सवांददाता नरसीराम शर्मा बीकानेर श्रीडूंगरगढ
2023 में पूर्व सरकार द्वारा श्री डूंगरगढ़ में ट्रॉमा सेंटर व उप जिला अस्पताल 100 बेंड का निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई थी, जिसके चलते शहर में विवादित पड़ी भूमि को दोनों पक्षों की सहमति से ट्रॉमा सेंटर के लिए दिए जाने पर सहमति बनी। श्रीडूंगरगढ़ नगर पालिका अध्यक्ष द्वारा उक्त विवादित सात बीघा जमीन का पट्टा भी स्वास्थ्य विभाग बीकानेर के नाम आवंटित कर दिया गया था भामाशाह बाहेती व चाडंक परिवार (मामा, भाण्जा) भी आगे आकर भूमि पूजन भी करवा दिया गया था। लेकिन अब किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं होती नजर आ रही हैं। श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में सालाना लगभग 500 से 600 एक्सीडेंट दुर्घनाएं होती है जिसमें से 60 से 70 प्रतिशत व्यक्तियों की मृत्यु समय पर उपचार नहीं मिलने की वजह से हो जाती है। दुर्घटना घटने के बाद बीकानेर ट्रॉमा सेंटर जाते-जाते 2 घंटे लग जाते हैं और पेशेंट की मृत्यु हो जाती है। इस मृत्यु दर को कम करने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र भेजा गया है व विधायक महोदय के निजी सचिव भवानी शंकर जी द्वारा विधायक महोदय को भी ज्ञापन दिया गया है। उपखंड अधिकारी उमा मितल ने कहा कि ट्रॉमा सेंटर की कार्रवाई चल रही है। विधायक निजी सचिव ने भी कहा कि ट्रॉमा सेंटर के विषय में चर्चा चल रही है, जल्दी ही भामाशाह से बातचीत करके उचित निर्णय ट्रॉमा सेंटर के लिए लिया जाएगा। नगर पालिका चेयरमैन मानमल शर्मा ने कहा कि मैंने पट्टा बना कर दिया है और मेरे लायक कोई कार्रवाई होगी तो मैं अवश्य करूंगा। इस दौरान समाज सेवक हरिप्रसाद सिखवाल, ओमप्रकाश मूंधड़ा, सुशील चांडक, मदन बलदेवा आदि सम्मिलित थे ।