*क्या स्वास्थ्य विभाग के राजनीति की शिकार महिला एएनएम को न्याय दिला पाएंगे सांसद*
*स्वास्थ्य विभाग के तबादला नीति से परेशान महिला एएनएम ने सांसद से लगाई न्याय की गुहार*
*सोनभद्र*/सत्यनारायण मौर्य/संतेश्वर सिंह
सोनभद्र स्वास्थ्य विभाग की तबादला नीति पर सवाल खड़े हो रहा है स्वास्थ्य विभाग की राजनीति की शिकार सरई गढ़ उप केंद्र की एएनएम ने सांसद सोनभद्र छोटेलाल सिंह खरवार को पत्रक सौप कर न्याय की गुहार लगाई है।
जानकारी के अनुसार नगवां ब्लॉक का चकरिया स्वास्थ्य केंद्र पर सबसे पहले मुख्य चकित्साधिकारी द्वारा चतरा ब्लॉक के तियरा स्वास्थ्य केंद्र में तैनात एक एएनएम का ट्रांसफर चकरिया किया जाता है लेकिन वह वहां नहीं जाती है कुछ दिन बीतने के बाद उक्त एएनएम के ट्रांसफर को सीएमओ द्वारा संशोधन कर चतरा ब्लॉक के किसी उपकेंद्र में भेज दिया जाता है। इसके बाद नगवां ब्लॉक के उपकेंद्र रातहरा में 20 वर्षों से तैनात एएनएम शिलम यादव का ट्रांसफर चकरिया स्वास्थ्य केंद्र पर किया जाता है लेकिन शिलाम यादव ने भी चकरिया नहीं गई और अपने पुराने पोस्टिंग पर रहते हुए कार्य करती रही जब इस पूरे प्रकरण की जानकारी कुछ कलमकारों को हुई तो इस मामले में सीएमओ सोनभद्र को अवगत कराया गया इसके बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नगवां के प्रभारी द्वारा शीलम यादव को रिलीज किया गया फिर भी वह अपने नवीन तैनाती स्थल पर नहीं गई और सीएमओ के आदेश की धज्जियां उड़ती रही ।
अब चकरिया तो किसी को भेजना ही है तो स्वास्थ्य विभाग ने फिर सरई गढ़ उप केंद्र में तैनात एएनएम का ट्रांसफर चारिया कर दिया गया उक्त एएनएम भी वहां जाने से बचने लगी उसे लगा की जब शीलाम यादव 20 वर्षों से एक ही अस्थान छोड़ नहीं गई तो मैं क्यों जाऊं फिर क्या था अब उसे कारण बताओ नोटिस जारी कर जबाव मांगा गया तो वृद्ध एएनएम जिसकी सेवा दो तीन वर्ष ही शेष बचे हैं वो परेशान होकर इधर उधर कभी नगवा प्रभारी के यहां अपनी व्यथा सुनाती रही लेकिन प्रभारी द्वारा उक्त एएनएम को भला बुरा बोला गया स्वास्थ्य विभाग की राजनीति से परेशान महिला ने कल क्षेत्र में आए सांसद छोटेलाल खरवार से पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है अब देखना है कि क्या सांसद जी इस वृद्ध एएनएम जिसकी सेवा कुछ ही वर्ष बची है उसे न्याय दिला पाते है या नहीं मौके पर सांसद ने कहा कि हम कल सीएमओ से बात करेंगे भाजपा की सरकार है कोशिश करते हैं वही मौजूद लोगों का कहना था कि सांसद को फौरन सीएमओ को फोन कर तीन दिवस में रिपोर्ट देने के लिए बोलना चाहिए था।
स्वास्थ्य विभाग की तबादला नीति जिसमे मेन धुरी है चकरिया स्वास्थ्य केंद्र लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है लोगों का मानना है कि जब शीलम यादव का ट्रांसफर चकरिया किया गया तो वो क्यों नहीं गई अगर नहीं गई तो उसको कारण बताओ नोटिस जारी क्यों नहीं किया गया किस सफेद पोश हाथ है या फिर विभाग द्वारा ही कुछ सहानुभूति जताई गई है जो एक ही जगह पर दो दशक से ज्यादा समय से रातहरा उपकेंद्र पर तैनात है क्या हुआ की सीएमओ को अपने ट्रांसफर में संशोधन करना पड़ा की राताहरा से महज आठ किलोमीटर की दूरी पर पुनः शीलाम यादव को नवीन तैनाती दे दी गई है और बलि का बकरा सरई गढ़ उपकेंद्र में तैनात वृद्ध एएनएम को बनाया जा रहा है।
ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की तबादला नीति पर सवाल उठाए जा रहे हैं जिसकी चर्चा चट्टी चौराहों पर जोरों से हो रही है।
लोग तरह तरह की बात कर रहे हैं कुछ लोगों का मानना है कि चकरिया स्वास्थ्य विभाग के लिए कमाई का जरिया बन गया है जो भी हो जिलाधिकारी सोनभद्र को मामले की जांच कर संबंधित के खिलाफ उचित कार्यवाही करनी चाहिए।