स्कूली बसों में स्पीड गवर्नर अनिवार्य रूप से लगे हो रिपोर्ट वीरेंद्र सिंह राजपूत सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहे- कलेक्टर श्री सिंह
• बसों में हेल्पलाइन नम्बर एवं शासन द्वारा तय जानकारी अनिवार्य रूप से लिखी जाये।
सुसनेर, जिला आगर-मालवा, मे कलेक्टर कार्यालय में बैठक के अनुसार स्कूली बसों में स्पीड गवर्नर अनिवार्य रूप से लगे हो तथा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहे, अनफिट बसों का संचालन नही करे, यह निर्देश कलेक्टर श्री राघवेंद्र सिंह ने गुरुवार को जिले के शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों के बस संचालकों की बैठक लेकर दिए। कलेक्ट ने कहा कि वाहन चालक एवं परिचालक का थानों से सत्यापन करवाकर रखा जाए तथा उनका हेल्थ चेकअप भी करवाए, संबंधित संस्था व वाहन मालिक की जवाबदारी है कि कोई भी वाहन चालक शराब पीकर वाहन का संचालन नहीं करें। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री विनोद कुमार सिंह भी उपस्थित रहे।
कलेक्टर ने कहा कि बसों में सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का अनिवार्यता पालन किया जाए, एक सप्ताह के अंदर सभी स्कूली वाहनों में वाहन संचालन के संबंध में आर.टी.ओ द्वारा समस्त प्रमाणित दस्तावेज, वाहन चालक का आर.टीओ द्वारा जारी जीवित ड्राइविंग लाइसेंस, बसों में फर्स्ट एड की सुविधा, फायर सुविधा, सी.सी.टीवी कैमरा, स्पीड गवर्नर, पैनिक बटन,जीपीएस.सिस्टम सहित निर्धारित सीट अनुसार बैठक व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। बसों में जरूरी हेल्पलाइन नंबर, संस्था प्राचार्य के मोबाइल नंबर, थानों के नंबर आदि भी अंकित करवाये। सभी बसों में चालक एवं परिचालक निर्धारित यूनिफार्म रहें तथा बसों में महिला परिचालक भी रहे। कलेक्टर ने आरटीओ एवं यातायात प्रभारी को स्कूली बसों की फिटनेस, दस्तावेज एवं अन्य सुविधाओं की जांच करने के निर्देश भी दिए। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री सिंह ने कहा कि स्कूल बसों से संबंधित सभी दस्तावेज पूर्ण कर ले, अनफिट बसों का संचालन किसी भी स्थिति में नहीं करें तथा बसों में निर्धारित क्षमता से ज्यादा बच्चे नहीं बिठाए। एसपी ने कहा कि जिन स्थानों पर ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं हो रही है उन्हें चिन्हित करें। ऐसे स्थान जहां बच्चे आ जा रहे हैं वहां सीसीटीवी कैमरे से मॉनिटरिंग करे। उन्होंने कहा कि बिना लाइसेंसके वाहन संचालन करने, हेलमेट नहीं लगाने तथा यातायात नियमों को अनदेखा करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।बैठक में आरटीओ श्रीमती बरखा गौड़, यातायात प्रभारी श्री जगदीश यादव तथा निजी एवं शासकीय स्कूलों के बस संचालक उपस्थित रहे।