सवांददाता नरसीराम शर्मा बीकानेर श्रीडूंगरगढ
पंचांग का अति प्राचीन काल से ही बहुत महत्त्व माना गया है।शास्त्रों में भी पंचांग को बहुत महत्त्व दिया गया है और पंचाग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना गया है।पंचांग में सूर्योदय सूर्यास्त,चद्रोदय-चन्द्रास्त काल,तिथि,नक्षत्र,मुहूर्त योगकाल,करण,सूर्य-चंद्र के राशि,चौघड़िया मुहूर्त दिए गए हैं।
🙏जय श्री गणेशाय नमः🙏
🙏जय माता दी🙏
🙏जय श्री कृष्णा🙏
श्री सनातन हिंदू पंचांग-03.10.2024 नियमित गोचर राशिफल सहित शुभ गुरुवार - 🌞 - शुभ प्रभात् 74-30💥मध्यमान💥75-30 (केतकी चित्रापक्षीय गणितानुसारेण निर्मितम्)
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____________आज विशेष____________
शारदीय नवरात्रि 2024 विशेष..नवरात्रि में मां दुर्गा के 9 रूपों की पूजा का महत्व समझिये…
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_________दैनिक पंचांग विवरण________
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आज दिनांक……………….. .03.10.2024
कलियुग संवत्…………………………5126
विक्रम संवत्………………………….. 2081
शक संवत्……………………………..1946
संवत्सर………………………….श्री कालयुक्त
अयन………………………………दक्षिणायन
गोल…………………………………… दक्षिण
ऋतु………………………………………शरद्
मास………………………………….. आश्विन
पक्ष……………………………………..शुक्ला
तिथि….प्रतिपदा. रात्रि. 2.58* तक / द्वितीया
वार…………………………………….गुरुवार
नक्षत्र………..हस्त. अपरा. 3.32 तक / चित्रा
चंद्रराशि…… कन्या. रात्रि. 5.06* तक / तुला
योग………….ऐंद्र. रात्रि. 4.23* तक / वैधृति
करण………….. किंस्तुघ्न. अपरा. 1.38 तक
करण………. बव. रात्रि. 2.58* तक / बालव
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नोट-जिस रात्रि समय के ऊपर(*) लगा हुआ हो
वह समय अर्द्ध रात्रि के बाद सूर्योदय तक का है
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*विभिन्न नगरों के सूर्योदय में समयांतर मिनट*
🌞श्री सनातन हिंदू पंचांग के अनुसार🌞
दिल्ली -10 मिनट———जोधपुर +6 मिनट
जयपुर -5 मिनट——अहमदाबाद +8 मिनट
कोटा – 5 मिनट————-मुंबई +7 मिनट
लखनऊ – 25 मिनट——बीकानेर +5 मिनट
कोलकाता -54 मिनट–जैसलमेर +15 मिनट
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-सूर्योंदयास्त दिनमानादि-अन्य आवश्यक सूची-
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सूर्योदय…………………. प्रातः 6.25.39 पर
सूर्यास्त…………………. सायं. 6.14.40 पर
दिनमान-घं.मि.सै…………………11.49.00
रात्रिमान-घं.मि.सै……………….. 12.11.24
चंद्रास्त…………………….6.32.47 PM पर
चंद्रोदय……………………6.57.07 AM पर
राहुकाल..अपरा. 1.49 से 3.17 तक(अशुभ)
यमघंट……प्रातः 6.26 से 7.54 तक (अशुभ)
गुलिक……………प्रातः 9.23 से 10.52 तक
अभिजित………मध्या.11.57 से 12.44 तक
पंचक…………………………………. .नहीं है
हवन मुहूर्त(अग्निवास)………………..आज है
दिशाशूल………………………… दक्षिण दिशा
दोष परिहार……. दही का सेवन कर यात्रा करें
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🌄विशिष्ट काल-मुहूर्त-वेला परिचय🌄
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अभिजित् मुहुर्त – दिनार्द्ध से एक घटी पहले और एक घटी बाद का समय अभिजित मुहूर्त कहलाता है,पर बुधवार को यह शुभ नहीं होता.
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ब्रह्म मुहूर्त – सूर्योदय से पहले का 1.30 घंटे का समय ब्रह्म मुहूर्त कहलाता है..
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प्रदोष काल – सूर्यास्त के पहले 45 मिनट और
बाद का 45 मिनट प्रदोष माना जाता है…
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गौधूलिक काल सूर्यास्त से 12 मिनट पहले एवं
12 मिनट बाद का समय कहलाता है
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🌄✴️भद्रा वास शुभाशुभ विचार✴️🌄
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भद्रा मेष, वृष, मिथुन, वृश्चिक के चंद्रमा में स्वर्ग में व कन्या, तुला, धनु, मकर के चंद्रमा में पाताल लोक में और कुंभ, मीन, कर्क, सिंह के चंद्रमा में मृत्युलोक में मानी जाती है यहां स्वर्ग और पाताल लोक की भद्रा शुभ मानी जाती हैं और मृत्युलोक की भद्रा काल में शुभ कार्य वर्जित होते हैं इसी तरह भद्रा फल विचार करें..
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* दैनिक सूर्योदय कालीन लग्न एवं ग्रह स्पष्ट *
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ग्रह राशि अंश कला नक्षत्र चरण चरणाक्षर
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लग्न …………….. कन्या 15°48′ हस्त 2 ष
सूर्य ……………….. कन्या 16°7′ हस्त 2 ष
चन्द्र …………….. कन्या 18°52′ हस्त 3 ण
बुध ^ ……………. कन्या 17°48′ हस्त 3 ण
शुक्र ……………. तुला 17°54′ स्वाति 4 ता
मंगल ………… मिथुन 21°43′ पुनर्वसु 1 के
बृहस्पति ……. हवृषभ 27°2′ मृगशीर्षा 2 वो
शनि * …….. कुम्भ 20°6′ पूर्वभाद्रपदा 1 से
राहू * …….. मीन 12°8′ उत्तरभाद्रपदा 3 झ
केतु * ……………… कन्या 12°8′ हस्त 1 पू
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✴️🌄दिन का चौघड़िया🌄✴️
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शुभ……………….प्रातः 6.26 से 7.54 तक
चंचल………….पूर्वा. 10.52 से 12.20 तक
लाभ…………..अपरा. 12.20 से 1.49 तक
अमृत……………अपरा. 1.49 से 3.17 तक
शुभ……………….सायं. 4.46 से 6.15 तक
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✴️🌄रात्रि का चौघड़िया🌄✴️
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अमृत………. सायं-रात्रि. 6.15 से 7.46 तक
चंचल…………….. रात्रि. 7.46 से 9.18 तक
लाभ… रात्रि. 12.20 AM से 1.52 AM तक
शुभ……रात्रि. 3.23 AM से 4.55 AM तक
अमृत…. रात्रि. 4.55 AM से 6.26 AM तक
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(विशेष – ज्योतिष शास्त्र में एक शुभ योग और एक अशुभ योग जब भी साथ साथ आते हैं तो शुभ योग की स्वीकार्यता मानी गई है )
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🌞🕉️शुभ शिववास की तिथियां🕉️🌞
शुक्ल पक्ष-2—–5—–6—- 9——-12—-13.
कृष्ण पक्ष-1—4—-5—-8—11—-12—-30.
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दिन नक्षत्र एवं चरणाक्षर संबंधी संपूर्ण विवरण
संदर्भ विशेष -यदि किसी बालक का जन्म गंड नक्षत्रों (रेवती, अश्विनी, अश्लेषा, मघा, ज्येष्ठा और मूल) में होता है तो सविधि नक्षत्र शांति की आवश्यक मानी गयी है और करवाना चाहिये..
आज जन्मे बालकों का नक्षत्र के चरण अनुसार राशिगत् नामाक्षर..
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समय-नक्षत्र नाम-नक्षत्र चरण-चरणाक्षर
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08.44 AM तक——हस्त—-3——-ण
03.32 PM तक——हस्त—-4——–ठ
10.18 PM तक——चित्रा—-1——-पे
05.06 AM तक——चित्रा—-2——पो
_______राशि कन्या – पाया चांदी________
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उपरांत रात्रि तक——चित्रा—3——-रा
________राशि तुला – पाया चांदी ______
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____________आज का दिन___________
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व्रत विशेष…………………………….. नहीं है
अन्य व्रत………….नवरात्रि व्रत विधान प्रारंभ
दिन विशेष…… शारदीय नवरात्रि घट स्थापना
नवरात्रि विशेष…… प्रथम् (मां शैलपुत्री पूजन)
दिन विशेष…….. महाराज श्री अग्रसेन जयंती
श्राद्ध विशेष………………….. मातामह श्राद्ध
पर्व विशेष………………………………नहीं है
समय विशेष……पवित्र चातुर्मास विधान जारी
दिवस विशेष………………………….. नहीं है
पंचक…………………………………. .नहीं है
विष्टि(भद्रा)……………………………. नहीं है
हवन मुहूर्त…………………………… आज है
खगोलीय.. शतभिषायां 4 शनि.अप. 3.01 पर
सर्वा.सि.योग………………………… .. नहीं है अमृत सि.योग………………………… .नहीं है
सिद्ध रवियोग…………………………. नहीं है
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__अगले दिन की प्रतीकात्मक जानकारी___
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दिनांक………………………..04.10.2024 तिथि………. आश्विन शुक्ला द्वितीया शुक्रवार
व्रत विशेष………………………………नहीं है
अन्य व्रत……………नवरात्रि व्रत विधान जारी
दिन विशेष………………. चंद्रदर्शन सायंकाल
नवरात्रि क्रम….द्वितीय (मां ब्रह्मचारिणी पूजन)
पर्व विशेष……………………………….नहीं है
समय विशेष…….पवित्र चातुर्मास विधान जारी
दिवस विशेष………………….विश्व पशु दिवस
पंचक…………………………………. ..नहीं है
विष्टि(भद्रा)…………………………….. नहीं है
हवन मुहूर्त………………………..आज नहीं है
खगोलीय. विशाखायां. शुक्र. रात्रि.12.13* पर
सर्वा.सि.योग………………………… .. नहीं है अमृत सि.योग………………………… . नहीं है
सिद्ध रवियोग…………………………. नहीं है
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✴️आज की विशेष प्रस्तुति✴️
💥धर्म ज्योतिष आध्यात्म वास्तु राशिफल 💥
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शारदीय नवरात्रि 2024 विशेष..नवरात्रि में मां दुर्गा के 9 रूपों की पूजा का महत्व समझिए
कलश स्थापना मुहूर्त
अक्टूबर दिन गुरुवार से शारदीय नवरात्रि का प्रारंभ हो रहे हैं और 11 अक्टूबर को इनका समापन होगा। नवरात्रि के नौ दिनों में मां भगवती के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यताओं अनुसार, विधि विधान के साथ मां दुर्गा की पूजा अर्चना करने से जीवन में सुख-शांति की प्राप्ति होती है और परिवार के सदस्यों की उन्नति भी होती है। आइए जानते हैं नवरात्रि कलश स्थापना मुहूर्त और नवरात्रि का आध्यात्मिक महत्व…
या श्रीः स्वयं सुकृतिनां भवनेष्वलक्ष्मीः, पापात्मनां कृतघियां हृदयेषुवृद्धिः।
श्रद्धा सतांकुलजन प्रभवस्य लज्जा, तां त्वां नताः स्म परिणालय देवी विश्वम्।।
जो देवी पुण्यात्माओं के घरों में स्वयं ही लक्ष्मी रूप से, पापियों के यहां दरिद्रतारूप से, शुद्धान्तःकरण वाले पुरुषों के हृदयों में बुद्धिरूप से सत्पुरुषों में श्रद्धारूप से और कुलीन मनुष्यों में लज्जारूप से निवास करती है, उन आप भगवती को हम सब श्रद्धापूर्वक नमन करते है। हे पराम्बा! समस्त विश्व का कल्याण कीजिए।
कलश स्थापना मुहूर्त
नवरात्र को आद्याशक्ति की आराधना का सर्वश्रेष्ठ काल माना गया है। नवरात्र वृद्धि आश्विन शुक्ला प्रतिपदा को अशुभ नक्षत्र चित्रा और वैधृति योग का अभाव एवं शुक्ला तृतीया तिथि की वृद्धि होने से नवरात्र विशेष शुभ एवं राष्ट्र के शत्रुओं का पराभवकारी सिद्ध होगा। घटस्थापन मंदिरों और शक्तिपीठों में सुबह 4:09 से 5:07 तक विशेष शुभ रहेगा। भगवती की पूजा के लिए बनाए गए विशेष पंडालों और घरों में सुबह 9:40 से 11:50 तक वृश्चिक लग्न में सामान्य शुभ रहेगा। देवगुरु बृहस्पति की संपूर्ण शुभदृष्टि होने के कारण लग्न बलवती समझी जाएगी।
नवरात्रि का आध्यात्मिक महत्व
सवंत्सर (वर्ष) में चार नवरात्र होते है। चैत्र, आषाढ़, आश्विन और माघ मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी पर्यंत नौ दिन नवरात्र कहलाते है। इन चार नवरात्रों में दो गुप्त और दो प्रकट, चैत्र का नवरात्र वासंतिक और आश्विन का नवरात्र शारदीय नवरात्र कहलाता है। वासंतिक नवरात्र के अंत में रामनवमी आती है और शारदीय नवरात्र के अंत में दुर्गा महानवमी इसलिए इन्हें राम नवरात्र और देवी नवरात्र भी कहते है। किंतु शाक्तों की साधना में शारदीय नवरात्र को विशेष महत्व दिया गया है। इसी कारण बंगाल में दुर्गा पूजा मुख्यतः शारदीय नवरात्र में ही होती है। ऋृग्वेद में शारदीय शक्ति दुर्गा पूजा का उल्लेख मिलता है। बंगाल में विशाल प्रतिमाओं में सप्तमी, अष्टमी और महानवमी को दुर्गापूजा होती है। जगन्माता को यहां कन्या रूप से अपनाया गया है, मानो विवाहिता पुत्री पति के घर से पुत्र सहित तीन दिन के लिए माता-पिता के पास आती है। मां दस भुजाओं में दस प्रकार के आयुध धारण कर शेर पर सवार होकर, महिषासुर कें कंधे पर अपना एक चरण रखे त्रिशूलद्वारा उसका वध कर रही होती है। शारदीय शक्ति पूजा को विशेष लोकप्रियता त्रेतायुग में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम चंद्र के अनुष्ठान से भी मिली। देवी भागवत में भगवान श्रीरामचंद्र द्वारा किए गए शारदीय नवरात्र के व्रत तथा शक्ति पूजन का सुविस्तृत वर्णन मिलता है। इसके अनुसार, श्रीराम की शक्ति पूजा सम्पन्न होते ही जगदंबा प्रकट हो गई थीं। शारदीय नवरात्र के व्रत का पारण करके दशमी के दिन श्रीराम ने लंका पर चढ़ाई कर दी। रावण का वध करके कार्तिक कृष्ण अमावस्या को श्रीरामचंद्र भगवती सीता को लेकर अयोध्या लौट आए।
इन 9 देवियों की होगी पूजा
नवरात्र के नौ दिनों में प्रतिदिन एक शक्ति की पूजा का विधान है। सृष्टि की संचालिका कही जाने वाली आदिशक्ति की नौ कलाएं (विभूतियां) नवदुर्गा कहलाती हैं। ‘मार्कण्डेय पुराण’ में नवदुर्गा का शैलपुत्री, बह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्माण्डा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री के रूप में उल्लेख मिलता है। नवरात्र के दौरान कन्या पूजन के बिना भगवती महाशक्ति कभी प्रसन्न नहीं होतीं। कन्या पूजन के माध्यम से ऋषि-मुनियों ने हमें स्त्री वर्ग के सम्मान की ही शिक्षा दी है। नवरात्र में देवी भक्तों को यह संकल्प लेना चाहिए कि वह आजीवन बच्चियों और महिलाओं को सम्मान देगा और उनकी सुरक्षा के लिए सदैव प्रयत्नशील रहेगा। तभी सही मायनों में नवरात्र की शक्ति पूजा संपन्न होगी। तभी हमारा और समाज में भी जागरण होगा।
शारदीय नवरात्रि (2024)
3 अक्टूबर – मां शैलपुत्री की पूजा
4 अक्टूबर – मां ब्रह्मचारिणी की पूजा
5 अक्टूबर – मां चंद्रघंटा की पूजा
6 अक्टूबर – मां कूष्मांडा की पूजा
7 अक्टूबर – मां स्कंदमाता की पूजा
8 अक्टूबर – मां कात्यायनी की पूजा
9 अक्टूबर – मां कालरात्रि की पूजा
10 अक्टूबर – मां महागौरी की पूजा
11 अक्टूबर – मां सिद्धिदात्री की पूजा
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आज का राशिफल
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मेष-(चू चे चो ला ली लू ले लो अ)
आज अपनी भावनाओं पर, ख़ास तौर पर ग़ुस्से पर, क़ाबू रखें। जिन लोगों ने किसी अनजान शख्स की सलाह पर कहीं निवेश किया था आज उन्हें उस निवेश से फायदा होने की पूरी संभावना है। जब निवेश करने का सवाल आपके सामने हो, तो स्वतन्त्र बनें और अपने फ़ैसले ख़ुद लें। बड़े व्यापारिक लेन-देन करते समय अपनी भावनाओं पर क़ाबू रखें। आज समय की नजाकत को देखते हुए आप अपने लिए समय निकाल सकते हैं लेकिन ऑफिस के किसी काम के अचानक आ जाने के कारण आप ऐसा करने में सफल नहीं हो पाएँगे। वैवाहिक जीवन के कई फ़ायदे भी होते हैं और आप उन्हें आज हासिल कर सकते हैं।
वृषभ-(इ उ एओ वा वी वू वे वो)
आज आपको कई महत्वपूर्ण निर्णय लेने होंगे, जिसके चलते आपको तनाव और बेचैनी का सामना करना पड़ सकता है। आप उन योजनाओं में निवेश करने से पहले दो बार सोचें जो आज आपके सामने आयी हैं। आपका ज्ञान और हास-परिहास आपके चारों ओर लोगों को प्रभावित करेगा। आपका प्रिय आज कुछ खीझा हुआ महसूस कर सकता है, जो आपके दिमाग़ पर दबाव और बढ़ा देगा। बेहतर कामकाज के चलते आपको तारीफ़ मिल सकती है। यात्रा करना फ़ायदेमंद लेकिन महंगा साबित होगा। जीवनसाथी के किसी अचानक काम की वजह से आपकी योजनाएँ बिगड़ सकती हैं। लेकिन फिर आपको महसूस होगा कि जो होता है अच्छे के लिए ही होता है।
मिथुन- (क की कू घ ङ छ के को ह)
आज आपका स्वास्थ्य अनुकूल रहने की पूरी उम्मीद है। अपने अच्छे स्वास्थ्य के चलते आज आप अपने दोस्तों के साथ खेलने का प्लान बना सकते हैं। बिना किसी की मदद के भी आप धन कमा पाने में सक्षम हो सकते हैं बस आपको खुद पर विश्वास करने की जरुरत है। नयी चीज़ों पर ध्यान लगाएँ और अपने सबसे अच्छे दोस्त की मदद लें। आज कार्यालय में आपको कुछ अच्छा समाचार सुनने को मिल सकता है। इस राशि वालों को आज खुद के लिए काफी समय मिलेगा। इस समय का उपयोग आप अपने शौकों को पूरा करने में कर सकते हैं। आप कोई किताब पढ़ सकते हैं या अपना पसंदीदा संगीत सुन सकते हैं। आपके और आपके जीवन साथी के बीच विश्वास की कमी रह सकती है। जिससे आज वैवाहिक जीवन में तनाव हो सकता है।
कर्क- (ही हू हे हो डा डी डू डे डो)
आज आप अपने मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान दें, जो आध्यात्मिक जीवन के लिए आवश्यक है। मस्तिष्क जीवन का द्वार है, क्योंकि अच्छा-बुरा सब-कुछ इसी के माध्यम से आता है। यही ज़िंदगी की समस्याएँ दूर करने में सहायक सिद्ध होता है और सही सोच से इंसान को आलोकित करता है। हालाँकि धन आपकी मुट्ठियों से आसानी से सरक जाएगा, लेकिन आपके अच्छे सितारे तंगी नहीं आने देंगे। आपकी भरपूर ऊर्जा और ज़बरदस्त उत्साह सकारात्मक परिणाम लाएंगे व घरेलू तनाव दूर करने में मददगार रहेंगे। अगर आप सही लोगों को अपनी क्षमता और प्रतिभा दिखाएंगे, तो जल्दी ही लोगों की निगाहों में आपकी नयी और बेहतर छवि होगी। जो चीजें आपके लिए आवश्यक नहीं हैं उन पर आज अपना अधिकतर समय जाया कर सकते हैं।
सिंह- (मा मी मू मे मो टा टी टू टे)
आज आप अपने विचारों को सकारात्मक रखें, क्योंकि आपको ‘डर’ नाम के दानव का सामना करना पड़ सकता है। नहीं तो आप निष्क्रिय होकर इसका शिकार हो सकते हैं। आपके माता पिता आपकी फिजूलखर्ची को देखकर आज चिंतित हो सकते हैं और इसलिए आपको उनके गुस्से का शिकार भी होना पड़ सकता है। पढ़ाई की क़ीमत पर घर से ज़्यादा देर तक बाहर रहना आपको माता-पिता के ग़ुस्से का शिकार बना सकता है। करिअर के लिए योजना बनाना उतना ही आवश्यक है, जितना कि खेलना-कूदना। इसलिए माता-पिता को ख़ुश करने के लिए दोनों में संतुलन बनाना ज़रूरी है। दिन की शुरुआत से अन्त तक आप ख़ुद को ऊर्जा से भरपूर महसूस करेंगे। जीवन की आपाधापी के बीच आज आप अपने बच्चों के लिए वक्त निकालेंगे। उनके साथ वक्त गुजार के आपको महसूस हो सकता है कि आपने जीवन के कई जरुरी पल गवां दिए हैं। आपका अपने जीवनसाथी के साथ तनावपूर्ण संबंध रह सकता है। जहां तक सम्भव हो बात को बढ़ने न दें।
कन्या- (टो प पी पू ष ण ठ पे पो)
आज उम्रदराज़ लोगों को अपनी सेहत का ध्यान रखने की ज़रूरत है। आज के दिन धन हानि होने की संभावना है इसलिए लेन-देन से जुड़े मामलों में जितना आप सतर्क रहेंगे उतना ही आपके लिए अच्छा रहेगा। आज का दिन मौज मस्ती करने के लिहाज़ से बढ़िया है, इसलिए अपनी पसंदीदा चीज़ों और काम का आनंद उठाएँ। अगर आपको लगता है कि आप दूसरों की मदद के बिना महत्वपूर्ण कामों को कर सकते हैं, तो आपकी सोच काफ़ी ग़लत है। अपने घर में बिखरी चीजों को संभालने का आज आप प्लान करेंगे लेकिन आपको इसके लिए आज खाली समय नहीं मिल पाएगा। कोई पुराना दोस्त आपके और आपके जीवनसाथी की साझा यादों को तरोताज़ा कर सकता है।
तुला- (रा री रू रे रो ता ती तू ते)
आज बच्चों के साथ खेलना बहुत अच्छा और सुकून देने वाला अनुभव रहेगा। आज आपको बेवजह पैसा खर्च करने से खुद को रोकना चाहिए नहीं तो जरुरत के समय आपके पास पैसे की कमी हो सकती है। सही समय पर आपकी सहायता किसी को बड़ी परेशानी से बचा सकती है। किसीकी दख़लअंदाज़ी के चलते आपके और आपके प्रिय के रिश्ते में दूरियाँ आ सकती हैं। दफ़्तर में आप तारीफ़ पाएंगे। आपको याद रखने की ज़रूरत है कि भगवान उसी की मदद करता है, जो ख़ुद अपनी मदद करता है। जीवनसाथी का आत्मकेन्द्रित व्यवहार आपको गलत लगेगा।
वृश्चिक- (तो ना नी नू ने नो या यी यू)
आज का दिन फ़ायदेमन्द साबित होगा और आप किसी पुरानी बीमारी में काफ़ी आराम महसूस करेंगे। इस राशि के विवाहित जातकों को आज ससुराल पक्ष से धन लाभ होने की संभावना है। कुछ दिनों से आपका व्यक्तिगत जीवन ही आपके ध्यान का केंद्र रहा है। लेकिन आज आप सामाजिक कार्यों पर ज़्यादा ध्यान देंगे और ज़रूरतमंदों की मदद करने की कोशिश करेंगे। अगर आप खुले दिल से अपनी बात रखें, तो आपकी मोहब्बत आज आपके सामने प्यार के फ़रिश्ते के रूप में आएगी। दिवास्वप्नों में समय खपाना नुक़सानदेह रहेगा, इस मुग़ालते में न रहें कि दूसरे आपका काम करेंगे। अपने किस मित्र के साथ आज समय बिता सकते हैं लेकिन इस दौरान आप शराब का सेवन करने से बचना चाहिए नहीं तो समय की बर्बादी हो सकती है। आपका जीवनसाथी आपको प्यार का एहसास देना चाहता है, उसकी मदद करें।
धनु-ये यो भा भी भू धा फा ढ़ा भे)
आज एक बेहतर ज़िन्दगी के लिए अपनी सेहत और व्यक्तित्व में सुधार लाने कि कोशिश करें। आपकी कोई पुरानी बीमारी आज आपको परेशान कर सकती है जिसकी वजह से आपको हॉस्पिटल भी जाना पड़ सकता है और आपका काफी धन भी खर्च हो सकता है। दोस्तों को अपने उदार स्वभाव का ग़लत फ़ायदा न उठाने दें। आपका आत्मविश्वास आपकी पेशेवर ज़िंदगी में ख़ास असर छोड़ेगा। यह दूसरों को आपका नज़रिया समझाने और उनकी मदद हासिल करने में कारगर रहेगा। किसी नये काम के आगाज के लिए आपको पहले उसके बारे में अनुभवी लोगों से बात करनी चाहिए। अगर आज आपके पास समय है तो उस क्षेत्र के अनुभवी लोगों से मिल लें जो काम आप शुरु करने वाले हैं। विवाह के बाद कई बातें ज़रूरत से आगे बढ़कर अनिवार्य हो जाती हैं। आज ऐसी ही कुछ बातें आपको व्यस्त रख सकती हैं।
मकर- (भो जा जी खी खू खे खो गा गी)
आज आपकी सेहत ठीक रहेगी, लेकिन यात्रा आपके लिए थकाऊ और तनावपूर्ण साबित हो सकती है। पैसों की कमी आज घर में कलह की वजह बन सकती है, ऐसी स्थिति में अपने घर के लोगों से सोच-समझकर बात करें और उनसे सलाह लें। माता-पिता की तबियत में सुधार होगा और वे अपना प्यार आपके ऊपर बरसाएंगे। शाम के लिए कोई ख़ास योजना बनाएँ और कोशिश करें कि यह ज़्यादा-से-ज़्यादा रुमानी हो। आपके घर वाले आज आपसे कई परेशानियां शेयर करेंगे लेकिन आप अपनी ही धुन में मस्त रहेंगे और खाली समय में कुछ ऐसा करेंगे जो करना आपको पसंद है। यह समय जीवन में आपको वैवाहिक जीवन का भरपूर आनन्द देगा।
कुंभ- (गू गे गो सा सी सू से सो द)
आज का दिन फ़ायदेमन्द साबित होगा और आप किसी पुरानी बीमारी में काफ़ी आराम महसूस करेंगे। आपकी लगन और मेहनत पर लोग ग़ौर करेंगे और आज इसके चलते आपको कुछ वित्तीय लाभ मिल सकता है। आपको अपना बाक़ी वक़्त बच्चों के संग गुज़ारना चाहिए, चाहे इसके लिए आपको कुछ ख़ास ही क्यों न करना पड़े। संगी को आज आपकी कोई बात चुभ सकती है। वो आपसे रुठें इससे ही पहले ही अपनी गलती का अहसास कर लें और उन्हें मना लें। इस राशि के कारोबारियों को आज कारोबार के सिलसिले में अनचाही यात्रा करनी पड़ सकती है। यह यात्रा आपको मानसिक तनाव दे सकती है। नौकरी पेशा लोगों को आज ऑफिस में इधर-उधर की बातें करने से बचना चाहिए। आज आप ख़ुद को लोगों के ध्यान के केंद्र में पाएंगे, जब कोई आपके सहयोग की वजह से पुरस्कृत होगा या सराहा जाएगा। जीवन साथी की किसी बात को गंभीरता से न लेने की स्थिति में विवाद हो सकता है।
मीन- (दी दू थ झ ञ दे दो च ची)
आज बेकार का तनाव और चिंताएँ ज़िंदगी का रस निचोड़कर आपको पूरी तरह चूस सकती हैं। भलाई इसी में है कि इन आदतों को छोड़ दें, नहीं तो इनसे केवल आपकी परेशानियों में बढ़ोतरी ही होगी। रात के समय आज आपको धन लाभ होने की पूरी संभावना है क्योंकि आपके द्वारा दिया गया धन आज आपको वापस मिल सकता है। जिन लोगों से आपकी मुलाक़ात कभी-कभी ही होती है, उनसे बातचीत और संपर्क करने के लिए अच्छा दिन है। कई लोगों के लिए आज की शाम ख़ूबसूरत तोहफ़ों और फूलों से भरपूर रहेगी। आज आपके पास अपनी धनार्जन की क्षमता को बढ़ाने के लिए ताक़त और समझ दोनों ही होंगे। इस राशि के छात्र-छात्राएं आज अपने कीमती समय का दुरुपयोग कर सकते हैं। आप मोबाइल या टीवी पर आवश्यकता से अधिक समय जाया कर सकते हैं। आपको और आपके जीवनसाथी को कोई बहुत सुखद ख़बर सुनने को मिल सकती है।
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