दौलत राम शर्मा
व्यूरो चीफ, करौली राजस्थान
,,हिन्दू धर्म के अनुसार इन पांच कन्याओ का प्रातः स्मरण बड़े बड़े पापो का बिनाशक है,,
भारत मे अनेक धर्म और उनके अनेक संप्रदाय और शाखाए है क्योंकि भारत विविधताओ का देश है यहाँ हर राज्य मे अलग अलग भाषाए बोली जाती है विविध प्रकार की बेश भूषा पहनी जाती है इसी प्रकार अनेक धर्मो के मानने वाले लोग रहते है सब की अलग अलग ईश्वर के प्रति धारनाए है सभी धर्मो के अलग अलग पूजा स्थान है
हिन्दू धर्म भारत मे लगभग 90 करोड़ लोगो द्वारा स्वीकृत धर्म है हिन्दू धर्म अनुयायियों के लिए हिन्दू धर्म के आचार्यो ने कहा है कि प्रातः काल मे इन पांच कन्याओ का स्मरण बड़े से बड़े पापो का बिनाशक है, ये पांच कन्याए निम्न है
1,,बाली की पत्नी,, तारा,,
2,,पांच पांडवो की पत्नी,, द्रोपदी,,
3,,लंकापति रावण की पत्नी, मंदोदरी
4,,गौतम ऋषि की पत्नी,, अहिल्या,,
5,,पाण्डु की पत्नी, और पांचो पांडवो की माता,, कुंती,,