विरांगना रानी दुर्गावती शासकीय महाविद्यालय मरवाही प्रांगण में जनजातीय गौरव दिवस को याद किया गया,
जनजातीय समाज का गौरव शाली अतीत को वृहद स्तर में स्मरण करते हुए एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन हुआ,
संवाददाता सूरज यादव
गौरेला पेंड्रा मरवाही। वीरांगना रानी दुर्गावती शासकीय महाविद्यालय मरवाही में जनजातीय गौरव दिवस पर एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया,महाविद्यालय प्राचार्य लोक सिंह के अध्यक्षता में संपन्न कार्यक्रम का उद्घाटन विशिष्ट अतिथि छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग की सदस्य अर्चना पोर्ते, जनार्दन श्रीवास जिला संयोजक के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया,कार्यक्रम के प्रमुख वक्ता प्रोफेसर मुकेश कुमार सिंह गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय,बिलासपुर के द्वारा वीरांगना रानी दुर्गावती एवं बिरसा मुंडा के जीवन वृतांत से विद्यार्थियों को अवगत कराया गया,उपस्थित अतिथि शुभम पेंन्द्रो जिला पंचायत सदस्य गौरेला पेंड्रा मरवाही एवं ओमकार ओट्टी भाजपा अनुसूचित जनजाति राज्य कार्य कारणी सदस्य,कैलाश सोनी,सामजिक कार्यकर्ता के द्वारा भी विचार प्रस्तुत किए गए साथ ही विभा नहरेल एवं श्री केएस पेंद्रो सामजिक कार्यकर्ता की गरिमामई उपस्थित रही,
वहीं कार्यक्रम में मंच संचालन हेमा पोर्ते सहायक प्राध्यापक एवं प्रीति उइके,एमएससी रसायन शास्त्र की छात्रा द्वारा किया गया। विद्यार्थियों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए, जिसमें स्वागत गीत एवं राजकीय गीत छत्तीसगढ़ी नृत्य तथा रानी दुर्गावती की गाथा नाटक का प्रस्तुतीकरण किया गया। अंत में अतिथि व्याख्याता डॉक्टर नीरज कुमार खरे के द्वारा आभार प्रदर्शन किया गया,रानी दुर्गावती की 5०० वी जयंती के अवसर पर महाविद्यालय में विभिन्न प्रतियोगिताएं संपन्न कराई गई जिसमें निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान राखी पुरी रंगोली में प्रथम स्थान अजय रैदास और चैन सिंह कविता पाठ में प्रथम स्थान शेषमन यादव एवं प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पुष्पेंद्र सिंह पाव ने प्राप्त किया। यह संपूर्ण कार्यक्रम श्रीमती हेमा पोर्ते,सहायक प्राध्यापक,वाणिज्य एवं श्री एन.एल.सोनल,सहायक प्राध्यापक संस्कृत के निर्देशन मे संपन्न कराया गया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय के समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों तथा महाविद्यलाय के समस्त विद्यार्थियों का सराहनीय योगदान रहा हैं।