दौलत राम शर्मा रिपोर्टिंग
जिला करौली
,, इस दरिंदे पिता क़ो जानवर कहना भी निर्दोष जानवरो क़ो गाली देने के समान है,,
इस हैवान क़ो इंसान कहना सरासर गलत होगा, इसको जानवर कहना भी निर्दोष और प्राकृतिक जीवन जीने वाले जानवरो क़ो गाली देने के समान होगा, इसको इंसानियत का दुश्मन, महा कुकर्मी, इंसानियत का कलंक, और पृथ्वी का बजन कहना ही सार्थक है, ऐसे कुकर्मीयों क़ो देखकर लगता है कि बाकई कलयुग आ गया है, ऐसे कुकर्मी मानव सभ्यता और संस्कृति के वो बदनुमा दाग है जिनके कारण पूरी आधुनिकता की सोच पर एक प्रश्नचिन्ह लग जाता है, इसको जीतनी भी सजा माननीय कोर्ट देगा वो बहुत ही अल्प कही जायेगी,