रिपोर्ट धीरज खण्डूडी
हिमायल मे चलेगी ट्रेन #केदारनाथ धाम जाना होगा आसान
उत्तराखंड में पहाड़ों का सफर आसान
ऋषिकेश से कर्णप्रयाग के लिए ट्रैक बिछाने का काम तेजी से चल रहा है 2026 के अंत तक आप दिल्ली से सीधे #कर्णप्रयाग जा सकेगे
125 किमी लंबे इस रेल प्रोजेक्ट में से 105 किमी का हिस्सा 35 पुल और 17 सुरंग बनी हैं. इसमें देवप्रयोग और लछमोली के बीच 15.1 किमी लंबी सुरंग भी शामिल है, जो उत्तराखंड ही नहीं बल्कि देश की सबसे बड़ी सुरंग भी बनने वाली है.
इस स्टेशन पर कुल 13 स्टेशन होंगे. इनके नाम ऋषिकेश, मुनि की रेती, शिवपुरी, मंजिलगांव, सकनी, देवप्रयाग, कीर्तिनगर, #श्रीनगर, धारी, #रुद्रप्रयाग, घोलतीर, घोचर और #कर्णप्रयाग है. कर्णप्रयाग उतरने के बाद आप आगे गाड़ी पकड़कर बदरीनाथ और केदारनाथ जा सकेंगे.
Train will run in Himalayas, it will be easy to go to #Kedarnath Dham
The work of laying the track from Rishikesh to Karnaprayag is going on at a fast pace. By the end of 2026, you will be able to go directly from Delhi to #Karnprayag
Out of this 125 km long rail project, 105 km part has 35 bridges and 17 tunnels. This also includes a 15.1 km long tunnel between Devprayag and Lachmoli, which is going to be the largest tunnel not only in Uttarakhand but also in the country.
There will be a total of 13 stations at this station. Their names are Rishikesh, Muni ki Reti, Shivpuri, Manzilgaon, Sakni, Devprayag, Kirtinagar, #Srinagar, Dhari, #Rudraprayag, Gholthir, Ghochar and #Karnprayag. After landing at Karnaprayag, you will be able to catch a further train and go to Badrinath and Kedarnath.