रिपोर्टर देवीनाथ लोखंडे बैतूल
चाकूबाजों के खिलाफ जिला बदर और रासुका लगाने की मांग
मध्य प्रदेश आदिवासी विकास परिषद ने कलेक्टर एसपी को दिया ज्ञापन
बैतूल। जिले में आदिवासी समाज के गरीब मजदूरों और युवाओं पर लगातार हो रहे आपराधिक हमलों के खिलाफ मध्यप्रदेश आदिवासी विकास परिषद ने प्रशासन से सख्त कदम उठाने की मांग की है। परिषद के जिला अध्यक्ष मुन्नालाल वाड़िवा ने बताया कि 15 अक्टूबर 2024 की दरम्यानी रात में आदतन अपराधी शुभम पंवार, रोशन शर्मा और निहाल भुमरकर ने आदिवासी समाज के कुछ युवकों पर जानलेवा हमला किया। इस हमले में आदिवासी युवकों को चाकू से गंभीर चोटें पहुंचाई गईं, लूटपाट की गई और उनके वाहनों को भी नुकसान पहुंचाया गया।
परिषद ने इस घटना के बाद कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर जिला बदर और रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) के तहत इन आदतन अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। ज्ञापन में कहा गया है कि आदिवासी समाज के लोग, विशेषकर छात्र-छात्राएं जो बैतूल में पढ़ाई करते हैं और मजदूरी करने वाले लोग, इन आपराधिक तत्वों से डर महसूस कर रहे हैं।
गरीब मजदूरों पर हो रहा अत्याचार:
मुन्नालाल वाड़िवा ने बताया कि अपराधी शुभम पंवार, रोशन शर्मा और निहाल भुमरकर जैसे लोग आदिवासी समाज के गरीब और कमजोर वर्गों पर अत्याचार कर रहे हैं। परिषद ने मांग की है कि इन अपराधियों को तुरंत जिला बदर किया जाए और उनके खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई हो, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हो सकें।
परिषद ने अपने ज्ञापन में उल्लेख किया है कि एक आदिवासी सरपंच ने सूदखोर से परेशान होकर आत्महत्या तक कर ली है। परिषद ने कहा कि इन घटनाओं से आदिवासी समाज के लोग भयभीत हो रहे हैं और इस डर के माहौल को खत्म करने के लिए जिला बदर और रासुका जैसे सख्त कानूनों के तहत कार्रवाई जरूरी है। परिषद ने यह भी कहा कि बैतूल में पढ़ाई कर रहे आदिवासी छात्र-छात्राएं इन आपराधिक गतिविधियों के चलते असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना प्रशासन की जिम्मेदारी है। परिषद का कहना है कि प्रशासन को इन आदतन अपराधियों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि जिले में रहने वाले आदिवासी समाज के लोग शांति और सुरक्षा के माहौल में रह सकें।