रिपोर्टर -घनश्याम सिंह यादव की रिपोर्ट
• झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ अभियान, CM के आदेश के बाद एक्टिव हुए CMO।
दिनांक -14/10/24
स्थान -चन्दौली c.m.o. कार्यालय
चंदौली जनपद में झोलाछाप डॉक्टरों की भरमार है, जिसके कारण आम गरीब लोग गंभीर बीमारियों का शिकार होते जा रहे हैं। लोगों के स्वास्थ्य की चिंता करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री ने झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ विशेष अभियान चलाकर कार्यवाही करने का निर्देश दिया है। इसी के क्रम में चंदौली के मुख्य चिकित्सा अधिकारी जुगल किशोर राय नोडल और डिप्टी सीएमओ के नेतृत्व में ब्लॉक के चिकित्सा प्रभारियों की संयुक्त टीम बनाकर गांव-गांव अभियान चलाने के लिए निर्देशित किया है।आपको बता दें कि चंदौली जनपद में जहां स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार झोलाछाप डॉक्टरों पर अंकुश लगाने के लिए कार्रवाई करने की बात कही जाती है, लेकिन इसके बाद भी दिनों दिन झोलाछाप डॉक्टरों की संख्या बढ़ती जा रही है, जिसका शिकार आम गरीब लोग हो रहे हैं। मानक के विपरीत दवा देने के कारण लिवर, कैंसर, गुर्दा आदि जैसे गंभीर बीमारी से लोग ग्रसित हो जा रहे हैं। इससे उनकी असामयिक मृत्यु हो रही है।
इसी समस्या को देखते हुए मुख्यमंत्री के निर्देश पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जुगल किशोर राय ने ब्लॉकों के नोडल डिप्टी सीएमओ के साथ क्षेत्रीय चिकित्सा प्रभारी की संयुक्त टीम बनाकर गांव-गांव अभियान चला कर झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। यही नहीं ऐसे चिकित्सकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए भी निर्देशित किया गया है।
जनपद में दिनों दिन झोला छाप डॉक्टरों की भरमार, स्वास्थ्य विभाग की नाकामी के चलते होती जा रही है। यह भी कहा जा रहा है की जांच करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम जाती है और उनको डरा धमका कर वसूली करके चली आती है, जिससे वह फिर से लोगों को गंभीर बीमारियों में झोंकने के लिए लग जाते हैं।यह भी बताया जा रहा है कि कई अवैध हॉस्पिटलों से महीने की रकम भी वसूली जाती है। उनसे कार्रवाई के नाम पर टीम के द्वारा गोपनीय बैठकें करके मामले को रफा दफा कर दिया जाता है।
इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. युगल किशोर राय ने बताया कि किसी भी हाल में झोलाछाप डॉक्टर स्वीकार नहीं है और उनके खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। अब विशेष अभियान चलाकर गांव-गांव ऐसे झोला छाप डॉक्टरों को चिन्हित किया जाएगा, जिससे उन पर अंकुश लगाया जा सके। उन्हें किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ एफआईआर की कार्यवाही भी की जाएगी।