राजगढ़ जिले के शराब ठेकेदार पानी मिलाकर सरकार के द्वारा निर्धारित रेट से अधिक रेट पर शराब बेचकर शराब प्रेमियों को खुलेआम लूटते
राजगढ़ जिला ब्यूरो मोहित नाहर
राजगढ़ जिले के शराब ठेकेदारो के द्वारा अधिक रेट पर शराब बेचकर शराब प्रेमियों के साथ किया जा रहा हैं धोखा जिला आबकारी अधिकारी और क्षेत्रीय आबकारी निरीक्षक नहीं उठाती है पत्रकारों का फोन
शासन द्वारा निर्धारित दर से ज़्यादा पैसे लेकर शासकीय कंपोजिट लाइसेंसी शराब दुकान से शराब बेची जा रही है ना तो शिकायत पर कोई सुनने वाला है और नही कोई कार्यवाही करने वाला है जिससे अब शराब पीने वाले भी शिकायत कर थक चुके हैं राजगढ़ जिले की किसी भी शराब दुकानों में शराब कारोबारियों ने शराब दुकान पर बेचे जाने वाली सभी ब्रांड की रेट लिस्ट नहीं लगाई है जिस शराब प्रेमियों में भारी आक्रोश है
इस बात की जानकारी आबकारी अधिकारी को भी है लेकिन वह मौन धारण कर बैठे हैं वहीं दूसरी ओर जिले में आबकारी अधिकारी को शराब कारोबारी का सबसे बड़ा रहनुमा बताया जा रहा है
हम न शराब पीने वालो का समर्थन करते है और ना ही उन्हें बढ़ावा दे रहे है क्योंकि शराब पीना और उसे समर्थन करना दोनो ही शरीर समाज और आर्थिक विकास के साथ साथ मानसिकता लिए हानिकारक है
लेकिन इस तरह शासकीय कंपोजिट शराब दुकान से लूट मचाने वाले को छूट भी नही दि जाना चाहिए क्योंकि गलत तो आखिर गलत है इस पूरे मामले में सबसे बड़े दुर्भाग्य कि बात ये है की शासन द्वारा संचालित शराब दुकानों में खुलेआम 20 से 50 रुपए की अतिरिक्त वसूली शराब दुकान के सेल्समैन द्वारा की जाती है
यह पूरा खेल शासकीय सिस्टम की नाकामियों का ही नतीजा है हालात तो यही बयां कर रहे हैं कि आबकारी अधिकारी की मोन सुकृति पर ही पूरे जिले में शासकीय कंपोजिट शराब संचालक के द्वारा निर्धारित रेट से अधिक रेट पर शराब बेची जाती हैं
जब इस संबंध में जिला आबकारी अधिकारी क्षेत्रीय आबकारी निरीक्षको से फोन पर शिकायत करना चाहा तो उनके के द्वारा पत्रकारों का फोन उठाना उचित नहीं समझा जिससे यह स्पष्ट माना जा सकता है कि आबकारी अधिकारियों की मौन स्वीकृति के कारण ही शराब ठेकेदार जबरदस्त तरीके से शराब प्रेमियों से आवेध वसूली करते हैं और आगे भी करते रहेंगे
ठेकेदार के निर्देश पर सेल्समैन के द्वारा अंग्रेजी क्वार्टर में 20 रूपए,देसी में 10 रूपए,अंग्रेजी के बाटल में 50 रूपए जबकि अध्धी में 20 रुपया हर पैक में ठेकेदार के कहने पर अतिरिक्त वसूली करते हुए शराब प्रेमियों को शराब में पानी मिलाकर देते हैं जिससे शराब ठेकेदार के कर्मचारी खुलेआम लोगो को लुटते है