कृतिक प्रस्तुति के लिए 10 बड़े मंच बनाए गए हैं। इनमें गुप्तार घाट, बड़ी देवकाली, रामाघाट, बिड़ला धर्मशाला, भरतकुंड, तुलसी उद्यान, भजन संध्या स्थल, नाका हनुमानगढ़ी साहबगंज, बस अड्डा बाईपास, रामकथा पार्क में लोककलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे। यह कार्यक्रम शाम पांच से रात्रि 9 बजे तक होंगे। इसमें रामघाट पर अग्निहोत्री बंधु सरीखे कलाकार भी अपनी प्रस्तुति देंगे। वहीं इसमें यूपी के सभी जनपदों के कलाकार भी रामनगरी में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।