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बीकानेर-मनाया महर्षि वाल्मीकि का प्राकट्य दिवस, मन्दिर प्रांगण में समरसता कार्यक्रम का आयोजन। वाल्मीकि के मंदिर निर्माण के लिए समिति गठन करने व चेतना यात्रा निकालने की चर्चा, पढें से पूरी खबर।

सवांददाता ब्युरो चीफ रमाकान्त झंवर बीकानेर श्रीडूंगरगढ

सत्यार्थ न्यूज श्रीडूंगरगढ-अश्विनी पूर्णिमा के अवसर पर गुरूवार को महर्षि वाल्मीकि के प्राकट्य दिवस पर मोमासर बास की वाल्मीकि बस्ती में स्थित वाल्मीकि मंदिर भवन में वाल्मीकि समाज द्वारा भगवान वाल्मीकि के प्राकट्य दिवस सामाजिक समरसता के रूप में मनाया गया। इस दौरान कार्यक्रम में भगवान महर्षि के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें पुष्प अर्पित किए गए। अतिथियों ने दीप रूप मोमबत्ती प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की तथा महर्षि के व्यक्तित्व व कृतित्व के बारे में जानकारी देते हुए उनकी महानता का परिचय दिया कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में संघ प्रचारक भंवरलाल दुगड़ ने अपने उदबोधन में कहा कि हिंदू समाज में भगवान वाल्मीकि द्वारा योग विशिष्ट महा रामायण काव्य का सृजन करना संसार में अद्भुत है, भगवान वाल्मीकि करुणा के सागर आज पूर्णिमा के दिवस पर उनकी प्रसाद की खीर अमृत का काम करेगी। अतिथि के रूप में सम्बोधित करते हुए गोस्वामी समाज प्रदेशाध्यक्ष व ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष विनोद गिरी गुसाई में बताया कि समाज में शिक्षा का महत्व भगवान वाल्मीकि जी के कलम की ताकत है।समाज के बच्चों को पढ़ा कर उच्च शिक्षा ग्रहण करने का आह्वान किया। मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए मातृशक्ति भगवती जी पारीक व्याख्याता ने अपने उद्बोधन में बताया कि भगवान वाल्मीकि की रामायण के प्रथम श्लोक का सार ही संपूर्ण श्रीराम की जीवनी है। “माँ निषाद प्रतिष्ठां त्वमगमः शाश्वतीः समाः। यत्क्रौंचमिथुनादेकमवधी काममोहितम् ।। हे निषाद, तुम अनंत वर्षों तक प्रतिष्ठा प्राप्त न कर सको क्योंकि तुमने क्रौंच पक्षियों के जोड़े में से कामभावना से ग्रस्त एक का वध कर डाला है। इस प्रकार मनुष्य को मानव मात्र से करूणा भाव रखते हुए समाज कल्याण करना चाहिये। तभी समाज का विकास हो सकेगा। कार्यक्रम के दौरान मन्दिर निर्माण के लिये सर्व समाज ने सहयोग का आश्वासन दिया। कांतिलाल चावरिया ने भगवान वाल्मीकि की कलम की ताकत को पहचानने ओर अपने बच्चों को शिक्षा से जोड़ने का आहवान किया। कार्यक्रम का संचालन एडवोकेट पुखराज तेजी ने किया। तेजी ने उदबोधन में समाज को मन्दिर निर्माण के लिये आगे आकर एक समिति का गठन कर एक वर्ष के भीतर 30*30 का मन्दिर पुनर्निर्माण करने के लिये चेतना यात्रा करने का आह्वान किया। निर्मल वाल्मीकि ने आगन्तुकों का आभार प्रकट किया।कार्यक्रम में नगरपालिका मंडल के एस आईं कमल चांवरिया सोनू तेजी ठेकेदार,जीवराज मलघट,sc मोर्चा जिला सयोंजक विष्णु मलघट अनिल मलघट,रुक्मानंद मलघट धर्मचंद मलघट पार्षद मघराज तेजी ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम में वीर विनीत क्रिकेटर पंकज वाल्मीकि सुरेन्द्र मलघट बजरंग बागड़ी ऋशिराज तेजी अजय मलघट सोनू गुजराती,आदित्य तेजी सिरु मोहित तेजी दीपक तेजी मोनू मलघट मिनाराम तेजी रोहित मलघट अशोक तेजी राहुल मलघट सहित परिभारती तेजी पूनम तेजी मैनादेवी तेजी अनन्या तेजी सहित बड़ी सँख्या मातृशक्ति मौजूद रही।

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