उमर अब्दुल्ला अनुच्छेद 370 और 35 a को वापिस लाना चाहते है। और पत्थर बाजो को रिहा करना।
रिपोर्टर, राजेश कुमार शर्मा
जम्मू कश्मीर यूटी
(जम्मू ) उमर अब्दुल्ला जो की जम्मू कश्मीर के चीफ मिनिस्टर रहा चुके हैं। अक्सर अपनी गलत बयान बाजी करते हुए नजर आते हैं भारतीय सेना के खिलाफ इनके पिताजी फारुख अब्दुल्ला वह भी जम्मू के चीफ मिनिस्टर रह चुके हैं सेना के खिलाफ गलत बयान बाजी करते हैं । चुनाव के बाद बोलते हैं अगर हमारी सरकार आती है तो हम जेल में बंद किए गए पत्थर बाजों को रिहा करेंगे और 370 और 35 को वापस लाएंगे और और हमारे हिंदू धर्म के किसी पर्वत का नाम चेंज करके पता नहीं मुसलमानी कौन सा नाम रखेंगे। यह दोनों पिता पुत्र बोलते हैं कि पाकिस्तान से बातचीत करो लेकिन नरेंद्र मोदी जी कहते हैं कि बातचीत किस बात की जब तक गोलीबारी बिल्कुल बंद नहीं होती आतंकवाद बिल्कुल समाप्त नहीं होता तब तक किसी से कोई भी बातचीत नहीं होगी। उमर अब्दुल्ला फारूक अब्दुल्ला महबूबा मुफ्ती इन सबके दिल में पाकिस्तान बसता है। इन सब परिवारों को हमारे उपराज्यपाल मनोज सिन्हा बिल्कुल पसंद नहीं। भारतीय सेना के खिलाफ अक्सर यह गलत बयान बाजी करते हैं। 8 अक्टूबर को पता चल जाएगा यह कितने पानी में है।