रिपोर्टर देवीनाथ लोखंडे बैतूल
सांसद-विधायक फोटो खिंचवाएंगे, गरीब आदिवासी बच्चे चाकू खाएंगे:कांग्रेस
मध्य प्रदेश आदिवासी कांग्रेस एवं जिला कांग्रेस कमेटी का गंभीर आरोप
बैतूल में बढ़ते अपराध के खिलाफ कांग्रेस ने भाजपा के जनप्रतिनिधि और प्रशासन को घेरा
बैतूल और छतरपुर में आदिवासी युवाओं पर हमलों के बाद कांग्रेस ने एसपी को सौंपा ज्ञापन, कानून व्यवस्था में सुधार की मांग
सूदखोरों और गुंडों पर सख्त कार्रवाई की मांग
फोटो
बैतूल। मध्य प्रदेश आदिवासी कांग्रेस एवं जिला कांग्रेस कमेटी ने पुलिस प्रशासन और भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जिले में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। कांग्रेस जिला अध्यक्ष हेमंत वागद्रे ने आरोप लगाया कि बैतूल कोतवाली थाना क्षेत्र में आदिवासी समाज के गरीब बच्चों और युवाओं पर लगातार हमले हो रहे हैं, लेकिन भाजपा के जनप्रतिनिधि और पुलिस इन मामलों में निष्क्रिय बनी हुई है। वागद्रे ने भाजपा के सांसद और विधायक पर निशाना साधते हुए कहा, सांसद-विधायक स्वच्छता की पाठशाला में फोटो खिंचवाने में व्यस्त हैं, वहीं आदिवासी बच्चे चाकू खा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि हाल ही में बैतूल कोतवाली क्षेत्र में सांसद के घर के पास आदतन अपराधियों शुभम पंवार, रोशन शर्मा, और निहाल भुमरकर ने आदिवासी युवाओं पर चाकू से हमला किया, जिससे शहर में डर का माहौल पैदा हो गया है। कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने कहा कि इन अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, अन्यथा कांग्रेस आदिवासी समाज विरोध प्रदर्शन करेगी।
आदिवासी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामू टेकाम ने भी इस मुद्दे पर भाजपा सरकार और सांसद को घेरा। उन्होंने कहा, हमारे सांसद राष्ट्रवाद के नाम पर भाषण तो बहुत देते हैं, लेकिन अपने ही क्षेत्र में अपने ही वर्ग पर हो रहे अत्याचारों से उन्हें कोई मतलब नहीं है। उनके घर के पास चाकू चल रहे हैं, लेकिन वे चुप हैं। रामू टेकाम ने कहा कि भाजपा की लचर कानून व्यवस्था का नतीजा है कि आदिवासी समाज के लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
जिला कांग्रेस कमेटी ने इस गंभीर स्थिति को देखते हुए पुलिस अधीक्षक बैतूल को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कांग्रेस ने मांग की है कि बैतूल सहित पूरे जिले में आदिवासी समाज के लोगों की सुरक्षा के लिए कठोर कदम उठाए जाएं। कांग्रेस ने कहा कि जिन अपराधियों ने आदिवासी युवाओं पर हमला किया है, उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाए और उन पर सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही, घायलों को उचित चिकित्सा सुविधा और आर्थिक सहायता मुहैया कराई जाए।
छतरपुर की घटनाओं पर भी जताई चिंता
कांग्रेस ने मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में हुई आदिवासी बच्चों के साथ मारपीट की घटना पर भी गहरी चिंता व्यक्त की। छतरपुर जिले के सिविल लाइन और बमीठा थाना क्षेत्रों में नाबालिग आदिवासी बच्चों को नग्न कर बेरहमी से पीटा गया और उनसे जूते और थूक चटवाने जैसी अमानवीय हरकतें की गईं। कांग्रेस ने इसे मानवता को शर्मसार करने वाली घटना बताया और भाजपा सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया।
सूदखोरी पर पूर्ण प्रतिबंध की मांग
कांग्रेस ने बैतूल सारणी के स्व. रविंद्र देशमुख और शाहपुर के स्व. मकल सिंह धुर्वे की आत्महत्या की घटनाओं पर भी प्रशासन को घेरा। उन्होंने कहा कि ये आत्महत्याएं सूदखोरी की वजह से हुई हैं, और इस प्रथा पर तुरंत प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। कांग्रेस ने पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने की मांग की और कहा कि सूदखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
कांग्रेस की चेतावनी
कांग्रेस ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर इन मामलों में जल्द कार्रवाई नहीं की गई, तो आदिवासी समाज के लोग और कांग्रेस पार्टी सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेगी। कांग्रेस ने मांग की है कि कानून व्यवस्था को सख्त बनाया जाए और अपराधियों पर ऐसा भय पैदा किया जाए कि वे भविष्य में इस तरह की घटनाओं को अंजाम न दे सकें। ज्ञापन की प्रतिलिपि राष्ट्रीय जनजातीय आयोग दिल्ली और मध्य प्रदेश जनजातीय आयोग भोपाल को भी भेजी गई है।