• पूर्व विधायक ने हड़प ली पेट्रोल पंप के लिए सरकारी जमीन।
सोनभद्र जनपद में जिसे भी सत्ता का सुख मिला वह बहती गंगा में हाथ धोने से परहेज नहीं किया ऐसा ही एक मामला सोनभद्र के घोरावल विधानसभा के पूर्व विधायक रमेश दुबे का सामने आया है जिसमें उन्होंने रामगढ़ के पास स्थित एक पेट्रोल पंप के निर्माण में सरकारी जमीन ही हथियाली
सोनभद्र जनपद के रामगढ़ के पास स्थित पहले ग्राम पंचायत तियारा है इस ग्राम पंचायत में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चतरा से महज कुछ दूरी पर पूर्व विधायक घोरावल रमेश दुबे का एक पेट्रोल पंप है इस पेट्रोल पंप के निर्माण में ग्राम प्रधान का मौखिक रूप से कहना है कि उन्होंने ग्राम सभा की कम से कम तीन विश्वा जमीन हड़प ली है लेखपाल द्वारा इसकी नापी भी कराई जा चुकी है लेकिन अभी तक उक्त जमीन को पूर्व विधायक ने अपने कब्जे से मुक्त नहीं किया है इस संबंध में जब ग्राम प्रधान ने पूर्व विधायक से बात की तो उन्होंने कहा ऐसा कोई भी मामला नहीं है जबकि सच्चाई है कि क्षेत्रीय लेखपाल से जब यह पूछा गया तो लेखपाल ने स्पष्ट शब्दों में कहा की नापी के बाद दो विश्वा से अधिक जमीन जो ग्राम सभा की है वह पेट्रोल पंप के कब्जे में है अब सवाल उठता है कि पूर्व विधायक आखिर क्या जमीन हड़पने व अवैध कार्य करने की कसम खा चुके हैं उनके परिवार पर आरोप है कि जहां उनके ट्रैक्टर की एजेंसी है वहां पर भी उन्होंने एक अनुसूचित जाति की जमीन हड़प ली जहां इनका जयपुरिया स्कूल बना है वहां भी शिकायत है कि इन्होंने विवादित जमीन पर कब्जा कर लिया है इसी तरह उनके ऊपर अन्य कई गंभीर आरोप लगा चुके हैं बहुजन समाज पार्टी से इन्होने जब चुनार विधानसभा से पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था तो मामूली अंतर से चुनाव हार गए थे उसके बाद यह मायावती केकाफी करीबी हुए और इन्हें लखनऊ में निर्माणाधीन अंबेडकर पार्क के लिए उनकी पत्नी के नाम पर टेंडर हासिल हो गया उस मामले में घोटाले की जांच चल रही है जिसमें उनकी पत्नी को आरोपी बनाया गया है आखिर सवाल उठता है कि जब सत्ता सुख प्राप्त करने वाले लोग इस तरह से सरकारी संपत्ति को हड़पेंगे घोटाला करेंगे भ्रष्टाचार करेंगे तो इस देश की हालत क्या होगी अभी 2 दिन पूर्व उनके विधानसभा के एक ब्राह्मण परिवार के युवक ने उनके यहां रहने वाले उनके खास व्यक्ति पर प्राथमिक की दर्ज कराई है और उसका आरोप है कि जिन्होंने उसका धन हड़प है वह पूर्व विधायक के काफी करीबी हैं ऐसे में पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही ग्राम प्रधान तियारा ने बताया कि यदि विधायक ने उक्त जमीन मुक्त नहीं की तो उनके खिलाफ अदालत की शरण ली जाएगी।