सवांददाता मीडिया प्रभारी मनोज मूंधड़ा बीकानेर श्रीडूंगरगढ
कोलकाता में दुर्गा पूजा नवरात्रि के दौरान देवी दुर्गा के सम्मान में राजधानी शहर में मनाए जाने वाले सभी त्योहारों में सबसे भव्य है। जबकि दुर्गा पूजा का त्योहार, बिना किसी संदेह के दुनिया भर में भव्य रूप से मनाया जाता है, कोलकाता में, जिस उत्साह के साथ इसे मनाया जाता है वह अद्वितीय है। यह 10 दिनों तक मनाया जाता है और देवी दुर्गा की भव्य मूर्तियों वाले पंडाल आगंतुकों के लिए खुले रहते हैं। अंतिम दिन, जिसे दशमी के रूप में भी जाना जाता है, भव्य समारोह और जुलूस के साथ मूर्ति के विसर्जन का प्रतीक है। इसी क्रम में श्रीडूंगरगढ में बंगाली भाइयों द्वारा तीसरी बार दुर्गा पूजा का भव्य आयोजन किया जा रहा है। श्रीडूंगरगढ़ में रहने वाले बंगाली परिवारों ने अपने परंपरागत दुर्गा पूजन को उल्लास व उत्साह से मनाते हुए बुधवार से पांच दिवसीय पूजन समारोह के रूप में प्रारंभ किया है। कस्बे में बिग्गा बास स्थित गणेश मंदिर पेड़ीवाल भवन के सामने समाज एकजुटता के साथ बुधवार को विधि विधान से माता की मूर्ति स्थापना की आज सुबह 10 बजे महाआरती का आयोजन किया। रामकिशन ने बताया कि यहां प्रतिदिन सुबह शाम महाआरती का आयोजन होगा। रात 8 बजे महाआरती के बाद डांडिया व गरबा व अन्य प्रतियोगिता आयोजित होगी खेला जाएगा। पूरा बंगाली समाज पूजन के आयोजन में जुटा है। सभी ने स्थानीय निवासियों से भी पूजन में भाग लेने का आह्वान किया है। रामकिशन ने बताया कि 12 अक्टूबर को महाआरती के बाद महाप्रसाद का भंडारा भोग लगाया जाएगा व शाम 3 बजे तक प्रसाद वितरण होगा। 13 अक्टूबर को सुबह 8 बजे परंपरागत रूप से सिंदूर खेला जाएगा व उसके बाद 10 बजे मूर्ति विसर्जन के साथ मुख्य बाजार से बंगाली समाज द्वारा मूर्ति विसर्जन यात्रा निकाली जाएगी। महाआरती का लाइव प्रसारण सत्यार्थ न्यूज श्रीडूंगरगढ पर दिखाया जाएगा ।